फ्री शेड्यूल के साथ काम करें

फ्री टाइम में घर बैठे कमाने के एक नहीं कई तरीके
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। सोशल मीडिया और इंटरनेट पर ज्यादा समय बिताने वालों के बारे में लोगों की ज्यादा अच्छी राय नहीं होती है। कहा जाता है कि यह फिजूल लोगों का काम है। हर समय ऑनलाइन रहने वाले लोगों को खाली दिमाग माना जाता है। कुछ लोगों के लिए यह मजबूरी है तो कुछ के लिए शौक का हिस्सा है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंटरनेट की दुनिया आपको घर बैठे-बैठे काम करने का भी अवसर प्रदान करती है?
बहुत से लोग हैं जो एक लैपटॉप और एक ब्रॉडबैंड कनेक्शन के दम पर ही अपनी आजीविका चला रहे हैं। वर्क फ्रॉम होम की कल्चर अब बड़े शहरों से निकलकर छोटे शहरों का रुख कर रही है। या यूं कहिए कि इंटरनेट ने दूरियों को कम कर दिया है और अब आपको काम के लिए सफर नहीं केवल सर्फ करना होता है। आइए जानते हैं कि घर बैठे-बैठे आप किस तरह से कमाई कर सकते हैं।
वर्चुअल असिस्टेंटशिप:
कारोबारी व कामकाजी और छोटी-छोटी टीमों में काम करने वाले लोगों के पास अक्सर सहायकों की जरूरत बनी रहती है। इसमें मीटिंग्स शेड्यूल करने के लिए, क्लाइंट्स और निवेशकों के साथ टच में रहने के लिए, आदेशों का पालन करने के लिए, फ्री शेड्यूल के साथ काम करें बिजनेस के कागजात जैसे पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन और एक्सेल शीट्स बनाने के लिए, ब्लॉग मैनेज करने के लिए या फिर किसी वेबसाइट को मैंटेन करने के लिए और ऐसे ही बहुत से कामों के लिए लोग व कंपनियां बाहर से लोगों फ्री शेड्यूल के साथ काम करें को अनुबंधित करती हैं। इसके बदले अच्छा खासा पैसा भी मिल जाता है। बाकी आपकी योग्यता पर निर्भर करता है।
कमाई- 500 से 4000 रुपए प्रति घंटा तक
अनुवाद:
अगर आप कई भाषाओं के जानकार हैं तो आपके लिए यह सुनहरा अवसर है। आप घर बैठे अनुवाद करके काफी पैसा कमा सकते हैं। अगर अंग्रेजी में आप बहुत अच्छे हैं और किसी एक अन्य भाषा जैसे ङ्क्षहदी या और कोई भारतीय भाषा को भी जानते हैं तो काम आ सकता है। इंटरनेशनल बिजनेस में, स्कॉलर्स और लेखकों के पास हर समय अनुवादकों की गुंजाइश बनी रहती है। आप प्रकाशकों के टच में रहें और अगर आप अच्छा काम करके देते हैं तो आपके पास काम की कमी नहीं रहेगी। फीवर डॉट कॉम और अपवर्क डॉट कॉम जैसी साइटों पर जाकर आप अपना प्रोफाइल बना सकते हैं।
कमाई: 5 से 10 रुपए प्रति शब्द तक
ब्लॉगिंग:
पिछले एक दशक में इस दिशा में भारी बदलाव आया है। ब्लॉङ्क्षगग एक बड़ा जिम्मेदार माध्यम बना है कमाई का। अगर आप अपना ब्लॉग लिखते हैं और इससे कमाई भी करना चाहते हैं तो गूगल एडसैंस आपको विज्ञापन दे सकता है, बशर्ते कि आपका ब्लॉग पढ़ा जा रहा हो। एडसैंस आपको प्रति क्लिक के हिसाब से पैसे देता है। इसके लिए आपके गूगल एकाउंट का अप्रूव्ड होना जरूरी है। अगर ऐसा हो गया तो फिर आपके पास विज्ञापन आते रहेंगे। इसके अलावा किसी अन्य के उत्पाद भी अपने ब्लॉग के माध्यम से बेच सकते हैं। अगर आपके ब्लॉग पर पर्याप्त मात्रा में ट्रैफिक आ रहा है तो बस आपके मजे हैं। इसके अलावा आप ब्लॉग को स्पांसर करा सकते हैं।
कमाई: 2000 से 15000 रुपए तक प्रति माह
उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री:
अगर आप कुछ क्राफ्ट, फैब्रिक, पेंटिंग या कुछ ऐसे ही हुनर के धनी हैं तो ऑनलाइन आप बहुत कुछ कमा सकते हैं। आप अपने उत्पाद बेच सकते हैं। इसके अलावा अपने उत्पाद सैंपल के रूप में पेश करके उनके लिए होल सेल ऑर्डर तक ले सकते हैं। अगर आप अपनी वेबसाइट नहीं बना सकते तो अमेजॉन और ई-बे जैसी साइट्स पर भी आपको उत्पादों के लिए खरीदार मिल सकते हैं। इसके अलावा इंडीबाजर डॉट कॉम जैसी छोटी साइटें भी हैं। ये साइटें आपके उत्पादों को बेचने के लिए बहुत छोटी सी रकम आप से लेती हैं लेकिन इसके बदले आपको बहुत ग्राहक दे सकते हैं। एक बार आपको ऑर्डर मिल गया तो आपको लॉजिस्टिक पार्टनर की जरूरत पड़ेगी। आपका उत्पाद डिलीवर होने के 5-7 दिन के भीतर आपका भुगतान कर दिया जाएगा।
कमाई: उत्पाद की लागत व कीमत के अलावा होस्ट साइट के किराये पर निर्भर।
यूट्यूब वीडियो निर्माण:
यूट्यूब एक प्रसिद्ध और आसानी से पा लिया जाने वाला संसाधन है। अगर आप कैमरे के सामने आने में झिझकते नहीं हैं तो फिर यह माध्यम आपके लिए है। आप अपने क्षेत्र का चयन करें, जिस विषय पर आप वीडियो बनाना चाहते हैं, अपना वीडियो बनाना शुरू कर दें। ध्यान रखें कि विषय व क्षेत्र ऐसा हो जो लोगों के लिए सुरूचिपूर्ण हो। कुकिंग शो से लेकर राजनीतिक बहस तक आप कुछ भी तैयार कर सकते हैं। इसके लिए आपको वीडियो आदि से जुड़े उपकरणों की भी जरूरत नहीं है। आप अपने साधारण स्मार्ट फोन से भी वीडियो बना सकते हैं। अपना यूट्यूब चैनल, जैसे ब्लॉग बनाते हैं, बनाएं और आगे बढ़ जाएं। जैसे-जैसे आपके चैनल को लोग सब्सक्राइब करते जाएंगे आपकी आमदनी बढ़ती जाएगी। इसमें आप इवेंट कवरेज भी शामिल कर सकते हैं। यह कमाई का साधन होने के साथ-साथ आपको लोकप्रिय होने का अवसर भी प्रदान करती है।
कमाई: 100 व्यू पर 200 से 300 रुपए तक आसानी से मिल जाते हैं।
वेब डेवलपमेंट:
अगर आप वेब डिजाइङ्क्षनग, कोङ्क्षडग आदि के बारे में कुछ जानते हैं तो आप घर बैठकर आसानी से कमा सकते हैं। अगर आप इस क्षेत्र में नए-नए हैं और कुछ खास अनुभव नहीं है तो हजारों ट्यूटोरियल भरे पड़े हैं। उन्हें देखें और सीखें। नौकरी के बिना ही आप अच्छा-खासा काम पा सकते हैं। इस क्षेत्र में अवसर इसलिए भी बहुत ज्यादा है क्योंकि ज्यादातर कंपनियां वेब डिजाइनिंग का काम आउटसोर्स से ही कराती हैं। यहां यह भी ध्यान रखें कि बहुत से फ्रीलांसर्स हैं जो आपको प्रतिस्पर्धा दे सकते हैं। इसलिए काम बढिय़ा करें और अपने दाम भी प्रतिस्पर्धी रखें। इसमें आपकी प्रतिष्ठा बहुत बड़ा रोल निभाती है।
कमाई: 20 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक, आप कुछ भी कमा सकते हैं।
कंटेंट राइटिंग:
अगर आप फ्रीलांस काम करना चाहते हैं तो यह आपके लिए सबसे बेहतर माध्यम है। हमेशा ही वेब पर बेहतर लिखे हुए और शोध से भरे हुए कंटेंट की जरूरत बनी रहती है। वेबसाइटों पर लोग हमेशा ऐसे कंटेंट की तलाश में रहते हैं जो बेहतर हो और उनके लिए उपयोगी हो। अगर आप शब्दों के धनी हैं, आपके लेखन का स्टाइल दिलचस्प है, अलग-अलग विषयों फ्री शेड्यूल के साथ काम करें फ्री शेड्यूल के साथ काम करें पर बढिय़ा लिख सकते हैं तो फिर यह माध्यम आपके लिए है। पे-पाल एकाउंट बनाएं क्योंकि ज्यादातर लोग आपको इसी के माध्यम से भुगतान करेंगे। एक बार आपने एकाउंट बना लिया तो आप फीवर डॉट कॉम, अपवर्क डॉट कॉम, फ्रीलांसर डॉट कॉम और वर्कहायर डॉट कॉम जैसी साइटें लॉग इन करें और आपके पास काम आने लगेगा।
कमाई: शुरू में 8 से 10 हजार रुपए प्रति माह और बाद में 20 से 30 हजार रुपए प्रति माह तक आप इससे कमा सकते हैं।
डाटा एंट्री:
हालांकि अब बहुत सारी चीजें ऑटोमैटिक तरीके से हो रही हैं लेकिन अभी भी बहुत से क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर इस काम के लिए गुंजाइश बची रहती है। डाटा एंट्री के लिए बहुत से विकल्प अभी भी बाजार में मौजूद हैं। यह एक ऐसा काम है जो बड़ी आसानी से ही ऑनलाइन करना संभव है। इसके लिए किसी खास स्किल की जरूरत नहीं है। बस आपको एक कम्प्यूटर, नेट कनेक्शन, तेज टाइपिंग स्किल और किसी को अपनी ओर आकॢषत करने की क्षमता होनी चाहिए। इसके लिए कई साइटें हैं जो आपको स्कैन की हुई शीट्स उपलब्ध कराती हैं और आपको उन्हें डिजिटल फॉरमेट में भरना होता है। इससे आपको घर बैठे काम मिल जाता है।
कमाई: 300 से 1500 रुपए प्रति फ्री शेड्यूल के साथ काम करें घंटा।
ऑनलाइन ट्यूटोरियल:
अगर आपको ट्यूटोरियल का जरा सा भी अनुभव है और किसी विषय विशेष में आपकी निपुणता है तो आप ऑनलाइन लोगों को काफी कुछ सिखा सकते हैं। इसके लिए आप माई प्राइवेट ट्यूटर डॉट कॉम, भारत ट्यूयर्स डॉट कॉम, ट्यूटर इंडिया डॉट नेट जैसी साइटों पर जाकर अपना प्रोफाइल बना सकते हैं। इसमें आपको बताना होता है कि आप किस तरह के ट्यूटोरियल दे सकते हैं। एक बार आपकी योग्यता को परख लिया गया तो आपके मजे हो सकते हैं। इसके लिए आपका ऑनलाइन टेस्ट हो सकता है या फिर टेलीफोनिक इंटरव्यू भी लिया जा सकता है। आप यहां योगा भी सिखा सकते हैं, वर्चुअल क्लासरूम में भी भाग ले सकते हैं। कुकिंग भी इसके माध्यम से दी जा सकती है।
कमाई: 200 रुपए से लेकर 500 रुपए प्रति घंटा से लेकर आपके अनुभव के आधार पर।
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फ्रीलांस करें काम, घर पर होगा आराम
अगर किसी असाइनमेंट का प्रस्ताव आपको समक्ष आता है तो बता दीजिए कि आपके अंदर उसको पूरा करने के लिए क्या कमी है और आपका कौन साथी उसे पूरा कर सकता है। इस तरह आप अनचाहे काम से बच भी जाएंगे और कंपनी का काम भी हो जाएगा।
इसके बाद फोटोमुल्ला उसे एक कॉन्टेस्ट की शक्ल दे देता है. आउट डोर फिटनेस एक्टिविटी, मॉम एंड बेबी, भारत में होली खेलते बच्चे, डॉक्टर और पेशेंट जैसी कैटेगरी बनाकर इसमें लोगों से फोटो मंगाई जाती है. इसके लिए लोगों को 50 सिंगापुर डॉलर से 500 डॉलर तक ऑफर किया जाता है. फोटो मांगने के बाद उसे शॉर्टलिस्ट कर क्लाइंट को भेज दिया जाता है और चुने जाने पर पैसे आपके एकाउंट में आ जाते हैं.
इस तरह के फोटो के लिए क्लाइंट को एक साल के लिए सोशल मीडिया या एड के लिए फोटो यूज करने का परमिशन देना पड़ता है. फोटो का कॉपीराइट हालांकि फोटोग्राफर के पास ही रहता है.
उडेमी
अगर आप कुकिंग, क्राफ्ट, पॉटरी, स्केचिंग या मैजिक ट्रिक्स आदि में कुशल हैं. या आप के पास म्यूजिक की डिग्री है और आप ट्रेंड टीचर हैं, वेब प्रोगरामिंग, डिजाइन, एडवांस मैथ्स, पर्सनल डवलपमेंट या किसी भी ऐसी विधा में पारंगत हैं, जिसे एक कोर्स की तरह पढ़ाया जा सकता है तो आप उडेमी पर वर्चुअल क्लासरूम शुरू कर सकते हैं. यह सेवा दुनिया भर के एक करोड़ से अधिक लिस्टेड स्टूडेंट के लिए उपलब्ध है, जहां हर महीने कम से कम 40 लाख स्टूडेंट आते हैं.
एक ट्यूटर की तरह एकाउंट बनाने के बाद आप वह कोर्स लिस्ट कर सकते हैं जो आप पढ़ाना चाहते हैं. उडेमी पर एक टिपिकल प्रोग्राम में एक से तीन घंटे का कंटेंट होता है, जहां हर मॉड्यूल काम से काम 30 मिनट का होना चाहिए जिसमें कम से कम 60 फीसदी वीडियो होना चाहिए.
वेबसाइट पर कोई कोर्स लिस्ट होने से पहले उडेमी के क्यूरेटर इसकी समीक्षा करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि कंटेंट उनके स्टैंडर्ड का हो.
इस सेवा में सभी कस्टमर सर्विस, पेमेंट प्रोसेसिंग, वेब होस्टिंग शामिल है, साथ ही आपके कोर्स का मोबाईल वर्जन भी उपलब्ध रहता है.
कोई एक टीचिंग प्रोग्राम 20 डॉलर से लेकर 200 डॉलर का हो सकता है. एक ट्यूटर के रूप में जब आप अपने कोर्स में स्टूडेंट लाते हैं तो पेमेंट फीस काटकर पूरी रकम रख सकते हैं. जब उडेमी अपने मार्केटिंग प्रयासों से स्टूडेंट आपके कोर्स में लाती है तो वह आपको मिलने वाले पैसे का 50 फीसदी रख लेती है. एक बार कोर्स के लिए पेमेंट कर देने के बाद स्टूडेंट को इस मैटेरियल का एक्सेस मिल जाता है जो हमेशा के लिए होता है. आपकी कमाई पे पल एकाउंट के जरिये आपको मिल जाती है.
अगर आप इस बात से परेशान हैं कि किसी कोर्स का कंटेंट तैयार करने के लिए आपको क्या साधन चाहिए, या आप किस तरह के उपकरण या सॉफ्टवेयर से कंटेंट तैयार कर सकते हैं तो इसके लिए उडेमी विस्तार से जानकारी देती है.
टूर्स बाय लोकल
यह वेबसाइट लोकल गाइड और टूरिस्ट्स को कनेक्ट करने के लिए है. माना जाता है कि लोकल गाइड हमेशा पर्यटकों को बेहतर जानकारी और पर्सनलाइज्ड टच के साथ टूर करा सकता है. अगर आपको भी लगता है कि आप अपने शहर फ्री शेड्यूल के साथ काम करें के बारे में सब कुछ जानते हैं या आप टूर एंड ट्रेवेल सेक्टर में पढाई कर रहे हैं तो आप इस वेबसाइट की मदद से कमाई कर सकते हैं.
जब आप एक गाइड की तरह अप्लाई करते हैं तो आपको टूर को डिस्क्राइब करना और पूरी जानकारी (समय, बच्चों के लिए सुरक्षित, दिव्यांगों की सुविधा) देने के साथ अपना नंबर देना पड़ता है.
इस पेशे के लिए कई भाषा की जानकारी जरूरी है. मसलन अगर आप अपने शहर के खाने-पीने की फेमस चीजें, पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज कर घूमने, ऐतिहासिक जगहों की डीटेल जानते हैं तो आप अच्छी कमाई कर सकते हैं. आपका आवेदन मंजूर करने से पहले वेबसाइट की टीम इसे चेक करती है.
एक बार आवेदन स्वीकार हो जाने के बाद आपको टूर्स बाय लोकल की टीम एक प्रोफेशनल पेज बनाने के लिए ट्रेनिंग देती है, जहां आप टूरिस्ट के सवालों के जवाब और ऑनलाइन बुकिंग का शेड्यूल दे सकते हैं.
यह वेबसाइट मार्केटिंग, पेमेंट्स, साईट मेंटेनेंस और आपकी सुविधा का ध्यान रखती है. जो टूरिस्ट आपकी प्रोफ़ाइल देखते हैं और आपकी उपलब्धता देखते हैं, वे आपको बुक करने के लिए रिक्वेस्ट भेजते हैं. वे हालांकि आपकी रेटिंग भी देखते हैं. टूर बुकिंग के हिसाब से वेबसाइट एक रकम आपसे चार्ज करती है. भुगतान इलेक्ट्रॉनिक तरीके से या कैश में किया जाता है.
फीवर/गुरु/अपवर्क
ये तीनों साईट हर तरह के फ्रीलांस असाइनमेंट ऑफर करती हैं जिन्हें आप घर से पूरा कर सकते हैं. शुरू करने के लिए आप फीवर/गुरु/अपवर्क से शुरू करें. आपको समय से यहां मौके फ्री शेड्यूल के साथ काम करें मिलें इसलिए आप तीनों पर एकाउंट बना लें.
यहां आप कॉपी राइटिंग, प्रूफिंग, एडिटिंग, ट्रांसलेशन, ट्रांसक्रिप्शन आदि के मौके तलाश सकते हैं. यह सभी वर्चुअल असिस्टेंट या क्वालिटी कंट्रोल एग्जीक्यूटिव के तौर पर किये जा सकते हैं. यहां आप वेब और प्रिंट के लिए ग्राफिक डिजाइन, डिजिटल मार्केटिंग, डेटा एंट्री, प्रोग्रामिंग, एडवरटाइजिंग और बहुत से काम कर सकते हैं.
फीवर सबसे बड़ा ऑनलाइन मार्केट प्लेस है जहां आप अपनी सेवाओं के लिए प्रति जॉब कम से कम 5 डॉलर पा सकते हैं. यह वेबसाइट आपको वीडियो पिच शेयर करने और अपनी एक्सपर्टाइज का सबूत दिखाने के लिए प्रोत्साहित करता है. एक सेलर के रूप में आप अपनी कमाई का 80 फीसदी अपने पास रख सकते हैं और यह आपके पे पल एकाउंट में आ जाता है.
गुरु में जॉब हासिल करने के लिए बोली लगाई जाती है, जहां एक फ्री मेंबर के रूप में हर बिलिंग साइकल में 10 बार बोली लगा सकते हैं. हर जॉब के लिए 4.95-8.95 फीसदी तक सर्विस चार्ज लिया जाता है. आपको यहां बिल मैनेजमेंट सॉल्यूशन भी मिलता है जिससे आप अपनी पेमेंट का पता लगा सकें. पेमेंट की सुरक्षा के लिए सेफपे है और एक डिस्प्यूट रिजोल्यूशन सुविधा भी है.
अपवर्क अपने असाइनमेंट के लिए एक जिम्मेदारी तय करता है. हर घंटे के हिसाब से यहां पेमेंट किया जाता है और अपवर्क टीम हर दस मिनट में आपके काम का स्क्रीनशॉट लेती है.
लंबी अवधि वाले जॉब्स एक निश्चित अंतराल पर चेक किये जाते हैं, जब आप प्रोजेक्ट पूरा करने की तरफ बढ़ते हैं तो पेमेंट हो जाता है. यहां आपको एक प्लेटफॉर्म भी मिलता है जिससे आप क्लाइंट को फाइल ट्रांसफर आसानी से कर सकें. हर पेमेंट के लिए 5 -20 फीसदी फीस वसूली जाती है.
जब आप इन वेबसाइट पर साइन फ्री शेड्यूल के साथ काम करें आप करते हैं तो आप सभी शर्त ध्यान से पढ़ें. हर वेबसाइट का अपना पेमेंट प्रोसेस होता है जिसकी वजह से आपको पेमेंट मिलने में समय लग सकता है. फ्रीलांसर और क्लाइंट दोनों की तसल्ली और कोई विवाद न हो पाए, इसलिए आपकी पसंद के प्लेटफॉर्म पर पेमेंट किया जाता है.
किसी असाइनमेंट के लिए आवेदन करने से पहले यह देखें कि दूसरे मेंबर किस तरह आवेदन कर रहे हैं. दूसरे लोग इस काम के लिए कितनी फीस मांग रहे हैं. यह ध्यान रखें कि आप वही काम उठायें जो आप समय पर कर सकते हों. एम्प्लॉयर की रेटिंग मायने रखती है, इसलिए निगेटिव रेटिंग वाले काम न करें.
फंटेरो /फ्रीलांसर
दूसरी वेबसाइट जहां आपको प्रोजेक्ट के लिए बोली लगाने का मौका देती हैं, वहीं फंटेरो अपने काम को साईट पर अपलोड करने और उसकी बिक्री पर पैसे कमाने का मौका देती है.
यहां आप फोटो, डिजाइन टेम्पलेट्स, वेक्टर ग्राफिक्स, आइकंस, फॉन्ट्स, लोगोज, टेक्सचर्स, टेम्पलेट्स आदि बेच सकते हैं. ये वेबसाइट और वर्डप्रेस के लिए हो सकती हैं. आप यहां अपने 3 डी मॉडल्स, टेक्सचर्स, दूसरे मैटेरियल्स और 2 डी कॉन्सेप्ट्स के लिए भी ग्राहक तलाश सकते हैं.
फंटेरो आपको फलेश और फ्लेक्स फाइल्स, ऑडियो कम्पोजिशन, म्यूजिक लूप्स और साउंड इफेक्ट्स को बेचने का भी मौका देती है.
अधिकतर समय आप अपने काम की वैल्यू लगा सकते हैं. पेमेंट मांगने से पहले आपके खाते में 50 डॉलर होना चाहिए. यहां भी पे पल से पेमेंट होता है.
फंटेरो कंटेंट बनाने, होस्टिंग, मेंटेनेंस और वेबसाइट के लिए फीस वसूलती है. बैंक, कार्ड कंपनी या पेमेंट प्रोसेस करने वाली कंपनी का खर्च काटने के बाद बाकी रकम सेलर को दे दी जाती है. यहां भी आप पहले नियम एवं शर्तें ध्यान से पढ़ें.
फ्रीलांसर फंटेरो की ही कंपनी है जिसमें फीवर, गुरु या अपवर्क फ्री शेड्यूल के साथ काम करें की तरह काम किया जा सकता है. यहां 247 देशों के 2 .2 करोड़ से अधिक एम्प्लायर जुड़े हैं.
eSanjeevaniOPD: घर बैठे फ्री में दिखा पाएंगे डॉक्टरों से, जानें क्या है ऑनलाइन तरीका
eSanjeevaniOPD प्लेटफॉर्म पर आप डॉक्टर के अपाइंटमेंट को आसानी से शेड्यूल कर सकते हैं। जब आप पोर्टल पर लॉगइन कर लेते हैं, तो फिर अपने क्लिनिक की खोज करें। इसके बाद आपको एक सीरियल नंबर (serial number) दिया जाएगा। सीरियल नंबर आने बाद ई-संजीवनी ओपीडी आपके लिए एक डॉक्टर को नियुक्त करती है। अब आपका कॉल नाउ बटन सक्रिय हो जाएगा। मगर आपको ध्यान रखना होगा कि 120 सेकंड के भीतर अपने डॉक्टर को कॉल करना होगा। इसके लिए कॉल नाउ बटन पर टैप करें। यदि बटन पर सफलतापूर्वक क्लिक करते हैं, तो डॉक्टर से अपाइंटमेंट लेना होगा। अपाइंटमेंट मीडिया कॉल के माध्यम से होगी।
डॉक्टर्स से परामर्श की प्रक्रिया
जब आप वीडियो कॉल (video call) से डॉक्टर से बात करते हैं, तो डॉक्टर के पास आपके पिछले हेल्थ रिकॉर्ड को एक्सेस करने की सुविधा होगी। यदि आपने पहले से कोई रिकॉर्ड अपलोड किया है। डॉक्टर इलेक्ट्रानिक प्रिस्क्रिप्शन भी तैयार करेंगे। जब आप अपना परामर्श समाप्त करेंगे, तो डॉक्टर आपको ई-प्रिस्क्रिप्शन भेजेंगे और कॉल बंद कर देंगे। आप अपने ई-प्रिस्क्रिप्शन को प्रिंट करने के लिए सहेज सकते हैं। अपना परामर्श पूरा करने के बाद मंच से लॉगआउट कर जाएं। ई-संजीवनीओपीडी पेशंट को ई-प्रिस्क्रिप्शन डाउनलोड करने के लिए एक लिंक के साथ एक एसएमएस नोटिफिकेशन भी भेजता है।
कैसे देखें पेशंट प्रोफाइल
सबसे पहले स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट https://esanjeevaniopd.in/Services पर जाएं। आपके सामने होम पेज खुलेगा। होमपेज पर आपको पेशंट प्रोफाइल पर क्लिक करना होगा। अब आपको अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद सेंड ओटीपी पर क्लिक करना होगा। अब आपको ओटीपी बाक्स में ओटोपी दर्ज करना होगा। इसके बाद पेशंट का प्रोफाइल सामने प्रदर्शित की जाएगी। यहां से ई-प्रिस्क्रिप्शन भी डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अलावा, परिवार के सदस्यों को जोड़ या संपादित कर सकते हैं।
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कैसे देखें ओपीडी का समय
अपने राज्य में ओपीडी का समय देखने के लिए ई-संजीवनी की बेवसाइट पर होम पेज पर ही टाइमिंग का विकल्प दिखाई देगा। उस पर क्लिक करने के बाद एक नये पेज पर पहुंच जाएंगे, जहां आपको सभी राज्यों की सूची दिखाई देगी। आपको अपने राज्य से संबंधित लिंक पर क्लिक करना है। यहां पर ओपीडी टाइमिंग से जुड़ी पूरी जानकारी कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देगी। आप गूगल प्ले स्टोर (google play store) या फिर ऐपल के APP store से ई-संजीवनी ओपीडी ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। यहां पर रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको वेबसाइट की तरह ही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का पालन करना होगा।
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इन ऐप्स से आसान होगी मीटिंग्स, ऐसे करें डाउनलोड
Appoint.ly
अप्वॉइंट डॉट ली एक आसान मीटिंग बुकिंग सर्विस है। यह वन-टू-वन शेड्यूलिंग के लिए बेस्ट है। आप एक बुकिंग पेज क्रिएट करते हैं। इसे क्लाइंट या हर उस व्यक्ति के साथ शेयर कर सकते हैं, जिसे मीटिंग में बुलाना चाहते हैं। यह विकल्प देता है कि मीटिंग के प्रकार को सही तरह से मेंशन कर सकें जैसे 10 मिनट की इंट्रोडक्ट्री कॉल है या एक घंटे लंबा ट्रेनिंग सेशन।
calendly
यह टूल व्यक्तिगत रूप से और दल के लिए मीटिंग्स शेड्यूल करने में मदद करता है। इसमें आपकी मीटिंग को शेड्यूल करने के कई विकल्प मौजूद हैं। आप अलग-अलग तरह के मीटिंग टाइम सेट कर सकते हैं और अपनी जरूरतों का जिक्र कर सकते हैं। यह एक शानदार ऐप है, जिसकी मदद से अलग-अलग तरह की जरूरतों को पूरा करने के लिए मीटिंग को शेड्यूल और डिजाइन कर सकते हैं।
Doodle.com
यह एक वेबसाइट और मोबाइल ऐप है जो आपको तीन तरह से मीटिंग्स को शेड्यूल करने की सुविधा प्रदान करता है। पहला तरीका है कि आप एक ऑनलाइन पोल क्रिएट कर सकते हैं। दूसरा तरीका है कि यह पर्सनल मीटिंग शेड्यूल ऑफर करता है। तीसरा तरीका है कि इसमें एक डूडल बोट है जो मीटिंग टाइम के बारे में कलीग्स को पोल करने की सुविधा देता है।
Outlook
आउटलुक माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के पार्ट के रूप में जाना जाता है, पर यह बिजनेस सेटिंग में मीटिंग्स को शेड्यूल करने का बेस्ट ऑफिस सॉफ्टवेयर माना जाता है। यदि मीटिंग में हिस्सा लेने वाले सभी लोग एक ही संस्थान के हैं और वे सभी माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस काम में ले रहे हैं तो मीटिंग शेड्यूलिंग के लिए आउटलुक सही टूल है।
माइग्रेन - इसके साथ कैसे निपटें?
माइग्रेन सिरदर्द का सबसे गंभीर रूप है. आमचौर पर माइग्रेन अटैक में गंभीर सिरदर्द के साथ प्रकाश में मतली, उल्टी और संवेदनशीलता शामिल होती है, जो कभी-कभी असहनीय होती हैं. अगर इस स्थिति का सामना करना पड़ता है, तो इसके माध्यम से पीड़ित होने का केवल एक ही रास्ता है. हालांकि, पेन किलर दर्द का प्रबंधन करने में मदद करती हैं.
ऐसी सामान्य स्थिति होने के नाते, माइग्रेन से निपटने में लोगों की मदद करने के तरीके के बारे में निरंतर शोध किया जा रहा है. दर्द हत्यारों को पॉप करने के अलावा, दर्द को कम करने के लिए कोई व्यक्ति क्या कर सकता है उससे कहीं अधिक है.
- ट्रिगर्स की पहचान करें: जिन लोगों ने थोड़ी देर के लिए माइग्रेन किया है, उन्हें पता चलेगा कि अटैक किस प्रकार ट्रिगर करते हैं. चाहे वह चॉकलेट या अंडे हो, पता चले कि अटैक को प्रेरित कर सकते हैं, और यदि संभव हो, तो इससे दूर रहें.
- एक शेड्यूल पर चिपकाएं: चाहे वह भोजन या नींद के मामले में हो, चाहे दिनचर्या का प्रयास करें और उसका अनुसरण करें.
- शारीरिक कसरत: शारीरिक अभ्यास के कम से कम 30 मिनट को कवर करने के लिए व्यायाम प्रणाली का विकास करें. अधिकांश लोग नियमित अभ्यास दिनचर्या के साथ नाटकीय अंतर देखते हैं. फ्री शेड्यूल के साथ काम करें
- धूम्रपान करने के लिए अलविदा बोली: यदि आप धूम्रपान करने वाले हैं, तो इस आदत को छोड़ने पर काम करें. यह ज्ञात ट्रिगर्स में से एक है और नियमित सिरदर्द भी बढ़ता है.
- तनाव प्रबंधन: चाहे आप शारीरिक या भावनात्मक तनाव से गुज़र रहे हों, माइग्रेन के अटैक अधिक बार और गंभीर हो सकते हैं. लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठकर और कंधे, घुटनों और जबड़े को आराम करने के लिए छोटे अभ्यास करके बैठकर शारीरिक तनाव का प्रबंधन करें. भावनात्मक तनाव के लिए, पहचानें कि आपको आराम करने और इसका पालन करने में क्या मदद मिलती है. जबकि कुछ के लिए गहरी सांस लेने का काम होता है, दूसरों के लिए, यह संगीत हो सकता है. जो भी आपकी छूट तकनीक हो सकती है, सुनिश्चित करें कि आप इसका पालन करें. उन तनावों को सुधारने पर काम करें जो आपको तनाव देते हैं. नियमित व्यायाम नियमित और नींद पैटर्न शारीरिक तनाव को कम करने में भी मदद करता है.
इन तरीकों के बावजूद माइग्रेन अटैक होते हैं. अगले कुछ चरणों का पालन करें जब आपको पता चले कि आपको हमला हो रहा है.
- अपनी नियमित गतिविधियों को रोकें और अपने लिए एक शांत वातावरण ढूंढें. इस जगह को कम रोशनी और ध्वनि दें फ्री शेड्यूल के साथ काम करें क्योंकि वे माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं.
- यदि आप सक्षम हैं तो सो जाओ.
- यदि संभव हो तो गर्म स्नान के लिए जाओ.
- गर्म या ठंडे संपीड़न का प्रयास करें, जो इंद्रियों को कम कर सकते हैं और दर्द को कम कर सकते हैं.
- एक कैफीनयुक्त पेय है क्योंकि यह राहत प्रदान करेगा. इसमें अधिक मात्रा में नहीं है. आपके पास कैफीन से हैंगओवर प्रभाव होंगे.
- केवल उन दवाओं का प्रयोग करें जो आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित किए गए थे. प्रयोग न करें.
- व्यायाम, आहार और तनाव प्रबंधन सहित जीवन शैली में परिवर्तन माइग्रेन से निपटने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
यदि आपको कोई चिंता या प्रश्न है तो आप हमेशा एक विशेषज्ञ से परामर्श कर सकते हैं!