शेयर कैसे ख़रीदे

जानें, कैसे आप खरीद सकते हैं स्टॉक्स
यदि आप भी स्टॉक्स खरीदना चाहते हैं तो जानें क्या हो सकता है इसका तरीका.
जानें, कैसे आप खरीद सकते हैं स्टॉक्स
- ब्रोकर के जरिए निवेश करना।
- ऐसे फाइनैंशल संस्थानों की सेवाओं लेना, जहां बैंकिंग और डिमैट अकाउंट्स को इंटीग्रेट किया जा सके। अधिकतर निजी और सरकारी बैंक यह सेवा मुहैया करा रहे हैं।
ब्रोकरेज/ऑनलाइन एजेंसी के जरिए स्टॉक्स लेना
पूरी रिसर्च के बाद ही किसी ब्रोकर पर स्टॉक्स की खरीद के लिए दांव लगाएं। यह ध्यान रखें कि जिस ब्रोकर को आपने चुना है, वह सेबी या फिर अन्य किसी बड़े स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर्ड होना चाहिए। ब्रोकर आपके लिए शेयर्स को खरीदने और बेचने का काम करेगा। इसके लिए आपको कुछ चार्ज देने होंगे।
डिमैट अकाउंट का इस्तेमाल
ब्रोकर से बात करने के बाद आपको डिमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट के लिए रजिस्टर्ड कराना होगा। डिमैट आपके नाम से शेयर्स को रखेगा। ये शेयर्स आपके पोर्टफोलियो में दिखेंगे। आपको नियमित डिमैट स्टेटमेंट मिलेगी, जिसमें आपके खरीदे और बेचे शेयर्स की डिटेल होगी। फिजिकल शेयर्स सर्टिफिकेट अब पुरानी बात हो चुकी है, इसलिए अब आपके सारे शेयर्स ऑनलाइट अकाउंट में ही रिफलेक्ट होंगे। यदि आप एक ब्रोकर को हायर करते हैं तो वही आपके लिए डिमैट अकाउंट के साथ ट्रेडिंग अकाउंट खोलेगा। ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए आप आसानी से शेयर्स की खरीद और बिक्री कर सकते हैं। डिमैट अकाउंट खुद फंक्शन नहीं करता। दोनों अकाउंट्स के बिना शेयर्स में इन्वेस्ट नहीं किया जा सकता।
डिपॉजिटरी अकाउंट
यदि आप ब्रोकर के जरिए शेयर्स की खरीद और बिक्री करते हैं तो फिर वह आपके हिस्से का काम करता है। हालांकि एक इन्वेस्टर के तौर पर आपको यह जानना चाहिए कि डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट क्या होता है। भारत में दो डिपॉजिटर्स में हैं- नैशनल सिक्यॉरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड। जब आप इनमें से किसी डिपॉजिटर के साथ साइन-अप करते हैं तो फिर आपको शेयर्स को स्टोर करने के लिए अकाउंट मिलेगा।
कैसे कर सकते हैं शेयर्स की खरीद और बिक्री?
एक ब्रोकर आमतौर पर आपके लिए शेयर्स की खरीद और बिक्री करता है। उदाहरण के तौर पर यदि आप माइक्रोसॉफ्ट का शेयर खरीदना चाहते हैं और उसकी कीमत 450 रुपये है तो फिर आपको ब्रोकर को बताना होगा कि आपको कितने शेयर्स खरीदने शेयर कैसे ख़रीदे हैं। इसके अलावा आपको ब्रोकर को यह भी बताना होगा कि एक्सचेंज से आप शेयर्स खरीदना चाहते हैं। इस तरह आपके बताए गए रेट पर जब शेयर पहुंचेगा तब ब्रोकर खरीद लेगा।
10 रुपये से कम के इन छोटे शेयरों का बड़ा कमाल, एक हफ्ते में ही कर दिए मालामाल
टाइटन, एचडीएफसी, विप्रो, एलएंडटी, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे दिग्गज स्टॉक जहां लाल निशान पर थे तो 10 रुपये से कम के कुछ शेयर 9 से 10 फीसद की उछाल के साथ कारोबार कर रहे थे।
शेयर बाजार में आज बड़े शेयरों में गिरावट के बीच छोटे शेयर कमाल का रिटर्न दे रहे हैं। गुरुवार दोपहर दो बजे तक सेंसेक्स 443 अंक टूट कर 59167 के स्तर पर आ गया था। टाइटन, एचडीएफसी, विप्रो, एलएंडटी, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे दिग्गज स्टॉक जहां लाल निशान पर थे तो 10 रुपये से कम के कुछ शेयर 9 से 10 फीसद की उछाल के साथ कारोबार कर रहे थे।आज ऐसे 10 स्टाक्स के बारे जानें, जिन्होंने अपने निवेशकों को तगड़ा मुनाफा कमवा रहे हैं.
1. दोपहर दो बजे तक Excel Realty N Infr दस फीसद की उछाल के साथ 8.25 रुपये पर कारोबार कर रहा था। यह स्टॉक पिछले एक हफ्ते में 22.22 फीसद का रिटर्न दे चुका है।
2. तगड़ा मुनाफा कमवाने वाले छोटे शेयरों में दूसरे नंबर पर है Kridhan Infra जैसा स्टॉक। आज यह 9.91 फीसद उछल कर 6.10 रुपये पर पहुंच गया। पिछले एक हफ्ते में यह 31.18 फीसद चढ़ा है।
3. निवेशकों की झोली भरने में पेनी स्टॉक Country Club Hospit भी पीछे नहीं है। आज यह 9.82 फीसद उछल कर 8.95 रुपये पर पहुंच गया है। इस स्टॉक ने पिछले एक हफ्ते में 20.13% का रिटर्न दिया है।
4. मुनाफा कमवाने वाले शेयरों में आज चौथे नंबर पर है Shrenik. आज 9.80 फीसद चढ़कर यह शेयर कैसे ख़रीदे शेयर 2.80 रुपये पर पहुंच गया है। एक हफ्ते में यह 14.29% उछला है।
5. आज Prakash Steelage के शेयरों में 9.73 की उछाल दर्ज की जा रही है। यह स्टॉक अब 6.20 रुपये पर पहुंच गया है। इसने पिछले एक हफ्ते में 20 फीसद तक रिटर्न दिया है।
इनके अलावा आज मुनाफा कमाने वाले पेनी स्टॉक्स की लिस्ट में BAG Films, Gyscoal Alloys , Gammon Infra, SITI Networks, Kaushalya Infra, Sumeet Ind, Setubandhan Infra के भी नाम हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है. यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)
शेयर मार्किट से पैसे कैसे कमाए - Share market in hindi
इस पोस्ट में आप जानेगे की शेयर मार्किट क्या होता है और शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाते है और डीमैट अकाउंट क्या होता है और कैसे खोले।
अगर शाब्दिक अर्थ में कहें तो शेयर बाजार (Stock Market) किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है. भारत में बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) नाम के दो प्रमुख शेयर बाजार हैं. BSE या NSE में ही किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर ब्रोकर के माध्यम से खरीदे और बेचे जाते हैं.
कम्पनियां शेयर्स कैसे Issue करती हैं?: सबसे पहले कंपनियां अपने शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग करवाकर IPO (Initial Public Offering) लाती है और अपने शेयर्स स्वंय द्वारा निर्धारित किये हुए मूल्य पर Public को Issue करती हैं. एक बार IPO पूरा हो जाने के बाद Shares Market में आ जाते हैं और स्टॉक एक्सचेंज और ब्रोकर्स के माध्यम से निवेशकों द्वारा आपस में ख़रीदे और बेचे जाते हैं
शेयर्स की Price कैसे बदलती हैं?: IPO लाते समय शेयर्स की कीमत कंपनी तय करती हैं लेकिन एक बार आईपीओ पूरा हो जाने के बाद Shares का मूल्य मार्केट की Demand और Supply के आधार बदलता रहता है. यह डिमांड और सप्लाई कंपनियों द्वारा समय-समय पर दी गई महत्वपूर्ण जानकारियों के आधार पर Change होती रहती है.आप इसे ऐसे समझ सकते है
अगर शेयर्स ख़रीदने वालो की संख्या बेचने वालो से ज्यादा होगी तो Shares की Price बढ़ेंगे
और उसका अगर उल्टा होता है यानी बेचने वालो की संख्या खरीदने शेयर कैसे ख़रीदे वालो से ज्यादा है तो Price कम होगी
Sensex क्या होता है? Sensex बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और Sensex का निर्धारण BSE में लिस्टेड Top 30 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन (कंपनीयों का कुल मूल्य) के आधार पर किया जाता हैं. अगर सेंसेक्स बढ़ता हैं तो इसका मतलब हैं कि BSE में रजिस्टर्ड ज्यादातर कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं. और इसी तरह अगर सेंसेक्स गिरता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि अधिकांश कंपनियों का प्रदर्शन ख़राब रहा हैं.
Nifty क्या हैं? Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) शेयर कैसे ख़रीदे शेयर कैसे ख़रीदे हैं और इसका निर्धारण NSE में लिस्टेड Top 50 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन आधार पर किया जाता हैं.अगर Nifty बढ़ता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि NSE में रजिस्टर्ड कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं और अगर Nifty घटता हैं तो इसका अर्थ यह हैं कि NSE की कंपनियों ने बुरा प्रदर्शन किया हैं
Demat Account क्या हैं?: जिस तरह बैंक अकाउंट में रूपये जमा कर सकते हैं उसी तरह Demat Account में आपके निवेश से संबंधी सभी Securities जैसे Share, Bonds, Government Securities, Mutual Funds आदि को Electronic Form में Store किया जाता हैं.
Trading Account क्या हैं?: Trading Account का उपयोग आपके शेयर व्यवसाय में Share Sell and Purchase करने के काम आता है. यह Account आप किसी अच्छे Broker के पास खोल सकते हैं और ऑनलाइन सुविधा होने के कारण आप इस अकाउंट की सहायता से कभी भी शेयर्स खरीद और बेच सकते हैं. zerodha मेरा शेयर कैसे ख़रीदे फेवरिट है क्यूंकि ये भरोसेमंद है और सिक्योर है. मै zerodha में ही ट्रेडिंग करता हूँ.
डीमेट अकाउंट कैसे खोले? ट्रेडिंग और डीमेट अकाउंट खोलने के लिये यह जरुरी है की आप किसी बेस्ट ब्रोकर से ओपन कराए जैसे की Zerodha. आप zerodha में अपने मोबाइल या कंप्यूटर से कुछ ही मिनट्स में demat अकाउंट खोल सकते है और शेयर खरीदना और बेचना शुरू कर सकते है अकाउंट एक्टिवेट होने के बाद. demat और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए इस लिंक पर जाये
फीस और चार्जेज (Zerodha):
- Free equity delivery All equity delivery investments (NSE, BSE), are absolutely free — ₹ 0 brokerage.
- Intraday and F&O trades Flat Rs. 20 or 0.03% (whichever is lower) per executed order on intraday trades across equity, currency, and commodity trades.
- Free direct MF All direct mutual fund investments are absolutely free — ₹ 0 commissions & DP charges.
zerodha में ट्रेडिंग बिलकुल फ्री है आपको कोई फीस या चार्ज नहीं देना है सिर्फ अकाउंट खोलने के लिए 300 रुपये की फीस देनी है. और अगर आप intraday ट्रेडिंग करेंगे तब आपको 20 रुपये पर आर्डर देने होंगे
Demat और Trading Account खोलने के लिए आपको जिन डोक्यूमेंट्स की जरूरत होगी
- PAN Card
- Aadhar Card
- Income Proof (for IPO only)
- Cancel Cheque
- Signature
- Live photo with code
इन सभी दस्तावेज़ों को जमा करते समय इस बात का ध्यान रखें इन सभी प्रमाण पत्रों में आपका नाम सही और स्पष्ट लिखा हो और एक ही तरीके से लिखा हो
शेयर खरीदना और बेचना
सब पहले आपको zerodha पर अपना डीमैट अकाउंट खोल लेना है जो की बहुत आसान है इसके बाद जब आपका डीमैट अकाउंट एक्टिवेट हो जाये तो आप उसमे लॉगिन करके पहले शेयर रिसर्च करेंगे की कोनसी कंपनी के शेयर खरीदने में आपको फायदा होगा।
शेयर आप 2 तरह से खरीदते है एक तो सुबह खरीद कर शाम में बेचने के लिए जिसको इंट्राडे ट्रेडिंग बोलते है और दूसरे शेयर को होल्ड करने के लिए कुछ दिन या महीनों के लिए। दोनों ही तरीके अपनी जगह पर अच्छे है लेकिन लॉन्ग टर्म के लिए शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करना बेस्ट होता है जिसमे लॉस कम और फायदा ज़्यादा होता है।
zerodha डैशबोर्ड में आप आसानी से कोई भी कंपनी का शेयर खरीद सकते है और उसको बेच सकते है। शेयर मार्किट के लिए डीमैट अकाउंट कैसे खोले और उसके बाद शेयर कैसे ख़रीदे और कैसे बेचे और शेयर रिसर्च कैसे करे ये सब चीज़े लाइव देखने के लिए आप ये वीडियो देखिये
SBI डीमैट खाते मे शेयर कैसे ख़रीदे ? Buy Shares Using SBI Trading अकाउंट
SBI कैप सिक्योरिटीज मे डीमैट खाता कैसे खोलना है इसके बारे मे मैंने आपको इसके पहले के आर्टिकल मे विस्तार से बताया लेकिन उसके बाद शेयर कैसे ख़रीदे आगे की प्रक्रिया क्या है सभी लोग नहीं जानते है काफी लोग दुसरो के माध्यम से ट्रेड निवेश करते है। आमतौर डिस्काउंट ब्रोकर मे ट्रेड कैसे करे इस बारे मे बोहोत ज्यादा लिखा जाता है यकीन बोहोत कम लिखा जाता है फुल टाइम सेवा ब्रोकर के बारे मे बोहोत सारे लोगो को मालूम ही नहीं होता की SBI भी डीमैट खाते की सुविधा देते है।
अगर आप शेयर बाजार मे निवेश करते है और बाजार मे होने वाले न्यूज़ से ज्ञात है तो आपको मालूम होगा की SBI के समूह का मिलाप होकर सब एक हो गए है जैसे पहले अलग थे इसके कारन अब SBI की ग्राहक संख्या बढ़ गए है और डीमैट खाता खोलने वालो की संख्या भी बढ़ रही है।
SBI कैप सिक्योरिटीज मे शेयर कैसे ख़रीदे :(How To Buy Shares In SBI)
एसबीआई डीमैट खाता खोलने के बाद आपको आपका लोग इन आयडी और पासवर्ड मिलता है आपको उसी से लोग इन करना होता है जानते है लोग इन की पूरी प्रक्रिया।
- सबसे पहले आपको SBI स्मार्ट की वेबसाइट पर जाना है। उसके लिए यहाँ क्लिक करे SBI स्मार्ट वेबसाइट
- दाए और आपको लोग इन का विकल्प दिखाए देगा। आपको उसपर क्लिक करना है एक और विकल्प आएगा जिसमे ट्रेड लॉगिन का विकल्प होगा आपको उसपर क्लिक करना है।
- उसके बाद आपको दिया गया क्लाइंट कोड पासवर्ड और पैन कार्ड नंबर डालना है फिर आपको लोग इन पर क्लिक करना है।
- लोग इन होने के बाद आपको डैशबोर्ड दिखाए देगा जिसपर आपको बोहोत सारे वकल्प मिलेंगे। सबसे पहला विकल्प होगा ट्रेड याने निवेश का।
- आपको ट्रेड पर क्लिक करना है।
- क्लिक करने के बाद आर्डर एंट्री का पेज ओपन होगा निचे का स्क्रीन शॉट चेक कीजिये।
- जिसपर आपको ट्रेड इक्विटी का विकल्प चुनना है और फिर आगे एक्सचेंज चुनना है जो की NSE और BSE मे से एक होगा
- उसके बाद आपको जो शेयर खरदीना है उसका नाम डालना है जो की शार्ट मे डालना है उदहारण का तौर पर अगर आपको हीरो मोटोकॉर्प का शेयर लेना है तो HEROMOTOCO ऐसा टाइप करना होगा। और GO पर क्लिक करना है।
- उसके बाद एक और पेज पर आपको हीरो मोटोकॉर्प शेयर की मार्किट प्राइस दिखाए देगी और निचे शेयर BUY और sale का विकल्प होगा।
- अगर आपको शेयर मार्किट मे चल रही कीमत पर लेना है तो आपको मार्किट प्राइस चुनना है और अगर आपने कोई प्राइस निर्धारित की है तो निर्धारित लिमिट चुनें है (यहाँ पर आपको आपकी लिमिट कीमत डालनी है )और आपको शेयर डिलीवरी या फिर इंट्राडे लेना है यहाँ भी चेक करना पड़ेगा।
- उसके बाद आपको कितने शेयर खरदीने है उसकी संख्या डालनी है उदहारण आपको १०० शेयर खरीदने है तो १०० की क्वांटिटी डालनी है।
- उसके बाद आपको BUY पर क्लिक करना है।
- फिर आपको डाली गए क्वांटिटी शेयर चेक करके कन्फर्म पर क्लिक करना है।
- उसके बाद आपकी राशि आपके LIEN फण्ड से कट होकर आपके शेयर डीमैट खाते मे अगले दिन शो हो जायेंगे।
SBI स्मार्ट मे डीमैट खाते पर पैसे कैसे भेजे :(How To Add Money In SBI Dimat Trading Account)
SBI मे जब शेयर खरीदेंगे तब बाकि फुल टाइम ब्रोकर जैसी राशि सीधे आपके खाते से नहीं कट होती है आपको LIEN के जरिए राशि खाते मे जमा करनी पड़ती है। इसके लिए मे आपको सभी प्रक्रिया स्टेप बाय स्टेप बताता हु।
- लोग इन करने के बाद जो ट्रेड का विकल्प आपको दिखाई देता है उसपर क्लिक करने के बाद आपको निचे LIMITS ऐसा विकल्प मिलेगा।
- LIMITS शेयर कैसे ख़रीदे के ऑप्शन पर आपको क्लिक करना है एक और विकल्प आपको मिलेगा निचे लिखा होगा MANAGE पैसे डालने के लिए उसपर क्लिक करना है।
- MANAGE पर क्लिक करने के बाद FUND LIEN का विकल्प आपके सामने होगा। fund lien का मतलब राशि को डीमैट खाते मे ऐड करना।
- क्लिक करना के तुरंत बाद एक और नया पेज खुलेगा जिसपर आपको ट्रांसफर शेयर कैसे ख़रीदे की राशि बैंक का नाम डालना है।
- और LIEN पर क्लिक कर देना है।
- उसके बाद आपके NET बैंकिंग द्वारा राशि डीमैट खाते मे ट्रांसफर हो जाएगी।
ये बात हुई शेयर को कैसे ख़रीदे लेकिन अगर आपको ये बात भी पता होना चाहिए की कौन सा शेयर खरदीने है और उसे खरदीने के सबसे बढिये समय कौन सा इसके लिए आप इस मेरे इस पोस्ट को ध्यान से पढ़े।
अनलिस्टेड शेयर में ट्रेडिंग और ग्रे मार्केट एक नहीं हैं, जानिए इनमें क्या है फर्क, मार्केट में लिस्टेड होने से पहले कैसे खरीदें शेयर?
Unlisted Market vs Grey Market: दोनों ही मार्केट में प्री-आईपीओ डीलिंग होती है जिसके चलते अधिकतर लोग अनलिस्टेड और ग्रे मार्केट को एकसमान समझ लेते हैं जबकि ऐसा नहीं है.
अनलिस्टेड मार्केट सेबी के गाइडलाइंस के मुताबिक रेगुलेट होता है जबकि ग्रे मार्केट को लेकर सेबी की कोई गाइडलाइंस नहीं है लेकिन यह न तो वैध और न ही अवैध.
Unlisted Market vs Grey Market: किसी कंपनी को पैसों की जरूरत पड़ती है तो उसके पास कई विकल्पों में एक शेयर इशू करने का होता है. आमतौर पर निवेशक सिर्फ उन्हीं शेयरों की खरीद-बिक्री के बारे में सोचते हैं जो मार्केट में लिस्टेड होते हैं. हालांकि लिस्टेड कंपनियों के अलावा भी शेयरों की खरीद-बिक्री होती है. इनकी बिक्री अनलिस्टेड मार्केट में होती है. इसके अलावा कंपनियां जब आईपीओ इशू करती हैं तो इसकी लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट को लेकर बहुत सी बातें की जाती हैं और इसके प्रीमियम के आधार पर कई निवेशक निवेश का फैसला लेते हैं. चूंकि ग्रे मार्केट भी कंपनी के लिस्टेड होने से पहले शेयरों की खरीद-बिक्री से जुड़ा हुआ है तो ऐसे में अधिकतर लोग अनलिस्टेड और ग्रे मार्केट को एकसमान समझ लेते हैं जबकि ऐसा नहीं है.
Unlisted Market vs Grey Market को ऐसे समझें
- जब कोई कंपनी आईपीओ के प्राइस बैंड का ऐलान करती है तो उसके आस-पास ग्रे मार्केट गतिविधियां शुरू हो जाती हैं. इसके विपरीत अनलिस्टेड मार्केट में शेयरों की ट्रेडिंग आईपीओ आने से बहुत पहले भी जारी हो सकती हैं जैसे कि नजारा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ इस साल आया है लेकिन इसके शेयर अनलिस्टेड मार्केट में वर्ष 2018 से ही उपलब्ध हैं.
- ग्रे मार्केट में शेयरों की डीलिंग में वास्तव में कोई शेयर नहीं मिलता है बल्कि एक तरह से यह अनऑफिशियल फ्यूचर/फारवर्ड की तरह हैं. इसके विपरीत अनलिस्टेड मार्केट में शेयरों को डीमैट खाते में रखा जाता है. सेबी के नियमों के मुताबिक सभी फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रिक फॉर्म में रखना अनिवार्य है.
- ग्रे मार्केट में शेयरों की खरीद-बिक्री कैश के जरिए होती है और इसमें पूरी प्रक्रिया भरोसे पर टिकी होती है यानी इसमें रिस्क बहुत अधिक है. इसके विपरीत अनलिस्टेड मार्केट में ट्रेडिंग के लिए सेबी की गाइडलाइंस तो नहीं है लेकिन चूंकि इसमें लेन-देन कैश में नहीं होता है और शेयर डीमैट में रखे जाते हैं, इसलिए यह लीगल है और इसमें रिस्क नहीं है.
Stock Market Live: शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद, सेंसेक्स 248 अंक मजबूत, निफ्टी 18,403 पर, चेक करें आज के टॉप गेनर्स और लूजर्स
Fusion Micro Finance Listing: फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस की लिस्टिंग ने निवेशकों को किया निराश, 2.5% डिस्काउंट पर शेयरों की शुरुआत, एक्सपर्ट्स व्यू
Stocks in News: NDTV, L&T Infotech, Mindtree, Zomato समेत इन शेयरों पर रखें नजर, इंट्राडे में करा सकते हैं कमाई
- ग्रे मार्केट में शेयरों की ट्रेडिंग किसी स्थानीय ब्रोकर के जरिए होती है और उसके जरिए शेयरों के लिए अनऑफिशियली फारवर्ड/फ्यूचर कांट्रैक्ट किए जाते हैं. इसके विपरीत अनलिस्टेड मार्केट में एक डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में शेयरों को ट्रांसफर किया जाता है. शेयर कैसे ख़रीदे
- ग्रे मार्केट में आईपीओ आने से पहले शेयर उपलब्ध नहीं रहते हैं जबकि अनलिस्टेड मार्केट में शेयर आईपीओ आने से पहले भी डीमैट खाते में रहते हैं. अनलिस्टेड मार्केट में कंपनी शेयर कैसे ख़रीदे के प्रमोटर या एंप्लाई के जरिए शेयर उपलब्ध होते हैं. अनलिस्टेड मार्केट में शेयर खरीदने के लिए अनलिस्टेड मार्केट को डील करने वाले ब्रोकर से संपर्क किया जा सकता है.
(यह आर्टिकल अनलिस्टेड मार्केट में डील करने वाले और unlistedarena.com के फाउंडर अभय दोशी से बातचीत पर आधारित है.)
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