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कोरोना महामारी के नए वेरिएंट को लेकर WHO ने दुनिया भर के कई देशों को चेताया, जानिए

COVID NEW VARIANT : दुनिया भर के कई देशों में कोरोना संक्रमण की नई लहर का प्रकोप एक बार फिर से देखने को मिल रहा है, तो वहीं इसको लेकर विश्वव स्वास्थथय संगठन यानी WHO ने इस नए वेरिएंट को लेकर बड़ी जानकारी दी है. संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ देशों में ओमिक्रोन के एक्सबीबी सब वेरिएंट के कारण कोविड संक्रमण की एक और लहर देखी जा सकती है.

उनहोंने बताया कि ‘‘ओमिक्रोन के 300 से अधिक सब वेरिएंट हैं. मुझे लगता है कि अभी जो चिंता का सबब है, वह एक्सबीबी है. यह प्रतिरक्षा तंत्र (Immune System) से बचने की क्षमता रखता है, जिसका मतलब है कि एंटीबॉडी का भी इस पर असर नहीं पड़ता. इसलिए हम धीरे-धीरे एक्सबीबी के कारण कुछ देशों में संक्रमण की एक नई लहर देख सकते हैं.’’

XBB Sub-Variant: कोरोना के जिस सब-वेरिएंट से डरा चीन, उसे लेकर भारत में आई राहत की खबर, एक्सपर्ट ने कहा ये.

XBB Sub-Variant: कोरोना के जिस सब-वेरिएंट से डरा चीन, उसे लेकर भारत में आई राहत की खबर, एक्सपर्ट ने कहा ये.

Corona Omicron Sub-Variant: पिछले दिनों कोरोना के नए सब-वेरिएंट एक्सबीबी (Corona Sub-Variant XBB) के मरीज भारत में मिलने से टेंशन बढ़ गई थी, लेकिन अब इसे लेकर राहत की खबर है. भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स संघ (इन्साकॉग) ने कहा है कि कोविड-19 के ओमीक्रोन सब-वेरिएंट एक्सबीबी से संक्रमित भारतीय रोगियों में हल्के लक्षण हैं और उनमें गंभीर समस्या नहीं देखी गई है.

घबराने की जरूरत नहीं, पर नियमों का करें पालन

विशेषज्ञों के समूह इन्साकॉग ने कहा कि देश में अनेक राज्यों में ऐसे लोग मिले हैं जिनमें एक्सबीबी वेरिएंट की पुष्टि हुई है. संगठन एक्सबीबी और एक्सबीबी.1 की उत्पत्ति और विकास के साथ ही अन्य किसी नए सब-वेरिएंट पर करीबी नजर रख रहा है. लोगों को नए सब-वेरिएंट को लेकर किसी भी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है. हालांकि फेस्टिव सीजन की वजह से कोरोना वायरस संबंधी उचित गाइडलाइंस का पालन करना अब भी जरूरी है.

किसी भी मरीज में नहीं दिखी गंभीर समस्या

इन्साकॉग का कहना है कि अभी तक इस नए सब-वेरिएंट से संक्रमित जो भी भारतीय मरीज सामने आए हैं उनमें हल्के लक्षण देखे गए हैं. किसी में भी गंभीर समस्या नहीं देखी गई है. इन्साकॉग ने कहा कि महामारी के मौजूदा चरण में सार्स-सीओवी-2 वायरस लगातार अन्य स्वरूपों में उत्परिवर्तित हो रहा है, जिनमें से कुछ अधिक संक्रमण क्षमता वाले हो सकते हैं और वे रोग प्रतिरोधक क्षमता से बचकर निकल सकते हैं.

इसलिए इस सब-वेरिएंट को लेकर है डर का माहौल

बता दें कि पिछले महीने ओमिक्रॉन का एक और सब-वैरिएंट XBB सामने आया था. इससे सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में नई लहर का खतरा बढ़ गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने भी पिछले दिनों इसे लेकर चेताया था. उन्होंने कहा था कि XBB से दुनिया के कई देशों में नई लहर आ सकती है. इसी वजह से दुनियाभर में खौफ का माहौल था. चीन में इस डर से कई शहरों में फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है.

कैसे बना ओमिक्रॉन का यह सब-वेरिएंट

XBB ओमिक्रॉन के सब-लाइनेज BJ.1 और BA.2.75 से मिलकर बना है. इसे रिकॉम्बिनेंट वैरिएंट कहा जाता है. वहीं, XBB.1, XBB का सब-लाइनेज है. ब्रिटेन, अमेरिका और सिंगापुर में कोरोना केस अचानक बढ़े हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोरोना के केस XBB की वजह से बढ़ सकते हैं. XBB और XBB.1 के मरीज सिंगापुर, बांग्लादेश, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के अलावा भारत में भी मिल चुके हैं.

ब्रिटेन में कोरोना वायरस के एक्सबीबी, बीक्यू.1 वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता

ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के केस बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। कोरोना के एक्सबीबी और बीक्यू.1 वेरिएंट से लोग संक्रमित हो रहे हैं। हाल ही में ब्रिटेन में बीक्यू.1 वेरिएंट से संक्रमित 650 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। वैज्ञानिकों ने कहा है कि इन दोनों वैरिएंट को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह वेरिएंट नवंबर के अंत तक अमेरिका और यूरोप में कोरोना की नई लहर की वजह बन सकते हैं।
इन दो वेरिएंट मिलने के बाद ब्रिटेन में हड़कंप मच गया है। यहां अब तक एक्सबीबी के 16 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इनकी रोकथाम के लिए सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। विशेषज्ञ एक्सीबीबी और बीक्यू.1 पर नजर रखे हुए हैं। दोनों वेरिएंट जबरदस्त ताकतवर हैं। इन एक्सटीबी पर किसी तरह की वैक्सीन का कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा। अगर लोग सावधान नहीं हुए तो पूरे देश में कोरोना की एक नई लहर आ जाएगी।
दूसरी ओर, ब्रिटेन की स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इन दोनों वेरिएंट पर नजर रखी जा रही है। इन पर लगातार अध्ययन चल रहा है। यूनिवर्सिटी ऑफ बेसल के वैज्ञानिकों का कहना है कि इन दोनों वेरिएंट के कई सब-वेरिएंट भी हैं। अगर इन्हें काबू नहीं किया गया तो देश की स्थिति अनियंत्रित हो सकती है। बेसल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बिल्कुल वैसा ही है जब ओमिक्रॉन आया था और उस पर वैक्सीन कोई खास असर नहीं कर रही थी। अब तो सैकड़ों सब-वेरिएंट भी हैं। यह एक तरह से वैश्विक चेतावनी है।

ब्रिटेन में दो नए वैरिएंट बनेंगे दुनिया के लिए मुसीबत

लंदन। ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ने स्वास्थ्य अधिकारियों की एक बार फिर से चिंता बढ़ा दी है। यहां कोरोना के दो नए वैरिएंट बीक्यू.1 व एक्सबीबी की पहचान की गई है। अधिकारियों का कहना है कि दोनों ही वैरिएंट काफी संक्रामक हैं और तेजी से लोगों अपनी चपेट में ले रहे हैं।
आंकड़ों को देखें तो अभी तक बीक्यू.1 वैरिएंट के 700 से अधिक और एक्सबीबी वैरिएंट के 18 मामलों का पता चला है। शुरुआती जांच में पता चला है कि मौजूदा टीके इन दोनों वैरिंएट को रोकने में नाकाफी साबित हो सकते हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वे अभी भी इन वैरिएंट पर अध्ययन कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सामने आए दोनों ही वैरिएंट ओमिक्रॉन संस्करण के वंशज हैं और नवंबर के अंत तक ये वैरिएंट काफी खतरनाक हो सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि दोनों वैरिएंट नवंबर के अंत तक पूरे यूरोप और उत्तरी अमेरिका में कोरोना की नई लहर का कारण बन सकते हैं।

भारत में भी मिल चुका है एक्सबीबी वैरिएंट – बता दें, भारत में एक्सबीबी वैरिएंट का भी पता चला है, जिसमें अधिकांश संक्रमण पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और तमिलनाडु में है। इसके अलावा कर्नाटक, गुजरात और राजस्थान में भी कुछ मामलों का पता चला है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी दी है कि त्योहारी सीजन खत्म होने के बाद नवंबर के मध्य में एक्सबीबी वैरिएंट अपने चरम पर पहुंच सकता है।

कोरोना की नई लहर का खतरा, WHO की चीफ साइंटिस्ट ने दी चेतावनी

कोरोना की नई लहर के प्रति विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी जारी की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की चीफ साइंटिस्ट डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ देशों में ओमिक्रोन के एक्सबीबी सब वेरिएंट के कारण कोविड संक्रमण की एक और लहर देखी जा सकती है। एक्सबीबी वेरिएंट में पिछले ओमिक्रॉन एक्सटीबी सब-वेरिएंट की तुलना में बहुत अधिक म्यूटेशन होने की सूचना मिली है।

भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के संक्रमण बढ़ता जा रहा है। बीते कुछ एक्सटीबी दिनों इसके नए नए वेरिएंट सामने आ रहे है। कोरोना वायरस की एक बार फिर नई लहर आ सकती है और दुनियाभर में कहर ढा सकती है। इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी जारी की है। WHO के मुताबिक कुछ देशों में कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट के एक्सबीबी सब-वेरिएंट की नई लहर आ सकती है। महाराष्ट्र में XBB सब-वेरिएंट के कई मामले सामने आए हैं।

डॉ. स्वामीनाथन ने कहा कि ओमिक्रोन के 300 से अधिक सब वेरिएंट हैं। मौजूदा समय में एक्सबीबी चिंता का सबब बना हुआ है। यह वेरिएंट प्रतिरक्षा तंत्र (Immune System) से बचने की एक्सटीबी क्षमता रखता है। एंटीबॉडी का भी इस पर असर नहीं पड़ता। ऐसे में धीरे-धीरे एक्सबीबी के कारण कुछ देशों में संक्रमण की एक नई लहर आ सकती है।

महाराष्ट्र में XBB सब-वेरिएंट के कई मामले सामने आए हैं। यहां अक्टूबर के पहले पखवाड़े में ओमिक्रॉन के एक्सबीबी सब-वेरिएंट के कम से कम 18 मामले दर्ज किए जा चुके है। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इनमें से 13 मामले पुणे से, दो-दो मामले नागपुर और ठाणे से तथा एक मामला अकोला जिले में मिला है।

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