स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है

Types of Trading
आप यदि स्टॉक मार्केट में इंटरेस्ट रखते होंगे, तो आपको ट्रेडिंग के बारे में अवश्य ही पता होगा। लेकिन काफी लोगों के मन में यह सवाल भी जरूर आता है, कि ट्रेडिंग आखिर कितने प्रकार (Types of Trading) की होती है।
तो चलिए आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे की ट्रेडिंग के प्रकार (Types of Trading) कितने होते हैं।
ट्रेडिंग के प्रकार (Types of Trading)
स्टॉक मार्केट (Stock Market) में ट्रेडिंग के मुख्यत चार प्रकार होते हैं। तो चलिए जानते हैं, – Types of Trading के बारे में।
1. इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)
इंट्राडे ट्रेडिंग के अंतर्गत आपको अपने द्वारा लिए गए ट्रेड को एक ही दिन की अंदर लेना भी होता है, साथ ही उसी दिन बेचना भी होता है। यदि आप अपने शेयर या फिर ट्रेड को किसी भी वजह से बेचना नही चाहते हो, तो आपका वह शेयर ऑटोमैटिक मार्केट बंद होने पर खुद का खुद सेल हो जायेगा। भारतीय स्टॉक मार्केट का समय सुबह 9:15AM से शाम के 3:30PM तक होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
इंट्राडे ट्रेडिंग का सबसे मुख्य फायदा यह है, कि यदि आपके पास स्टॉक को लेने लायक कैपिटल नहीं भी हो, तभी भी आपको वह स्टॉक एक सस्ते प्राइस पर मिल जाता है। मतलब की इसमें आपको ब्रोकर की तरफ से एक अच्छा खासा मार्जिन देखने को मिल जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग का नुकसान यह है, कि आपको उसी दिन ट्रेड को लेना भी होता है, और बंद भी करना होता है। अब चाहे आप फायदे में हो या फिर नुकसान में। इसमें रिस्क भी काफी अधिक होता है। यदि आपको स्टॉक मार्केट के बारे में अधिक नॉलेज नही है, तो फिर आपको इससे दूर रहना चाहिए, क्योंकि शुरुआती दौर में सभी लोग इंट्राडे ट्रेडिंग को काफी पसंद स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है करते हैं। और आखिरी में उनको असफलता ही देखने को मिलती है।
2. स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)
स्विंग ट्रेडिंग में आपके द्वारा लिए गए ट्रेड को कुछ दिनों या फिर कुछ हप्तों तक होल्ड करने के बाद बेच सकते हो। जिसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है। यह ट्रेडिंग आपकी इंट्राडे ट्रेडिंग से बिल्कुल अलग होती है। इसमें आप अपना लॉस और प्रॉफिट को आसानी से झेल सकते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे
यदि आप ट्रेडिंग के फील्ड में नए उतरे हैं, तो आपके लिए स्विंग ट्रेडिंग एक अच्छी ऑपोच्युनिटी हो सकती है। इसके बाद आप अच्छे स्टॉक्स को भी सेलेक्ट कर सकोगे। साथ ही आप स्टॉक मार्केट के उतार चढ़ाव को भी आसानी से समझ पाओगे।
स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान
स्विंग ट्रेडिंग में यदि आपके द्वारा अच्छे स्टॉक्स को नहीं चुना गया तो आप स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है नुकसान में जाओगे। इस ट्रेडिंग में आपके द्वारा अच्छे स्टॉक्स को चुनना बहुत जरूरी है, ताकि आप स्टॉक में काफी दिनों तक इन्वेस्ट रख सके।
3. शॉर्ट टर्म इन्वेस्टिंग (Short term investing)
ट्रेडिंग में कुछ ट्रेड ऐसे भी होते हैं, जोकि लोग कुछ हप्तों से लेकर के महीनों तक भी होल्ड करके रखते हैं। उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जा सकता है। शॉर्ट टर्म इन्वेस्टिंग में एक स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है एक्टिव ट्रेड इन्वेस्टमेंट होती है, जिसमे की आपको नजर रखनी होती है, तभी जाकर के आप अपने स्टॉक को मिनिमाइज कर सकते हो।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे
शॉर्ट टर्म में यदि आप अपनी पूरी रिसर्च के साथ स्टॉक्स को सेलेक्ट करते हो, तो आप अपने लॉस को मिनिमाइज कर सकते हो। और प्रॉफिट में रह सकते हो।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के नुकसान
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग में आप नुकसान में तब जा सकते हो, यदि आप दूसरों की राय लेकर के स्टॉक्स को बाय करोगे। यदि आपने यूट्यूब या फिर किसी अन्य प्लेटफॉर्म से सुन कर के स्टॉक्स में इन्वेस्ट किया है, तो आप पक्का लॉस मे जाओगे। क्योंकि इसमें खुद की रिसर्च के साथ साथ आपको स्टॉक के फंडामेंटल भी पता होने चाहिए।
4. लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग (Long term trading)
लॉन्ग टर्म के स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है नाम से ही आपको पता चल रहा होगा, कि आखिर लॉन्ग टर्म किसे कहेंगे, लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग आप उसे कह सकते हैं, जिसमे आप स्टॉक्स को एक साल से अधिक समय तक होल्ड कर के रखते हैं। लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग कहलाती है।
लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग के फायदा और नुकसान
लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में यदि आपने स्टॉक्स के फंडामेंटल को अच्छे से देख करके स्टॉक्स को बाय किया है, तो आप एक अच्छा रिटर्न्स कमा सकते हैं। लेकिन यदि आपने स्टॉक्स को बिना सोचे समझे किस्मत के भरोसे लिया है, तो आप हमेशा नुकसान में ही रहोगे।
इसलिए आप जब भी स्टॉक्स को बाय करोगे तो आपको उस स्टॉक्स के फंडामेंटल जान लेना चाहिए। ताकि आप हमेशा लॉन्ग टर्म में प्रॉफिटेबल में रहो।
उम्मीद करता हूं कि आपको Types of Trading अच्छे से समझ आ गई होगी। यदि आपका कोई भी सवाल हो, तो आप कमेंट में पूछ सकते हैं।
Trading kise kahate hain | ट्रेडिंग कैसे करते हैं | ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं
यदि आप स्टॉक मार्किट में जरा भी दिलचस्पी रखते हैं, तो आपने ट्रेडिंग शब्द जरूर सुना होगा, क्या आप जानते हैं, ट्रेडिंग क्या होता है, Trading kise kahate hain, ट्रेडिंग क्यों की जाती है, और ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है। तो ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।
दरअसल जब आप स्टॉक मार्किट में अपनी शुरुवात करते हैं, तो आप के लिए कई शब्द बिलकुल नए होते हैं, जिनके बारे में आपको कोई जानकारी नहीं होती है, जैसे स्टॉक एक्सचेंज, आईपीओ, सेंसेक्स, निफ़्टी, इन्वेस्टर, रिटेलर इत्यादि, और इन्ही में से एक शब्द Trading भी है। तो चलिए जानते हैं, Trading क्या होता है।
पिछले कुछ समय में जिस गति से लोगों के बीच स्टॉक मार्किट में इन्वेस्टमेंट को लेकर चलन बड़ा है, खास करके युवा वर्ग की स्टॉक मार्किट में काफी दिलचस्पी देखि गई है, इस से पता चलता है, की आने वाले समय में भारत में नए निवेशकों की संख्या में बंपर बढ़ोतरी होने वाली है।
ट्रेडिंग क्या होता है | Trading kise kahate hain
ट्रेडिंग का हिंदी में अर्थ होता है, व्यापार, जब दो संस्थाओं के बीच आम तोर पर मुनाफे के उद्देश्य से वस्तुओं या सेवाओं का आदान प्रदान होता है, तो वह ट्रेडिंग केहलाता है। ट्रेडिंग यानि व्यापार द्वारा ही धन प्राप्त होता है, और यही समाज में प्रगति के चक्र को भी नियंत्रित करता है। ट्रेड वस्तुओं या सेवाओं के अनुसार अलग-अलग हो सकता है, लेकिन इसकी प्रक्रिया लगभग एक समान ही होती है।
अब यदि फाइनेंसियल मार्किट या स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग को समझें, की ट्रेडिंग क्या होती है? तो यहाँ पर आम बाजार की तरह प्रोडक्ट और सेवाओं के जगह कंपनियों के स्टॉक्स, शेयर्स, बांड्स इत्यादि को ख़रीदा व बेचा जाता है। वह व्यक्ति जो कपनियों के स्टॉक्स को मुनाफे के उद्देश्य से खरीदता व बेचता है, उसे Trader कहा जाता है, और बाजार जहाँ पर ट्रेडिंग की जाती है, वह शेयर बाजार केहलाता है।
ट्रेडिंग मुख्य रूप से छोटी अवधी में कंपनियों के स्टॉक्स को खरीद व बेच कर अधिक से अधिक मुनाफा कमाने से जुड़ा है, इसमें ट्रेडर द्वारा बाजार के उतार-चढ़ाव का लाभ लिया जाता है। बाजार से मुनाफा क्या और कितना होगा यह बाजार के मूड, ट्रेडर की तकनीक और उसकी एनालिसिस स्किल पर निर्भर करता है। भारत में मुख्य दो स्टॉक एक्सचेंज हैं, BSE और NSE इन दोनों में ट्रेडिंग का समय सुबह 9:15 AM से शाम 3:30 PM Monday से Friday तक होता है, इसके बाद मार्केट बंद हो जाता है।
ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है, जिसके लिए में पर्सनली Grow App को दूसरे प्लेटफॉर्म्स की तुलना में बेहतर मानता हूँ, क्योंकि यह एक User friendly एप्प है, जिसका नेविगेशन काफी आसान है। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर आप Grow App को Download, Install व Register कर सकते हैं।
स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Stock market Trading in Hindi
स्टॉक मार्किट ट्रेडिंग के मुख्य तीन प्रकार हैं।
Intraday Trading :-
इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है, जब कोई निवेशक एक ही दिन के भीतर कोई स्टॉक्स खरीदता और बेचता है, तो वह Intraday trading केहलाता है। इसका अर्थ हुवा की यदि आपने आज के दिन में किसी कंपनी के स्टॉक्स ख़रीदे हैं, तो मार्किट बंद होने तक आज ही आपको उन स्टॉक्स को बेचना होगा। इस प्रकार की ट्रेडिंग अनुभवी ट्रेडर्स के द्वारा की जाती है, क्योंकि इसमें रिस्क अधिक होता है, और तेजी से स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है निर्णय लेने पड़ते हैं।
Position Trading :-
पोजीशन ट्रेडिंग में इंट्राडे की तुलना में निवेशक को ट्रेडिंग के लिए अधिक समय मिल जाता है, क्योंकि यह Buy और Hold रणनीति पर निर्भर करता है। इसमें निवेशक लंबे समय तक के लिए स्टॉक्स को होल्ड रख सकता है, जब तक की स्टॉक्स के दाम में वृद्धि ना हो जाए, यानि इसमें निवेशक हफ़्तों और महीनों तक स्टॉक्स को होल्ड रख सकता है।
Scalping Trading :-
स्काल्पिंग ट्रेडिंग का सबसे शार्ट टर्म फॉर्म है, जिसमे एक ही दिन के भीतर ट्रेडर कई ट्रेड कर लेते हैं, जिनकी संख्या 10 से कई 100 ट्रेड तक हो सकती है। इस ट्रेडिंग रणनीति में ट्रेडर का उद्देश्य स्टॉक की कीमतों में होने वाले छोटे बदलावों से मुनाफा कमाना होता है, क्योंकि उनके द्वारा ऐसा माना जाता है, की स्टॉक की कीमतों में होने वाले छोटे बदलावों का अनुमान लगाना बढे बदलावों की तुलना में ज्यादा आसान होता है। स्कल्पिंग ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर्स को Scalper कहा जाता है।
Swing Trading :-
स्कल्पिंग से उलट स्विंग ट्रेडिंग में ट्रेडर्स अपनी पोजीशन को दिनों और हफ़्तों तक बनाए रख सकते हैं। इसमें मुख्य रूप से ट्रेडर ट्रेंड को पेहचान कर अपना निर्णय लेते हैं, और ट्रेंड की पेहचान के लिए Technical indicators का उपयोग किया जाता है, जिसके द्वारा अनुमान लगाया जाता है, की कोई स्टॉक ऊपर जाएगा या नीचे और उसी अनुसारी स्टॉक्स की buying और selling की जाती है।
अंतिम शब्द
ट्रेडिंग में जिस प्रकार युवाओं की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है, अधिक से अधिक लोग प्रतिदिन ट्रेडिंग में अपने सफर की शुरुवात कर रहे हैं, ऐसे में स्टॉक मार्किट में उन सभी नए Users के लिए यह पोस्ट मददगार साबित हो सकती है। हमें उम्मीद है, इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप जान गए होंगे Trading kise kahate hain और यह कितने प्रकार की होती है। इस पोस्ट से जुड़े यदि आपके कोई सवाल या सुझाव हैं, तो आप हमें कमेंट द्वारा नीचे बता सकते हैं।
कम समय में चाहते हैं मोटा मुनाफा, तो आप ट्रेडिंग ऑप्शन पर लगा सकते हैं दांव
शेयर मार्केट के संबंध में अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. हालांकि, दोनों माध्यमों में निवेशकों का मकसद पैसा कमाना ही होता है, लेकिन इनमें समय अवधि का अंतर होता है. निवेश का संबंध जहां कई वर्षों से है, वहीं ट्रेडिंग में कुछ मिनटों से लेकर कुछ साल तक के लिए पॉजिशन रखा जाता है.
- News18Hindi
- Last Updated : स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है June 11, 2022, 14:52 IST
नई दिल्ली . शेयर मार्केट संबंधित चर्चा होते ही अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. कई लोग ट्रेडिंग और निवेश में फर्क नहीं कर पाते हैं. तो आपको बता दें कि ट्रेडिंग और निवेश के बीच सबसे अहम अंतर समय अवधि का है. निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में समय अवधि काफी कम होती है. ट्रेडिंग कई प्रकार की होतीं हैं और ट्रेडर्स स्टॉक में अपनी पॉजिशन बहुत कम समय तक रखते हैं, जबकि निवेश वे लोग करते हैं, जो स्टॉक को वर्षों तक अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं. अगर आप कम समय में मोटा मुनाफा चाहते हैं, तो ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है.
सिक्योरिटीज की खरीद-बिक्री की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं. फाइनेंसियल मार्केट की स्थिति और जोखिम के आधार पर ट्रेडिंग की विभिन्न स्ट्रेटेजी हैं. ट्रेडर्स अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से इनका चयन करते हैं. साथ ही विभिन्न प्रकार की ट्रेडिंग से जुड़े रिस्क और लागत को भी ध्यान में रखते हैं. आइए, यहां हम उन लोकप्रिय ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की चर्चा करते हैं, जो अधिकतर ट्रेडर अपनाते हैं.
इंट्राडे ट्रेडिंग
शेयर बाजार में महज 1 दिन के कारोबार में भी मोटा प्रॉफिट कमाया जा सकता है. दरअसल, बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading) कहते हैं. इस स्ट्रेटेजी के तहत शेयर खरीदा तो जाता है, लेकिन उसका मकसद निवेश नहीं, बल्कि 1 दिन में ही उसमें होने वाली बढ़त से प्रॉफिट कमाना होता है. इसमें चंद मिनटों से ले कर कुछ घंटे तक में ट्रेडिंग हो जाती है. हालांकि, यह जरूरी नहीं कि इंट्रोडे ट्रेडर्स को हमेशा प्रॉफिट ही होता हो. ट्रेडर्स अपना ट्रेड शेयर मार्केट बंद होने से पहले बंद करते हैं और प्रॉफिट या लॉस उठाते हैं. इसमें तेजी से निर्णय लेना होता है.
पॉजिशनल ट्रेडिंग
पॉजिशनल ट्रेडिंग (Positional trading) स्टॉक मार्केट की एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है, जिसमें स्टॉक को लंबे समय तक होल्ड किया जाता है. इस स्ट्रेटेजी के तहत ट्रेडर्स किसी स्टॉक को कुछ महीने से लेकर कुछ साल तक के लिए खरीदते हैं. उसके बाद उस स्टॉक को बेच कर प्रॉफिट या लॉस लेते हैं. उनका मानना होता है कि इतनी अवधि में शेयर के दाम में अच्छी बढ़ोतरी होगी. निवेशक आमतौर पर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल ग्राउंड को ध्यान में रखकर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल को ध्यान में रखकर यह स्ट्रेटेजी अपनाते हैं.
स्विंग ट्रेडिंग
स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading) में टाइम पीरियड इंट्राडे से अधिक होता है. कोई स्विंग ट्रेडर अपनी पॉजिशन 1 दिन से अधिक से लेकर कई हफ्तों तक होल्ड कर सकता है. बड़े टाइम फ्रेम में वोलैटिलिटी कम होने के साथ प्रॉफिट बनाने की संभावना काफी अधिक होती है. यही कारण है कि अधिकतर लोग इंट्राडे की अपेक्षा स्विंग ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं.
टेक्निकल ट्रेडिंग
टेक्निकल ट्रेडिंग (technical trading) में निवेशक मार्केट में मूल्य परिवर्तन की भविष्यवाणी करने के लिए अपने टेक्निकल एनालिसिस ज्ञान का उपयोग करते हैं. हालांकि, इस ट्रेडिंग के लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं है. इसमें पॉजिशन 1 दिन से लेकर कई महीने तक रखा जा सकता है. शेयर मार्केट में कीमतों में उतार-चढ़ाव को निर्धारित करने के लिए अधिकतर ट्रेडर्स अपने टेक्निकल एनालिसिस स्किल का उपयोग करते हैं. टेक्निकल स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है एनालिसिस के तहत देखा जाता है कि किसी खास समय अवधि में किसी शेयर की कीमत में कितना उतार-चढ़ाव आया. इस अवधि में इसकी ट्रेड की गई संख्या में क्या कभी कोई बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है.
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क्या LINK छह महीने की सीमा के निचले स्तर पर खरीदारी के उचित अवसर प्रदान करता है
फिर भी, बिटकॉइन डाउनट्रेंड में था। चैनलिंक की बाजार संरचना हाल के नुकसान के बाद मंदी की स्थिति में थी। हालांकि जोखिम भरा है, ट्रेडर एक सीमा के निचले स्तर से कीमतों में संभावित उछाल से लाभ की ओर देख सकते हैं जो काफी समय से खेल में है।
$ 6.3 मई से स्थिर है और एक आकर्षक (यद्यपि जोखिम भरा) खरीदारी का अवसर प्रदान कर सकता है
स्रोत: ट्रेडिंग व्यू पर लिंक / यूएसडीटी
मई के बाद से, LINK ने $9.45 से $5.62 की रेंज (पीला) के भीतर कारोबार किया है, रेंज के मध्य-बिंदु के साथ $7.54 पर। मध्य-बिंदु ने मई के बाद से कठोर समर्थन और प्रतिरोध के रूप में काम किया है, जिसने सीमा में विश्वास जोड़ा है।
रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) मंदी की गति दिखाने के लिए तटस्थ 50 से नीचे था, जबकि बाजार से महत्वपूर्ण पूंजी प्रवाह को इंगित करने के लिए चैकिन मनी फ्लो (CMF) -0.05 से नीचे था। नवंबर में OBV को भी तेज झटका लगा क्योंकि LINK $9 से गिरकर $5.7 के निचले स्तर पर आ गया। फिर भी, जुलाई के बाद से, OBV ने उच्चतर चढ़ावों की एक श्रृंखला पोस्ट की है। यह लिंक टोकन के कुछ संचय का प्रमाण था।
पिछले छह महीनों में, $6.3 का समर्थन स्तर मजबूत रहा है। कम समय सीमा के चार्ट से पता चलता है कि हाल के महीनों में $6.3 और $5.9 महत्वपूर्ण समर्थन स्तर रहे हैं। पिछले सप्ताह के दौरान बाजारों में तमाम तबाही के बावजूद, चेनलिंक को अभी भी निम्न स्तर से नीचे नहीं टूटना था।
व्यापारी $ 6.3 और $ 5.9 स्तरों के एक पुनर्परीक्षण को खरीदने के लिए देख सकते हैं। उनके स्टॉप-लॉस ऑर्डर $5.3 क्षेत्र के पास रखे जा सकते हैं, मिड-रेंज और रेंज हाई पर टेक-प्रॉफिट ऑर्डर के साथ। बाद में गिरकर 5.7 डॉलर पर आने के बावजूद 10 नवंबर से फंडिंग दर भी सकारात्मक थी।
अचानक स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है नेटवर्क वृद्धि देखी गई जबकि धारक घाटे में चले गए
चेनलिंक के 9 डॉलर के निशान से गिरने के बाद 365-दिवसीय बाजार मूल्य से वास्तविक मूल्य (एमवीआरवी) अनुपात चट्टान की तरह गिर गया। इसका मतलब है कि धारकों ने अपने लिंक टोकन को भुनाने का अवसर लिया। उसी समय, नेटवर्क ग्रोथ मेट्रिक में भारी उछाल देखा गया। यह स्पाइक सितंबर और अक्टूबर 2021 में पोस्ट किए गए इस मीट्रिक के उच्च स्तर से टूट गया, जो एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था।
मूल्य कार्रवाई और OBV साक्ष्य के साथ संयुक्त, क्या यह संकेत दे सकता है कि चेनलिंक के लिए एक लंबी अवधि की प्रवृत्ति उलट रही है? अभी तक नहीं है। व्यापारी विशेष रूप से दी गई सीमा के अनुसार मुनाफा लेने पर विचार कर सकते हैं। जब तक बिटकॉइन अपनी उच्च समय सीमा की प्रवृत्ति को उलट नहीं सकता, तब तक चेनलिंक खरीदना जोखिम भरा हो सकता है।
क्या LINK छह महीने की सीमा के निचले स्तर पर खरीदारी के उचित अवसर प्रदान करता है
फिर भी, बिटकॉइन डाउनट्रेंड में था। चैनलिंक की बाजार संरचना हाल के नुकसान के बाद मंदी की स्थिति में थी। हालांकि जोखिम भरा है, ट्रेडर एक सीमा के निचले स्तर से कीमतों में संभावित उछाल से लाभ की ओर देख सकते हैं जो काफी समय से खेल में है।
$ 6.3 मई से स्थिर है और एक आकर्षक (यद्यपि जोखिम भरा) खरीदारी का अवसर प्रदान कर सकता है
स्रोत: ट्रेडिंग व्यू पर लिंक / यूएसडीटी
मई के बाद से, LINK ने $9.45 से $5.62 की रेंज (पीला) के भीतर कारोबार किया है, रेंज के मध्य-बिंदु के साथ $7.54 पर। मध्य-बिंदु ने मई के बाद से कठोर समर्थन और प्रतिरोध के रूप में काम किया है, जिसने सीमा में विश्वास जोड़ा है।
रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) मंदी की गति दिखाने के लिए तटस्थ 50 से नीचे था, जबकि बाजार से महत्वपूर्ण पूंजी प्रवाह को इंगित करने के लिए चैकिन मनी फ्लो (CMF) -0.05 से नीचे था। नवंबर में OBV को भी तेज झटका लगा क्योंकि LINK स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है $9 से गिरकर $5.7 के निचले स्तर पर आ गया। फिर भी, जुलाई के बाद से, OBV ने उच्चतर चढ़ावों की एक श्रृंखला पोस्ट की है। यह लिंक टोकन के कुछ संचय का प्रमाण था।
पिछले छह महीनों में, $6.3 का समर्थन स्तर मजबूत रहा है। कम समय सीमा के चार्ट से पता चलता है कि हाल के महीनों में $6.3 और $5.9 महत्वपूर्ण समर्थन स्तर रहे हैं। पिछले सप्ताह के दौरान बाजारों में तमाम तबाही के बावजूद, चेनलिंक को अभी भी निम्न स्तर से नीचे नहीं टूटना था।
व्यापारी $ 6.3 और $ 5.9 स्तरों के एक पुनर्परीक्षण को खरीदने के लिए देख सकते हैं। उनके स्टॉप-लॉस ऑर्डर $5.3 क्षेत्र के पास रखे जा सकते हैं, मिड-रेंज और रेंज हाई पर टेक-प्रॉफिट ऑर्डर के साथ। बाद में गिरकर 5.7 डॉलर पर आने के बावजूद 10 नवंबर से फंडिंग दर भी सकारात्मक थी।
अचानक नेटवर्क वृद्धि देखी गई जबकि धारक घाटे में चले गए
चेनलिंक के 9 डॉलर के निशान से गिरने के बाद 365-दिवसीय बाजार मूल्य से वास्तविक मूल्य (एमवीआरवी) अनुपात चट्टान की तरह गिर गया। इसका मतलब है कि धारकों ने अपने लिंक टोकन को भुनाने का अवसर लिया। उसी समय, नेटवर्क ग्रोथ मेट्रिक में भारी उछाल देखा गया। यह स्पाइक सितंबर और अक्टूबर 2021 में पोस्ट किए गए इस मीट्रिक के उच्च स्तर से टूट गया, जो एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था।
मूल्य कार्रवाई और OBV साक्ष्य के साथ संयुक्त, क्या यह संकेत दे सकता है कि चेनलिंक के लिए एक लंबी अवधि की प्रवृत्ति उलट रही है? अभी तक नहीं है। व्यापारी विशेष रूप से दी गई सीमा के अनुसार मुनाफा लेने पर विचार कर सकते हैं। जब तक बिटकॉइन अपनी उच्च समय सीमा की प्रवृत्ति को उलट नहीं सकता, तब तक चेनलिंक खरीदना जोखिम भरा हो सकता है।