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स्टॉक टिप्स के चक्कर में ना पड़ें

स्टॉक टिप्स के चक्कर में ना पड़ें
3. सुनिश्चित करें कि निवेश सलाहकार के पास मान्य रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट हो.

फांस है रोल मॉडल या अकाट्य मंत्र

अपनी कमियों और बाज़ार के सच को समझने की दृष्टि हासिल करने के बाद परखें कि यहां कौन सफल होते हैं और कितने लाख कोशिशों के बावजूद पिटते रहते हैं। दोनों से सीखें। लेकिन किसी रोल मॉडल या अकाट्य मंत्र के चक्कर में न पड़ें। हां, बाज़ार के दिग्गजों को ज़रूर पढ़ना चाहिए। मोटे तौर पर समझ लें कि भावनाओं व आवेग को किनारे रख बुद्धि का जितना इस्तेमाल करेंगे, उतना सफल होंगे। अब शुक्रवार का अभ्यास…

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निवेश – तथास्तु

शेयर बाज़ार में आप इंडेक्स फंड के ईटीएफ या म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीमों के ज़रिए परोक्ष रूप से निवेश कर सकते हैं। लेकिन सीधे निवेश करना है तो संभावनामय कंपनियां चुननी पड़ती हैं, पता करना पड़ता है कि कंपनी का भविष्य क्या हो सकता है। और, आप जानते ही हैं कि कोई भी, यहां तक कि कंपनी का प्रवर्तक भी कंपनी के बारे में सटीक भविष्यवाणी नहीं कर सकता। लेकिन बिना भविष्य का अंदाज़ा लगाए किसी […]

क्या आप जानते हैं?

जर्मन मूल की ग्लोबल ई-पेमेंट कंपनी वायरकार्ड ने बैंकिंग और इसके नजदीकी धंधों में अपने हाथ-पैर पूरी दुनिया में फैला रखे थे। फिर भी उसका कद ऐसा नहीं है कि इसी 25 जून को उसके दिवाला बोल देने से दुनिया के वित्तीय ढांचे पर 2008 जैसा खतरा मंडराने लगे। अलबत्ता, जिस तरह इस मामले में …

भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और आगे भी बढ़ेगी। लेकिन कहा जा रहा है कि इसका लाभ आम आदमी को पूरा नहीं मिलता। अमीर-गरीब की खाईं बढ़ रही है। बाज़ार को आंख मूंदकर गालियां दी जा रही हैं। लेकिन बाज़ार सचेत लोगों के लिए आय और दौलत के सृजन ही नहीं, वितरण का काम भी …

करोड़पति बनना इतना भी मुश्किल नहीं! बस लाइफ में अपनाएं काम की ये 7 Tips

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करोड़पति बनना मुश्किल है? ज्यादातर लोग इसे मुश्किल ही मानते हैं. लेकिन, दुनिया के दिग्गज बिल गेट्स या जेफ बेजोज, वॉरेन वफे या जैक मा, ऐसा कोई अरबपति नहीं है, जिसने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए मेहनत न की हो. हालांकि, मेहनत के साथ उन्होंने स्मार्ट डिसिजन भी लिए जिसके चलते वे बेशुमार दौलत बना सके. कुछ ऐसे टिप्स हैं, जिन्हें दुनिया का हर अमीर इंसान फोलो करता है. अगर आप भी इन टिप्स को फोलो करेंगे तो करोड़पति बनने का सपना पूरा हो सकता है. इसके लिए आपको स्टॉक टिप्स के चक्कर में ना पड़ें 7 टिप्स अपनानी होंगी और उन पर अमल भी करना होगा.

निवेश सलाहकार से राय लेने में बरतें ये सावधानियां

investment advisor

अक्टूबर, 2018 में ही सिप के जरिए म्यूचुअल फंडों में 7,900 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है. यह बीते साल के मुकाबले 42 फीसदी ज्यादा है. सालाना आधार पर रिटेल सेगमेंट के एयूएम में 14 फीसदी की बढ़ोतरी हुर्इ है. अक्टूबर में इस सेगमेंट के एयूएम बढ़कर 9,73,676 करोड़ रुपये पर पहुंच गए. अक्टूबर 2017 में ये 8,55,449 के स्तर पर थे.

म्यूचुअल फंडों की बढ़ती लोकप्रियता के बीच इन्हें गलत तरीके से बेचने का खतरा भी बढ़ा है. आखिरकार म्युचुअल स्टॉक टिप्स के चक्कर में ना पड़ें फंड भी तमाम निवेश विकल्पों में से ही एक हैं. अच्छी प्लानिंग के बगैर इनमें निवेश से बहुत मदद नहीं मिलती है.

इसलिए लक्ष्यों की तरह निवेश सलाहकारों की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो जाती है. निवेश करने से पहले जोखिम का आकलन जरूर कर लेना चाहिए.

इन्वेस्टमेंट अडवाइजर की सुनने से पहले इन बातों पर ध्यान रखें म्यूचुअल फंड निवेशक

Jobs

  • सेबी ने लिस्ट जारी कर बताया है कि इन्वेस्टमेंट अडवाइजर्स की सलाह लेते वक्त क्या करना चाहिए और क्या नहीं
  • इससे निवेशक को पता चल जाता है कि निवेश से पहले किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए
  • म्यूचुअल फंड्स की लोकप्रियता बढ़ने के साथ गलत बिक्री और गलत खरीदारी का खतरा भी बढ़ा है
  • ऐसे में एक इन्वेस्टमेंट अडवाइजर की भूमिका अहम हो जाती है

सुनील धवन
अगर असोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (AMFI) के ताजा आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि पिछले साल अक्टूबर में फोलियो की संख्या 63.17 करोड़ थी, जो इस साल अक्टूबर में 25 प्रतिशत बढ़कर 79.03 प्रतिशत हो गई। यही नहीं, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को अक्टूबर 2018 में सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए करीब 7,900 करोड़ रुपये मिले। यह रकम सालभर पहले के मुकाबले 42 प्रतिशत ज्यादा है। ओवरऑल रिटेल सेगमेंट की ऐसेट्स अंडर मैनेजमेंट साल-दर-साल आधार पर 14 प्रतिशत बढ़कर अक्टूबर 2018 में 9,73,676 करोड़ रुपये हो गई, जो सालभर पहले 8,55,449 करोड़ रुपये स्टॉक टिप्स के चक्कर में ना पड़ें थी।

सस्ते लोन के झांसे में ना आएं, RBI रिपोर्ट में सामने आईं 600 फर्जी लोन ऐप्स

सस्ते लोन के झांसे में ना आएं, RBI रिपोर्ट में सामने आईं 600 फर्जी लोन ऐप्स

स्मार्टफोन यूजर्स को फंसाने और उनके अकाउंट में सेंध लगाने के लिए स्कैमर्स तरह-तरह के तरीके आजमाते हैं और फेक ऐप्स भी उनमें शामिल हैं। अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के एक वर्किंग ग्रुप ने डिजिटल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स और मोबाइल ऐप्स की मदद से लोन देने का दावा कर रहीं फर्जी ऐप्स का पता लगाया है। इस ग्रुप स्टॉक टिप्स के चक्कर में ना पड़ें ने भारत में यूजर्स को नुकसान पहुंचा रहीं 600 ऐप्स की जानकारी अपनी रिपोर्ट में दी है।

डिजिटल लोन देने की प्रक्रिया स्टॉक टिप्स के चक्कर में ना पड़ें में सुधार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को इससे जुड़े सुझाव देने के लिए वर्किंग ग्रुप ने ऐसी मौजूदा ऐप्स की जांच शुरू की। ग्रुप ने पाया कि लोन, इंस्टैंट लोन और क्विक लोन जैसे कीवर्ड्स सर्च करते ही 1,100 से ज्यादा यूनीक लोन ऐप्स दिखने लगती हैं। ये ऐप्स जनवरी, 2021 से फरवरी, 2021 के बीच करीब 81 एंड्रॉयड ऐप स्टोर्स पर उपलब्ध थीं और इनमें से सैकड़ों ऐप्स फर्जी और अवैध हैं।

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