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क्या इंट्रा डे ट्रेडिंग में ट्रिगर कीमत है

क्या इंट्रा डे ट्रेडिंग में ट्रिगर कीमत है

एक दिन का आदेश क्या है? | What is a Day Order

एक दिन का आदेश एक दलाल को एक विशिष्ट मूल्य पर एक व्यापार निष्पादित करने के लिए एक आदेश पर रखा गया है जो व्यापार के दिन के अंत में समाप्त हो जाता है यदि यह पूरा नहीं होता है। एक दिन का आदेश एक सुरक्षा खरीदने या बेचने के लिए एक सीमित आदेश हो सकता है, लेकिन इसकी अवधि उस व्यापारिक दिन के शेष भाग तक सीमित होती है।

प्रमुख बिंदु| Key points

  1. दिन के आदेश प्रतिभूतियों को खरीदने या बेचने के सीमित आदेश हैं जो केवल शेष व्यापारिक दिन के लिए अच्छे होते हैं, जिस पर उन्हें रखा जाता है।
  2. यदि व्यापार शुरू नहीं होता है, तो आदेश पूरा नहीं होता है और सत्र के अंत में रद्द कर दिया जाता है।
  3. व्यापारियों के पास अन्य अवधियों का उपयोग करने का विकल्प होता है, लेकिन अधिकांश सीमा आदेश दिन के आदेश होते हैं।

Day Order क्या है?

दिन के आदेशों को समझना | Understanding Key Order

एक दिन का ऑर्डर कई अलग-अलग ऑर्डर अवधि प्रकारों में से एक है जो यह निर्धारित करता है कि ऑर्डर रद्द होने से पहले बाजार में कितना समय है। दिन के आदेश के मामले में, वह अवधि एक ट्रेडिंग सत्र है। दूसरे शब्दों में, यदि ट्रेडर के ऑर्डर को निष्पादित नहीं किया जाता है या ऑर्डर देने के दिन ट्रिगर किया जाता है, तो ऑर्डर रद्द हो जाता है। अन्य अवधि-आधारित ऑर्डर के दो उदाहरण हैं अच्छा 'टिल कैंसिल (जीटीसी) ऑर्डर जो तब तक सक्रिय रहता है जब तक कि इसे मैन्युअल रूप से रद्द नहीं किया जाता है, और तत्काल या रद्द (आईओसी) ऑर्डर, जो ऑर्डर के सभी या हिस्से को तुरंत भर देता है और शेष को रद्द कर देता है। आदेश का हिस्सा अगर इसे पूरा नहीं किया जा सकता है।

डे ऑर्डर अक्सर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर डिफ़ॉल्ट ऑर्डर अवधि के रूप में कार्य करता है। इसलिए, व्यापारी को आदेश की समाप्ति के लिए एक अलग समय सीमा निर्दिष्ट करनी चाहिए, या यह स्वचालित रूप से एक दिन का आदेश होगा। उस ने कहा, ट्रेड करते समय दिन के व्यापारी कई अलग-अलग प्रकार के ऑर्डर का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, डिफ़ॉल्ट होने के कारण, अधिकांश बाजार आदेश वास्तव में दिन के आदेश हैं।

दिन के आदेशों का उपयोग करना | Utilization of Day order

दिन के आदेश विशेष रूप से उपयोगी हो सकते हैं जब एक विशिष्ट मूल्य बिंदु पर सुरक्षा का आदेश देने के लिए उपयोग किया जाता है ताकि व्यापारी को आदेश को निष्पादित करने के लिए सही समय की प्रतीक्षा में शेष दिन के लिए सुरक्षा की निगरानी करने की आवश्यकता न हो। यह इंट्राडे व्यापारियों को एक समय में कई प्रतिभूतियों की निगरानी और व्यापार करने में मदद करता है, जो कि आम बात है। बाजार खुलने से पहले, व्यापारी प्रत्येक व्यक्तिगत सुरक्षा का विश्लेषण करते हैं जो वे व्यापार करते हैं और फिर अपनी रणनीतियों के अनुसार ऑर्डर देते हैं। व्यक्तिगत आदेश निष्पादित होते ही व्यापारी व्यापारिक दिन के दौरान आगे की कार्रवाई करता है।

इंट्राडे ट्रेडर अक्सर ऐसी रणनीतियों का उपयोग करते हैं जो बाजार बंद होने से पहले बाहर निकलने की स्थिति को निर्धारित करती हैं। इस प्रकार, यदि कोई आदेश दिन के अंत तक नहीं भरा जाता है, तो व्यापारी इसे रद्द कर देगा। क्योंकि यह दिन के ऑर्डर के लिए स्वचालित रूप से होता है, इंट्राडे ट्रेडर उनका पक्ष लेते हैं।

देखने के दिन के आदेश | Watching Day orders

दिन के आदेश उन निवेशकों के लिए तनाव का स्रोत हो सकते हैं जो पेशेवर व्यापारी नहीं हैं। यदि कोई निवेशक ट्रेडिंग दिवस के दौरान सुरक्षा की कीमत की निगरानी नहीं कर रहा है, तो उनकी जानकारी के बिना एक दिन सीमा आदेश हो सकता है। यदि कोई निवेशक कुछ सुरक्षा को बेचने के लिए एक दिन का आदेश देता है और सुरक्षा में अप्रत्याशित मूल्य गिरावट का अनुभव होता है, तो निवेशक को स्थिति से अवगत होने से पहले आदेश निष्पादित किया जा सकता है, जिससे निवेशक को उम्मीद से बड़ा नुकसान हो सकता है। इस परिदृश्य में, निश्चित रूप से, नुकसान किसी भी तरह से महसूस किया गया होगा, लेकिन हो सकता है कि निवेशकों ने गिरावट के पीछे क्या था, इसके आधार पर नुकसान पर बेचने के बजाय होल्ड करना चुना हो। एक नियम के रूप में, सक्रिय रूप से ऑर्डर देते समय बाजार पर ध्यान देना एक अच्छा विचार है।

Day Order क्या है? | Meaning of Day Order in Hindi Reviewed by Thakur Lal on जुलाई 12, 2022 Rating: 5

Stock Market में Trading कैसे करे, ट्रेडिंग कैसे करें, ट्रेडिंग करना सीखे

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान है लेकिन स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास स्टॉक मार्केट की पूरी जानकारी होना चाहिए. अगर आपके पास स्टॉक मार्केट की पूरी जानकारी नहीं है तो आप स्टॉक मार्केट में पैसे कमाने की जगह पैसे गवा सकते है.

क्योंकि स्टॉक मार्केट एक ऐसा बाजार है जो की पूरी तरह जोख़िम से भरा है. यहां अगर आपको पूरी जानकारी होती है तो आप बहुत पैसे कमा सकते हैं लेकिन अगर आपको जानकारी नहीं है तो आप कुछ ही मिनट के अंदर कंगाल भी हो सकते हैं. तो चलिए सबसे पहले स्टॉक मार्केट और ट्रेडिंग के बारे में जानते है .

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Stock Market Me Trading Kaise Kare

Stock Market में आप Intraday, Scalping और Swing आदि Trading कर सकते है यह सब स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के तरीके है जिनका उपयोग कर के आप स्टॉक मार्केट में शेयर को खरीद व बैच कर मुनाफा कामते है. जिसके लिए आपको एक किसी ट्रेडिंग Technique को चुनना होता है जैसे की इंट्राडे, स्काल्पिंग और स्विंग फिर इन ट्रेडिंग के नियमों का पालन करना होता है.

अगर आप सभी नियमों का पालन करते है और Technique को Follow करते है तो आप रोज स्टॉक मार्केट से मुनाफा कमा सकते है इन ट्रेडिंग की Technique का उपयोग कर के बस आपके पास एक Demat Account और Trading Account होना चाहिए जिनकी मदद से आप Stock Exchange में से शेयर को खरीद सके और बेचने का काम कर सके.

Demat Account Kya Hai

डीमेट अकाउंट, हमारे बैंक के सेविंग अकाउंट की तरह ही होता है. जैसे सेविंग अकाउंट का उपयोग पैसों को रखने के लिए करते हैं. ठीक उसी तरह डिमैट अकाउंट का उपयोग शेयर को रखने के लिए किया जाता है. अपना खुद का डिमैट अकाउंट कैसे खोलें यह जानने के लिए हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़.

Trading Account Kya Hai

ट्रेडिंग अकाउंट हमारे बैंक के चालू खाते की तरह होता है. जिस तरह हम चालू खाते का उपयोग पैसों का लेनदेन करने के लिए करते हैं. ठीक उसी तरह ट्रेडिंग अकाउंट का उपयोग शेयर का लेनदेन करने के लिए किया जाता है. अपना खुद का ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें उसके बारे में जानने के लिए हमारे नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.

Trading Kya Hai

रोज Stock Exchange से शेयर को खरीद कर बेचने का काम Trading कहलाता है इसे ही हम Trading कहते है और इस ट्रेडिंग को Daily 2 Days Hold और Weekly भी किया जाता है. जो की अलग अलग ट्रेडिंग Technique में Divided होती है.

ट्रेडिंग के बारे में और भी अधिक विस्तार से जानने के लिए आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़े उसमे आपको Trading क्या है उसके कितने प्रकार है पूरी जानकारी मिलेगी.

Trading Kaise Kare

ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान होता है. ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट एवं डिमैट अकाउंट होना बहुत जरूरी है. क्योंकि इनके बिना आप ट्रेडिंग नहीं कर सकते. अगर आपके पास ये है तो अब आपको ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से शेयर मार्केट से शेयर को कम दामों में खरीदना है और उस शेयर की कीमत बढ़ जाने पर उसे ज्यादा दाम में बेच कर मुनाफा कमाना है इसी तरह हम ट्रेडिंग करते हैं. ट्रेडिंग कैसे करें इसके बारे में और विस्तार से जानने के लिए हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.

Share Market Me Trading Kaise Kare

शेयर मार्केट में मुख्य रूप से तीन प्रकार की ट्रेडिंग ज्यादा होती हैं.

  • Intraday Trading
  • Scalping Trading
  • Swing Trading
Intraday Trading Kya Hai

इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग एक ही दिन के अंदर की जाने वाली ट्रेडिंग होती है. इसमें आम शेयर मार्केट के खुलने से बंद होने के बीच में शेयर को खरीद और बेच कर ट्रेडिंग करते हैं.

एक ही दिन के अंदर की जाने वाली इस ट्रेडिंग को हम इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग भी कहते है. इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में और भी विस्तार से जानने के लिए हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.

Intraday Trading Kaise Kare

शेयर मार्केट रोज सुबह 9:15 पर खुल जाती है और दोपहर में 3:30 पर बंद हो जाती है. हमें इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए सुबह 9:15 से लेकर 10:00 के बीच में शेयर को खरीदना होता है.

ताकि हम शेयर को कम से कम दाम पर खरीद सकें और 3:00 से लेकर 3:20 तक 20 मिनट के अंदर अंदर हमें शेयर को हर हाल में बेचना होता है. इस प्रकार हम इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में और भी विस्तार से जाने के लिए हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.

Scalping Trading Kya Hai

सकैलपिंग ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग की तरह ही एक दिन के अंदर की जाती है. लेकिन सकैलपिंग ट्रेडिंग को हम कुछ ही मिनट या घंटे के अंदर पूरा कर लेते हैं.

यह ट्रेडिंग कुछ ही समय के लिए की जाती है इसलिए इसे सकैलपिंग ट्रेडिंग कहा जाता है. सकैलपिंग ट्रेडिंग के बारे में और भी अधिक विस्तार से जानने के लिए आप नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.

Scalping Trading Kaise Kare

सकैलपिंग ट्रेडिंग को करने के लिए भी हमें शेयर मार्केट के खुलने और बंद होने के बीच में शेयर को खरीदना होता है. लेकिन सकैलपिंग ट्रेडिंग में की जाने वाली ट्रेडिंग कुछ ही मिनट या घंटे के अंदर पूरी हो जाती है.

इसलिए मान लीजिए कि अगर आपने 9:15 पर ही शेयर मार्केट से शेयर खरीद लिए तो आपकी ट्रेडिंग 9:30 तक ही पूरी हो जाएगी. इस तरह से हम कुछ ही मिनट के अंदर ज्यादा से ज्यादा पैसों के साथ ट्रेडिंग करते हैं और सकैलपिंग ट्रेडिंग का फायदा उठाकर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाते हैं.

सकैलपिंग ट्रेडिंग के बारे में और भी अधिक विस्तार से जानने के लिए आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.

Swing Trading Kya Hai

स्विंग ट्रेडिंग दोनों इंट्राडे ट्रेडिंग और सकैलपिंग ट्रेडिंग से बहुत अलग है. क्योंकि स्विंग ट्रेडिंग को हम 1 दिन या 1 हफ्ते या फिर 1 महीने के लिए करते हैं.

स्विंग ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि हम इसमें शेयर मार्केट के खुलने से लेकर बंद होने के बीच में कम से कम कीमत पर शेयर को खरीद कर रख लेते हैं और फिर टारगेट लगाकर उस शेयर की कीमत बढ़ने का इंतजार करते हैं.

जैसे ही उस शेयर की कीमत बढ़ जाती है तब हम उस शेयर को बेचकर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा लेते हैं.

स्विंग ट्रेडिंग के अंदर हमें ट्रेडिंग एक ही दिन या एक ही घंटे के अंदर पूरी नहीं करनी होती. इसे हम एक दिन एक हफ्ते या 1 महीने तक भी कर सकते हैं.

इसलिए इसमे नुकसान कम और फायदा ज्यादा होता है. इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए नीचे दी गई पोस्ट को पढ़े।

Swing Trading Kaise Kare

ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक बहुत ही अच्छी स्ट्रेटजी होनी चाहिए. उसी के साथ आपको स्विंग ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए एवं डिमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए.

अगर आपके पास यह सब चीजें हैं तो अब आपको शेयर मार्केट में जाकर सबसे ज्यादा उछाल आने वाले शेयर को चुनना है. अगर उस शेयर की कीमत आज की दिनांक से बढ़ने वाली है या घटने वाली है तो उसके हिसाब से शेयर खरीदना है.

मान लेते है अगर उस शेयर की कीमत आज की दिनांक से बढ़ने वाली है तो आप उस शेयर को आज की तरीख में खरीद के रख लें एवं अपना स्ट्रेटेजी के हिसाब से टारगेट बनाएं और जैसे ही वह टारगेट क्या इंट्रा डे ट्रेडिंग में ट्रिगर कीमत है की कीमत शेयर छू जाए तब उसे बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं.

स्विंग ट्रेडिंग के बारे में और अधिक विस्तार से जानने के लिए हमारी नीचे लिखे पोस्ट को पढ़ें.

अगर आपको हमारी पोस्ट Stock Market Me Trading Kaise Kare और Trading Kaise Kare अच्छी लगी तो इसे लोगों के साथ शेयर क्या इंट्रा डे ट्रेडिंग में ट्रिगर कीमत है करे और कोई सवाल पूछना चाहते है तो comment करे.

Scalping Trading Meaning in Hindi | स्कैल्पिंग ट्रेडिंग

नमस्कार डियर पाठक आज के इस लेख में हम जानेंगे कि स्कैल्पिंग ट्रेडिंग क्या होती है। (Scalping Trading Meaning in Hindi) स्टॉक मार्केट में लोग कुछ ही मिनटों के भीतर लाखों रुपए कमा लेते हैं वह भी बिना किसी लॉस के, वह इसलिए क्योंकि वह लोग स्टॉक एक्सचेंज के शेयर पर Scalping Trading करते हैं। स्कैल्पिंग ट्रेडिंग कम टाइम में पैसा कमाने का एक अनूठा ट्रेडिंग सिस्टम है।

तो चलिए आगे बढ़ते हैं जानते हैं कि Scalping Trading क्या होती है इसका क्या मतलब होता है। ताकि हम स्कैल्पिंग ट्रेडिंग को अच्छी तरह से समझ पाए।

Scalping Meaning in Hindi, स्कैल्पिंग ट्रेडिंग का मतलब क्या है?

Scalping Meaning in Hindi – Scalping Trading का हिंदी में शाब्दिक अर्थ – ‘कालाबाजारी व्यापार’ होता है। हालांकि इसे सरल भाषा में समझे तो स्कैल्पिंग ट्रेडिंग का मतलब होता है नियमों से हटकर ट्रेडिंग करना इसे ही Scalping Trading कहते हैं।

स्कैल्पर्स कौन हैं?

डियर पाठक अब आपके दिमाग में आ रहा होगा कि आखिर यह स्कैलपर्स कौन है और यह ट्रेडिंग से कैसे कमाई करते हैं। स्कैल्पिंग ट्रेडिंग एक व्यापारिक शैली है जो प्रॉफिट को बढ़ाने के लिए स्मॉल प्राइस में परिवर्तन से कमाने में नियोजित है। आपको बता दें कि स्कैल्पर अक्सर एक छोटी सी अवधि में ट्रेडिंग करते हैं, हालांकि एक स्कैल्प ट्रेडर के पास सख्त एक्जिट पॉलिसी होना बेहद जरूरी है।

क्योंकि एक बड़ा लॉस सभी प्रॉफिट्स को खत्म कर सकता है जो निवेशक ने अन्य ट्रेड में बनाया है, इसलिए एक स्कैल्प ट्रेडिंग को अनुशासन, निर्णायकता, सहनशक्ति, स्वच्छ माइंडसेट की आवश्यकता होती है। अगर किसी के अंदर क्वालिटी है तो आप एक सक्सेसफुल स्कैलपर बन सकते हैं। हां लेकिन आपको ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी होना आवश्यक है और रिसर्च करना बहुत जरूरी है।

स्कैल्पिंग ट्रेडिंग क्या होती है, Scalping Trading Kya hai

जब कोई निवेशक स्टॉक मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग करता है तो वह एक ही दिन के भीतर मार्केट के खुलने और बंद होने के मध्य शेयर को खरीदता और बेचता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यह नियम है की इंट्राडे ट्रेडिंग में निवेशक कम दाम में शेयर खरीदता है और अधिक दामों में बेचकर प्रॉफिट कमाता है।

लेकिन इसके लिए उसे अपनी पोजीशन को काफी देर तक होल्ड करके रखनी पड़ती है और कभी कभी यह काम जल्दी भी हो जाता है। लेकिन निवेशक को को कम दाम पर शेयर खरीदने के लिए इंतजार करना पड़ता है। लेकिन स्कैल्पिंग ट्रेडिंग में ऐसा नहीं है।

स्कैल्पिंग ट्रेडिंग क्या है? –स्कैल्पिंग ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा उछाल वाले स्टॉक्स को चुना जाता है, इसके बाद पूरी मार्जिन मनी के साथ स्टॉक्स को खरीद लिया जाता है, और फिर जैसे ही उस स्टॉक्स की थोड़ी सी कीमत बढ़ जाती हैं तो उसे सेल कर दिया जाता है। स्कैल्पिंग ट्रेडिंग आमतौर पर 1 मिनट से 25 मिनट के अंदर अंदर होती है।

Scalping Trading Kaise Kare

स्कैल्पिंग ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले निवेशकों को एक Strategy बनानी होती है ताकि निवेशक उसी स्ट्रेटेजी के अनुसार ट्रेडिंग फील्ड में कार्य कर सकें। स्कैल्पिंग ट्रेडिंग कैसे करते हैं इससे हम एक उदाहरण के माध्यम से समझेंगे –

मान लीजिए किसी निवेशक ने एक स्कैल्प शेयर चुना और उस शेयर की कीमत में बहुत ज्यादा उछाल आता है। कहने का मतलब हर 15:20 मिनट में 25 पैसे से लेकर ₹1.50 तक वोलैटिलिटी होती है। अब निवेशको को सबसे पहले अपने ट्रेडिंग अकाउंट में जाकर उस कंपनी के शेयर को खरीदना है।

अब जैसा की आप सबको पता है कि निवेशक स्कैल्पिंग ट्रेडिंग कर रहे हैं तो उन्हें जितना पैसा है उसके शेयर खरीदना है। यहां पर आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट का लगभग 90% मार्जिन उपयोग में ले सकते हैं, यहां पर आपको 5 गुना मार्जिन मिलता है अब निवेशक ने मान लेते हैं ₹110 प्रति शेयर के हिसाब से शेयर खरीद लिए।

तो अब तुरंत सबसे पहले स्टॉपलॉस लगाना है स्टॉप लॉस आप ₹109.50 प्रति शेयर के हिसाब से लगा दे। stop-loss की ज्यादा जानकारी के लिए आप यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं स्टॉपलॉस क्या होता है और कैसे लगाएं।

अब निवेशकों को अपना टारगेट लगाना है ट्रिगर प्राइस 110.50‌ रुपये/पैसे प्रति शेयर अब जैसे ही स्टॉक की कीमत टारगेट हिट करती हैं तो निवेशकों के स्टॉक्स ऑटोमेटिक सेल हो जाएंगे और उनका प्रॉफिट उनके अकाउंट में चला जाएगा।

Scalping Trading के मुख्य बिंदु

स्कैल्पिंग ट्रेडिंग के कुछ टिप्स है जिनका आपको पालन करना है।

  1. कभी भी पूरी मार्जिन मनी का इस्तेमाल नहीं करें।
  2. हमेशा रिसर्च करके की ट्रेड ले अनुमान के हिसाब से ना चले।
  3. हमेशा स्टॉप लॉस लेकर चलें ताकि आपको बड़ा जोखिम ना उठाना पड़े।
  4. बिल्कुल लालच ना करें जितना आप का टारगेट है बस वही रखें।
  5. मार्केट से फाइट नहीं करें और बार-बार ट्रेड नहीं ले।
  6. एक ही कंपनी के शेयर बार-बार ट्रेड ना करें।

निष्कर्ष : Scalping Trading Meaning in Hindi

डियर पाठक आप चाहे ट्रेडिंग के किसी भी है सेगमेंट या सेक्टर में निवेश करें उसके लिए जरूरी है अनुशासन में रहना क्योंकि अगर आप मार्केट से बार-बार बहस करेंगे तो मार्केट आपको निपटा देगा। इसलिए जो गलती हुई है उसे दोबारा ना दोहराए और क्या इंट्रा डे ट्रेडिंग में ट्रिगर कीमत है अपनी गलती को स्वीकार करें।

Scalping Trading में आपको बहुत जल्दी एक्शन लेना पड़ता है इसलिए अगर आप शुरुआती ट्रेडर हैं तो आप फिलहाल इसे अवॉइड करें, क्योंकि यह एडवांस लेवल का कार्य है। जब आप सीख जाएंगे तो आराम से करेंगे इसे।

आशा करते हैं आज का लेख Scalping Trading Meaning in Hindi आर्टिकल आपको पसंद आया होगा और आपको, Scalping Trading ट्रेडिंग के बारे में भी जानकारी मिल गई होगी।

Swing Trading क्या है ? और कैसे करे स्विंग ट्रेडिंग यहाँ जाने पूरी जानकारी

Swing Trading शेयर बाजार मे मुनाफा कमाने का एक और बढ़िया विकल्प है। लेकिन स्विंग ट्रेडिंग को बुनियादी तौर पर समझे बिना इसका प्रयोग करने से आपको कभी लाभ नहीं मिल सकता। अगर आप शेयर बाजार मे नए है और निवेश की शुरवात कर रहे है तो आपको इसे अपनाने के पहले ठीक से जानना जरुरी है।

स्विंग ट्रेडिंग क्या है ?(What Is Swing Trading)

  • स्विंग ट्रेडिंग को आप इंट्राडे ट्रेडिंग भी नहीं कह सकते और डिलीवरी ट्रेडिंग भी नहीं कहा जा सकता।
  • स्विंग ट्रेडिंग मे ख़रीदे हुए शेयर 1 दिन से ज्यादा और उसके बाद 2 से 3 दिन या फिर 1 सप्ताह कर होल्ड किये जाते है।
  • इंट्राडे मे होल्ड की गयी शेयर पोजीशन उसी दिन सेल की जाती है और डिलीवरी ट्रेडिंग शेयर खरीदने के बाद उन्हें लम्बे समय तक होल्ड किया जाता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग के जरिये छोटे समय मे मुनाफा कामबे का उद्देश्य होता है।
  • ऐसे समय शेयर के छोटे से कीमत के बदलाव पर मुनाफा कमाया जाता है।
  • स्वाँग ट्रेडिंग मे लाभ कमाने के लिए रणनीति के आधार पर ट्रेड किया जाता है।
  • इसे आप डिलीवरी ट्रेडिंग का एक उप प्रकार भी कह सकते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग करने वाले निवेशक शेयर की कीमतों का अंदाज़ा लगाने के लिए तकनिकी विश्लेषण करते है
  • इसी समय निवेशक उस शेयर के बारे मे बारीकी से अभ्यास करते है जैसे की कंपनी का प्रोडक्ट और छोटे समय मे कंपनी मे होने वाले बदलाव जो शेयर पर असर डालते है।
  • बिना विश्लेषण किये स्विंग ट्रेडिंग करना काफी जोखिम भरा है विश्लेषण के जरिये स्टॉप लॉस लगाकर जोखिम को कम किया जा सकता है।

कैसे करे स्विंग ट्रेडिंग :(How To Start Swing Trading)

  • सबसे पहले ट्रेडिंग या निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट और ट्रेडिंग खाता होना चाहिए जिसे आप किसी भी ब्रोकर के जरिये खोल सकते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग करना काफी जोखिम भरा साबित हो सकता है स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले सही शेयर को चुनना चाहिए। (जिसेक लिए स्विंग ट्रेडिंग के रणनीतियों को इस्तेमाल कर सकते है )
  • स्विंग ट्रेडिंग करते समय जब शेयर बाजार मे उतार चढाव होता है ऐसे समय ट्रेड करना चाहिए।
  • स्विंग ट्रेडिंग मे कम समय मे कीमत बढ़ने पर लाभ होता है इसलिए ज्यादा लिक्विडिटी वाले शेयर चुनने चाहिए।
  • शेयर को चुनने के बाद उस शेयर का तकनिकी और कंपनी का अंतर्गत विश्लेषण काफी ज्यादा मायने रखता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग के लिए सही शेयर चुना है या नहीं ये जानने के लिए आप स्विंग ट्रेडिंग के लोकप्रिय राणिनीतिया अपना सकते है जो की तकनिकी संकेतो के जरिये शेयर के कीमत के बारे मे अंदाज़ा लगाने मे मदत करते है।
  • आप चार्टिंग के जरिये विश्लेषण के लिए इंट्राडे टूल्स का इस्तेमाल कर सकते है इसी समय सामन्य चार्टिंग से भी 1 सप्ताह के संकेतो का विश्लेषण किया जा सकता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग शेयर निवेश करने के बाद आपको आपके विश्लेषण के अनुसार स्टॉप लॉस रखना चाहिए इससे रिस्क कम होती है।
  • स्विंग ट्रेडिंग निवेश समय आपके होल्डिंग पोजीशन को हर समय नजर रखनी चाहिए और हर बदलाव का असर समझाना चाहिए।
  • आखिर मे आपके स्विंग ट्रेड रणनीति के अनुसार मुनाफा आने पर होल्डिंग बेचनी चाहिए।
  • स्टॉप लॉस हिट होने के बाद होल्डिंग स्क्वायर ऑफ कर लेनी चाहिए।

कब करनी चाहिए स्विंग ट्रेडिंग :(When Is Best Time To Do Swing Trading)

  • स्विंग ट्रेडिंग निवेश के लिए कोई तय समय नहीं है ये आपके ऊपर निर्भर करता है की आपने शेयर को कितनी अच्छी तरह से जांचा है।
  • जब आप शेयर का तकनिकी विश्लेषण करते है तब आपको शेयर के ट्रेंड का पता लग जाता है।
  • इसका मतलब शेयर करेक्शन करते समय अपना ट्रेडन बदल देता है ऐसे समय क्या इंट्रा डे ट्रेडिंग में ट्रिगर कीमत है स्विंग ट्रेडिंग अच्छा रिजल्ट दे सकती है और लॉस होने की जोखिम भी कम होती है।
  • इस ट्रेंड और करेक्शन को जानना स्विंग ट्रेडिंग मे काफी जरुरी होता है जिसके लिए अलग अलग प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है।
  • निवेशक अलग अलग संकेतो का इस्तेमाल करके स्विंग हाई लौ ,मूविंग एवरेज ,ओवरबॉट ओवरसोल्ड की जानकारी को देखकर निर्णय लेते है।

स्विंग ट्रेडिंग के लाभ :(Benifits Of Swing Trading)

  • स्विंग ट्रेडिंग एक छोटे समय याने 1 हफ्ते से लेकर 1 महीने तक की जाती है इसमे छोटे समय मे आप ट्रेडिंग मुनाफा कमा सकते है।
  • शेयर के लम्बे समय तक का रिसर्च करने की जरुरत नहीं पड़ती है क्यों की आपको इसमे सिर्फ कुछ दिनों के लिए ही निवेश करना होता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग मे जोखिम है लेकिन इंट्राडे के मामले मे यह जोखिम काफी कम है।
  • अच्छी शेयर मे स्विंग ट्रेडिंग करने पर ज्यादा लॉस होने की संभावना कम होती है क्यों की इसे आप रणनीति बदलकर होल्ड भी कर सकते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग मे आपको 1 से 2 दिन मे अच्छा मुनाफा भी मिल जाता है जो की इंट्राडे ट्रेडिंग आपको नहीं देती है।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए लोकप्रिय रणनीति :(Best Strategies For Swing Trading)

स्विंग ट्रेडिंग के लिए रणनीति बनाकर कम समय मे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.रणनीति मे मुनाफा कमाने की कीमत तय की जाती है इसी समय स्टॉप लॉस पर भी ध्यान दिया जाता है जिससे जोखिम नियंत्रित होती है।

Share Market Tips: आ रहा है मार्केट से मुनाफा कमाने का मौका, इन शेयरों में निवेश से होगी आपकी चांदी

Share Market Tips P C : Pixabay

Share Market Tips एक्सपायरी की घबराहट भारत में हमेशा होती है क्योंकि इसे ऑप्शन मार्केट यानी कॉल और पुट के जरिए नियंत्रित किया जाता है। उदाहरण के लिए गुरुवार को साप्ताहिक समाप्ति के दिन 9 मिलियन 15800 कॉल्स लिखे गए थे जबकि 7.8 मिलियन 15700 पुट लिखे गए थे।

नई दिल्ली, किशोर ओस्तवाल। यह फिर से एक अस्थिर सप्ताह था। 15800-15820 का आंकड़ा चखने के बाद बाजार में कमजोरी के संकेत दिखे। इससे पहले कि हम अपने निष्कर्षों को सही परिप्रेक्ष्य में रखें, यह स्पष्ट कर दें कि 14200 से 15900 तक बाजार को ले जाने वाले बहुत शक्तिशाली हैं और अगर उन्होंने निफ्टी में 1700 अंकों की रैली लायी है, तो वे और 100 अंक हासिल करने में सक्षम हैं, जिससे निफ्टी 16000 के मनोवैज्ञानिक आंकड़े को पार कर जाए। यहां तक ​​कि हमारा 15900 का अनुमानित लक्ष्य भी किसी रणनीति का हिस्सा नहीं था। जब आप नो मैन्स लैंड में होते हैं, तो लक्ष्य निर्धारित करना मुश्किल होता है। 17500 और 18500 के हमारे लक्ष्य वित्त वर्ष 2022 के लिए आय वृद्धि पर आधारित है, जो क्यूई आवंटन के अनुमानित प्रवाह के साथ युग्मित हैं।

एक्सपायरी की घबराहट भारत में हमेशा होती है, क्योंकि इसे ऑप्शन मार्केट, यानी कॉल और पुट के जरिए नियंत्रित किया जाता है। उदाहरण के लिए, गुरुवार को साप्ताहिक समाप्ति के दिन 9 मिलियन "15800" कॉल्स लिखे गए थे, जबकि 7.8 मिलियन "15700" पुट लिखे गए थे। सामान्य तौर पर, एक छोटा ट्रेडर 15700 को एक बड़े सपोर्ट के रूप में महसूस करते हुए हमेशा 15,700 के पास लॉन्ग जाता है। फिर, निफ्टी कुछ ही समय में गिरकर 15600 पर आ जाता है। इस पर ट्रेडर्स लॉन्ग और सेल कॉल्स को स्क्वायर-ऑफ कर देते हैं और फिर हम निफ्टी को 15700+ पर वापस देखते हैं।

अर्थ तंत्र को गति देते बैंक। पीटीआई फोटो

सबसे पहले, 7.8 मिलियन पुट (आमतौर पर 4 मिलियन) लिखना एक मार्केट ऑपरेटर का काम है, न कि किसी आम आदमी का। हम कह सकते हैं कि ऐसा करके उन्होंने एक तीर से दो निशाने लगाए हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि एक तो वे सभी रिटेल पॉजिशंस को खा रहा है और उसी समय शायद एक खाते से दूसरे खाते में लाभ स्थानांतरित कर रहा है।

शुक्रवार को वैश्विक संकेत उतने बुरे नहीं थे। डाउ नीचे था लेकिन नैस्डैक ऊपर था। मीडिया नए वैरिएंट में संभावित तीसरी लहर पर चर्चा करता रहा और वह भी अगले 10 दिनों में, इसने ट्रेडर्स में दहशत पैदा कर दी। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ऐसा कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन मीडिया ने फिर से लॉकडाउन की अवधारणा को उछाला और अकेले महाराष्ट्र में 8 लाख सक्रिय मामलों की भविष्यवाणी की (वर्तमान में 1.3 लाख मामले हैं)। जो लोग मीडिया का अनुसरण करते हैं, वे हार जाएंगे, जबकि स्मार्ट निवेशक अपना होमवर्क स्वयं करेंगे, और समय-समय पर कॉन्ट्रा कॉल लेंगे।

जब हमने कारोबारी सत्र के दौरान शुक्रवार की गिरावट का लाइव विश्लेषण किया, तो हमने पाया कि निफ्टी सिर्फ 3 लाख शेयरों की मात्रा के साथ 15778 पर चला गया, यानी लगभग 80 अंक ऊपर। फिर यह केवल 7 लाख शेयरों की मात्रा के साथ 15600 तक गिर गया। मात्रा करीब 15600 के स्तर पर बढ़ने लगी, जो चार्ट पर एक बड़ा सपोर्ट था, जो टूट गया। स्टॉप लॉस ट्रिगर हो गए और जब हम 15465 के निचले स्तर पर पहुंचे, तो निफ्टी वॉल्यूम 32 लाख शेयर की थी। एक थंब रूल के अनुसार, जब वॉल्यूम गायब होती हैं, तो यह हमेशा एक झूठा अलार्म होता है। हमने निफ्टी में 250 अंकों की तेजी के लिए खरीदारी शुरू की और ऐसा हुआ।

हमने मेटल शेयरों में अच्छी तेजी देखी और ट्रेडिंग कम्युनिटी इससे चूक गई। यह स्वाभाविक है, कि जब आप कुछ गंवा देते हैं, तो आप उससे नफरत करते हैं और शॉर्ट करने के मौके ढूंढते हैं। ठीक ऐसा ही मेटल शेयरों के साथ हुआ। मेटल रैली अभी खत्म नहीं हुई है। हमने 50% देखा है, शेष देखा जाना बाकी है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह अभी शुरू हुई है। इस समय, जब चीन ने इन्वेंट्री का उपयोग करने की घोषणा की, तो उसने एक तस्वीर दी कि मेटल क्षेत्र में सब कुछ खत्म हो गया है और ट्रेडर्स ने हर तरह से मेटल के शेयरों को शॉर्ट करना शुरू कर दिया है। कृपया ध्यान दें कि चीन एक शुद्ध आयातक है। उन्होंने प्रदूषण के कारण कई संयंत्र बंद कर दिए हैं।

उन्होंने बेहद हताशा में इन उपायों की घोषणा की है। हमारा मानना ​​है कि वे लंबे समय तक इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते। वे 10% निर्यात लेवी का भी प्रस्ताव कर रहे हैं। कृपया "Angang Steel" को देखें, जो चीन के सबसे बड़े इस्पात उत्पादकों में से एक है, जिसका अनुमान है कि इसका पहला आधा लाभ साल दर साल लगभग 860% बढ़कर 4.8 बिलियन युआन हो जाएगा। टैक्स लगाने का यही कारण है। चीन की कार्रवाई को देखते हुए दुनिया के अन्य देश भी धातु की कीमतों में और वृद्धि करेंगे और चीन उच्च कीमतों पर धातु की खरीद फिर से शुरू करने के लिए मजबूर होगा। हम दोहराते हैं कि जब तक QE जारी रहेगा, धातुओं, खनिजों और संसाधनों में धन का प्रवाह बना रहेगा। इसलिए, धातु शेयरों को शॉर्ट करना आत्मघाती है।

आजकल, इंट्राडे में भी गिरावट होती हैं। जब 15600 और 15500 का स्तर टूटा, तो बाजार हल्का हो गया। नई मार्जिन व्यवस्था की वजह से सस्ती कीमतों के कारण मुंह में पानी आने पर भी कोई नहीं खरीद सकता और जो खरीद सकते हैं, क्या इंट्रा डे ट्रेडिंग में ट्रिगर कीमत है उनमें विश्वास की कमी है। अमेरिकी शेयरों ने अपने घाटे को बढ़ाया, क्योंकि सेंट लुइस फेड के अध्यक्ष जिम बुलार्ड ने सीएनबीसी पर कहा कि केंद्रीय बैंक से पहली दर वृद्धि 2022 में आने की संभावना है।

इस तरह के बयान देने की क्या जरूरत थी, जब फेड ने स्पष्ट किया था कि 2023 में दरों में बढ़ोतरी होगी। हम देखेंगे कि समय के साथ इसमें बदलाव किया जाएगा, जो डाउ की दिशा को बदल देगा।

जून में अब तक एफपीआई 15000 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार थे और इसलिए किसी एक दिन बेचने से रुझान नहीं बदलता है। कल सकारात्मक एफआईआई नंबरों को एसबीआई कार्ड क्या इंट्रा डे ट्रेडिंग में ट्रिगर कीमत है ब्लॉक डील और एफटीएसई री बैलेंसिंग फ्लो टाटा स्टील और ओएनजीसी के लिए समायोजित किया गया था। अगर निफ्टी फिर से 15500 के करीब जाता है, तो हमें लगता है कि यह खरीदारी करने का अच्छा मौका होगा।

वैकल्पिक तर्क यह है कि लगभग सभी पेनी स्टॉक अपर सर्किट में थे। वे खुले, क्या इंट्रा डे ट्रेडिंग में ट्रिगर कीमत है पहले कुछ मामलों में लोअर सर्किट मारा और फिर ऊपरी सर्किट मारा। इस प्रक्रिया में, खुदरा अब बाहर हो गया है। ये शेयर अब कई अपर सर्किट से टकराएंगे। यदि यह तेजी का अंत होता, तो ये पेनी स्टॉक्स निचले सर्किटों में आ सकते थे। ध्यान रहे, हमने व्हाट्सएप ग्रुप्स में एक मैसेज सर्कुलेट होते देखा है, जिसमें लिखा था, ''अडानी पावर ने लोअर सर्किट और रिलायंस पावर ने अपर सर्किट को हिट किया'' यह सपने में भी कभी नहीं सोचा था।

आईपीओ में 20000-25000 करोड़ रुपये से अधिक की लाइन है। वहां एंकर निवेशकों के साथ-साथ मर्चेंट बैंकरों की भी प्रतिबद्धता है। अगर बाजार की रैली खत्म हो जाती, तो ये बड़े निवेशक (बाजार चालकों का हिस्सा) टॉस के लिए जाते। यह संभव नहीं है, क्योंकि वे बाजारों को नियंत्रित करते हैं। हां, निश्चित रूप से कुछ पैसा आईपीओ में प्रवाहित होगा, लेकिन यह हमेशा अतिरिक्त बैंक धन होता है, जिसका उपयोग बड़े आवेदन करने के लिए किया जाता है।

इस प्रकार, सभी संकेत अवांछित फैट को हटाने के लिए नियमित गिरावट की ओर हैं, जिसके बिना नई ऊंचाई संभव नहीं है। इसलिए, 15,900 से 15465 (2.73%) तक गिरावट देखने के बाद, जो बहुत स्वस्थ है, हम जल्द से जल्द एक नई ऊंचाई की उम्मीद कर सकते हैं। हमने अपने निफ्टी के 16600 के लक्ष्य को बरकरार रखा है। निवेशकों को डिप्स में खरीदने के लिए भी तैयार रहना चाहिए और यह तभी संभव है, जब आप इसके लिए तैयार हों।

बैंक निफ्टी ने भी 34000 तक अपनी गिरावट पूरी कर ली है। विजय माल्या के शेयरों की बिक्री से एसबीआई को 6200 करोड़ रुपये की वसूली की उम्मीद से बैंकिंग क्षेत्र में सकारात्मक संकेत जाएगा, जिससे सभी बैंक शेयरों को मदद मिलेगी। यह वर्तमान समय की सबसे बड़ी उपलब्धि है। सभी डिफॉल्टर्स किसी न किसी तरह से सेटलमेंट के लिए आगे आ रहे हैं। भारत की बैंकिंग प्रणाली मजबूत होती जा रही है। हमने सेंट्रम कैपिटल पर 18 रुपये प्रति शेयर पर खरीदारी शुरू की। अब खबर आई कि उसे "स्मॉल बैंक" का लाइसेंस मिल गया है। इसकी कीमत बढ़कर 54 रुपये प्रति शेयर हो गई है। रिसर्च की प्रक्रिया में कुछ अन्य शेयरों को खोजना जारी रहेगा जिनमें समान रूप से बढ़ने की क्षमता है।

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