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एसएंडपी 500

एसएंडपी 500

एसएंडपी बीएसई -500 (BSE500)

मालविका गुरुंग द्वारा Investing.com -- यूक्रेन में सैन्य अभियानों के रूसी आदेशों, आसन्न रूसी आक्रमण की घंटी बजने, 2014 के बाद से तेल की कीमतों को अपने उच्चतम स्तर पर ले जाने के बाद.

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एसएंडपी बीएसई -500 परिचर्चा

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वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
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Sensex Opening Bell: हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन हरे निशान पर बाजार, सेंसेक्स 100 अंक चढ़ा, निफ्टी 18100 पर

Sensex Opening Bell: शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स सौ अंकों तक चढ़ता नजर आया, निफ्टी भी 18100 पार पहुंच गया। हालांकि उसके बाद बाजार में बिकवाली शुरू हो गई और यह नीचे लुढ़क गया।

शेयर बाजार

हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार में हरे निशान पर कारोबार शुरू हुआ। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स सौ अंकों तक चढ़ता नजर आया, निफ्टी भी 18100 पार पहुंच गया। हालांकि उसके बाद बाजार में बिकवाली शुरू हो गई और यह नीचे लुढ़क गया। शुक्रवार की सुबह नौ बजकर 24 मिनट पर सेंसेंक्स 23.10 अंकों (0.04%) की गिरावट के साथ 60,822.21 अंकों पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी 2.50 अंक (0.01%) फिसलकर 18,050 अंकों पर कारोबार कर रहा है। SGX Nifty में फिलहाल 22 अंकों (0.12 फीसदी) की मामूली गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है। फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट बढ़ाने के फैसले का अमेरिकी बाजार पर असर है। डाओ जोन्स में आधे फीसदी, नैस्डेक में 1.73 फीसदी और एसएंडपी 500 में एक फीसदी से अधिक की गिरावट है।

विस्तार

हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार में हरे निशान पर कारोबार शुरू हुआ। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स सौ अंकों तक चढ़ता नजर आया, निफ्टी भी 18100 पार पहुंच गया। हालांकि उसके बाद बाजार में बिकवाली शुरू हो गई और यह नीचे लुढ़क गया। शुक्रवार की सुबह नौ बजकर 24 मिनट पर सेंसेंक्स 23.10 अंकों (0.04%) की गिरावट के साथ 60,822.21 अंकों पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी 2.50 अंक (0.01%) फिसलकर 18,050 अंकों पर कारोबार कर रहा है। SGX Nifty में फिलहाल 22 अंकों (0.12 फीसदी) की मामूली गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है। फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट बढ़ाने के फैसले का अमेरिकी बाजार पर असर है। डाओ जोन्स में आधे फीसदी, नैस्डेक में 1.73 फीसदी और एसएंडपी 500 में एक फीसदी से अधिक की गिरावट है।

क्या टेक कंपनियों का स्वर्णिम दौर खत्म? अर्श से फर्श पर फेसबुक वाली Meta कंपनी

पिछले एक महीने में Meta का शेयर करीब 35 फीसदी नीचे आ चुका है. वहीं सालभर में इस शेयर ने 73 फीसदी का नुकसान दिया है. बीते साल 4 नवंबर 2021 को कंपनी का शेयर करीब 338 डॉलर का था, जो अब गिरकर लगभग 90 डॉलर के पास पहुंच गया है.

फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा के शेयरों में गिरावट का दौर जारी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 06 नवंबर 2022,
  • (अपडेटेड 06 नवंबर 2022, 9:32 PM IST)

फेसबुक (Facebook) की पैरेंट कंपनी मेटा (Meta) के लिए साल 2022 बेहद खराब साबित हुआ है. कंपनी के शेयरों में गिरावट लंबे समय से जारी है, लेकिन इस साल आई गिरावट मेटा के अस्तित्व पर प्रश्न चिह्न लगाने वाली साबित हुई है. बीते पांच सालों में कंपनी का शेयर करीब 50 फीसदी तक टूट चुका है. जबकि एक साल के भीतर ही शेयरों की कीमत 73 फीसदी तक घट गई है.

मेटा के निवेशकों का भरोसा घटा
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्षों से Facebook, Amazon, Apple, Netflix और Google इन्वेस्टर्स के लिए निवेश का सबसे अच्छा और कमाई वाला विकल्प रहे. लेकिन टॉप पर रहने वाली फेसबुक के निवेशक अब इसके शेयरों से डरने लगे हैं. कंपनी के शेयरों में गिरावट का जो सिलसिला चल रहा है, उसने न केवल एसएंडपी 500 कंपनी के प्रति निवेशकों का भरोसा घटाया है, बल्कि कोरोना महामारी के दौरान कमाए लाभ को भी मिटा दिया है.

तिमाही नतीजों ने बढ़ाई चिंता
फेसबुक (Facebook) की पैरेंट कंपनी मेटा (Meta) के रेवेन्यू में लगातार दूसरी तिमाही में गिरावट दर्ज की गई है. विज्ञापन रेवेन्यू में गिरावट की वजह से तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू घटा है. इस तिमाही के कमजोर रिजल्ट ने मेटावर्स पर प्रति वर्ष 10 बिलियन डॉलर खर्च करने की योजना पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. तीसरी तिमाही में मेटा का रेवेन्यू 29.01 बिलियन डॉलर से 4 फीसदी घटकर 27.71 बिलियन हो गया. रेवेन्यू में तेज गिरावट के अलावा मेटा ने मौजूदा तिमाही के लिए उम्मीद से कमजोर बिक्री का अनुमान लगाया है, जिससे यह चिंता और बढ़ गई है कि रेवेन्यू में गिरावट कहीं ट्रेड न बन जाए.

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S&P 500 पर सबसे खराब प्रदर्शन
फेसबुक की मूल कंपनी मेटा इंक इस साल एसएंडपी 500 में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली फर्म साबित हुई है. हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि मेटा एसएंडपी में सबसे नीचे है, एलाइन टेक्नोलॉजी, जेनरैक होल्डिंग्स, एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप और मैच ग्रुप से भी पीछे हो गई है. S&P 500 से तुलना करें ये अमेरिकी इंडेक्स एक साल में करीब 20 फीसदी गिरा है, जबकि मेटा के शेयर 73 फीसदी तक लुढ़क गए. वहीं 5 साल में S&P 500 ने करीब 40 फीसदी का रिटर्न दिया है, इसकी तुलना में मेटा ने 50 फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिया है. ऐसे में अब लंबी अवधि के निवेशकों के भी धैर्य टूटने लगे हैं.

पिछले एक महीने में ये शेयर करीब 35 फीसदी नीचे आ चुका है. वहीं सालभर में 73 फीसदी का नुकसान इस शेयर दिया है. ठीक एक साल पहले यानी 4 नवंबर 2021 एसएंडपी 500 को यह शेयर करीब 338 डॉलर का था, जो अब गिरकर करीब 90 डॉलर के पास पहुंच गया है.

मेटा सिर्फ स्टॉक नहीं FAANG
Meta सिर्फ एक और स्टॉक नहीं है, यह एक FAANG है. इसका मतलब पांच सबसे लोकप्रिय और सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली अमेरिकी टेक कंपनियों के शेयरों के समूह में से एक सदस्य. इनमें मेटा जिसे पूर्व में फेसबुक, एमेजॉन, एप्पल, नेटफ्लिक्स और Google की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट शामिल हैं. भले ही ये पांचों स्टॉक अभी भी एसएंडपी 500 की मार्केट वैल्यू का 13 फीसदी से अधिक बनाते हैं, लेकिन खासतौर पर मेटा और उसके साथ ही अन्य के शेयरों में गिरावट देख लगता है कि टेक कंपनियों का स्वर्णिम दौर खत्म अब खत्म होने की ओर बढ़ चला है.

इतनी रह गई मार्क जुकरबर्ग की नेटवर्थ
फेसबुक का नाम बदलकर मेटा रखना मार्क जुकरबर्ग के लिए घाटे का सौदा साबित हुआ है. मेटा के शेयरों में जारी गिरावट के सिलसिले से उनकी नेटवर्थ पर बड़ा असर पड़ा है. कभी दुनिया के टॉप-10 अमीरों में मौजूदगी दर्ज कराने वाले जुकरबर्ग अब अरबपतियों की लिस्ट में फिसलकर 29वें पायदान पर पहुंच चुके हैं. फोर्ब्स की रियल टाइम बिलेनियर्श लिस्ट के मुताबिक, मार्क जुकरबर्ग की नेटवर्थ (Mark Zuckerberg Net Worth) महज 33.5 अरब डॉलर रह गई है.

US Market Fall: चीन में विरोध का अमेरिका पर तगड़ा असर, कल हुआ ये बड़ा नुकसान

चीन में सरकार की कोविड पॉलिसी के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए हैं. इस वजह से फैक्ट्रियों में काम प्रभावित हो रहा है. काम ठप होने से प्रोडक्शन घटने के अनुमान लगाए जा रहे हैं. चीन में हो रहे प्रदर्शन का असर अमेरिकी मार्केट पर दिखा है.एसएंडपी 500

अमेरिकी बाजार में बड़ी गिरावट

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 29 नवंबर 2022,
  • (अपडेटेड 29 नवंबर 2022, 9:49 AM IST)

चीन में एसएंडपी 500 सरकार की जीरो कोविड पॉलिसी (China Zero Covid Policy) के खिलाफ हो रहे विरोध का असर अमेरिका में भी नजर आ एसएंडपी 500 रहा है. सोमवार को अमेरिकी बाजार (USA Market) में नजर आई बिकवाली चीन में हो रहे प्रदर्शनों से जुड़ी है. इस महीने की शुरुआत में बीजिंग ने कुछ ऐसी नीतियों को लागू करने की कोशिश की थी, जिससे लग रहा था की चीन की अर्थव्यवस्था फिर से खुलने की राह पर है. लेकिन फिलहाल इसकी उम्मीद नजर नहीं आ रही है.

चीन की सड़कों पर कोविड के सख्त प्रतिबंधों के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है. शंघाई में रविवार रात सैकड़ों प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी. इस वजह से इंडस्ट्रियल एरिया में लोगों की आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया गया है और फैक्ट्रियों में काम काज ठप है. इसके कारण तेल की खपत भी कम हो गई है.

Apple के शेयरों में गिरावट

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चीन में क्रूड ऑयल के डिमांड में आई कमी की वजह से वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (WTI) फ्यूचर्स में बड़ी गिरावट आई है. चीन एसएंडपी 500 में बड़ी उत्पादन क्षमता वाली कंपनियों के शेयरों पर दबाव नजर आ रहा है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के बाद Apple का शेयर 2.6% गिर गया. ब्लूमबर्ग ने लिखा था कि चीन की एक फैक्ट्री में प्रतिकूल परिस्थिति की वजह से iPhone Pro का प्रोडक्शन साल में 6 मिलियन यूनिट तक घट सकता है.

चीन में कोविड-19 से संबंधित विरोध प्रदर्शनों के बीच सप्लाई चेन प्रभावित होने की चिंता बढ़ी है. विरोध प्रदर्शनों से वहां काम करने वाली कंपनियों के लिए सप्लाई को लेकर अनिश्चितता बढ़ी है, जो महंगाई पर काबू पाने के रास्ते में एक बड़ी बाधा बन सकती है.

अमेरिकी मार्केट में आ सकती है और गिरावट

एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन में बंद फैक्ट्री की वजह से Apple अपने आईफोन के ऑर्डर एसएंडपी 500 को पूरा करने में सक्षम नहीं है. इससे साफ नजर आ रहा है कि कैसे एक चीज दूसरी चीजों को प्रभावित कर सकती है. चीन जैसी बड़ी अर्थव्यवस्था के क्लोज होने से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ता है. बाजार पर नजर रखने वालों को कहना है कि आगे और अधिक अस्थिरता देखने को मिल सकती है. इस सप्ताह के अंत में अमेरिका में आर्थिक आंकड़े आने हैं.

कितना गिरा अमेरिकी मार्केट

डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज 497.57 अंक या 1.45 फीसदी की गिरावट के साथ 33,849.46 पर बंद हुआ. एसएंडपी 500 अंक या 1.54% गिरकर 3,963.94 पर क्लोज हुआ. नैस्डैक कंपोजिट 1.58 फीसदी की गिरावट के साथ 11,049.50 पर क्लोज हुआ.

भारतीय बाजार पर दिख सकता है असर

अमेरिकी बाजारों में कमजोरी से आज सुबह ग्लोबल बाजार भी नरम नजर आ रहा है. एशियाई बाजारों में सुस्ती है. SGX NIFTY करीब 80 प्वाइंट नीचे नजर आ रहा है. कमजोर ग्लोबल संकेतों का असर भारतीय शेयर मार्केट पर भी पड़ सकता है.

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