उपलब्ध चार्ट के प्रकार

उपलब्ध चार्ट के प्रकार
Q.63: एक्सेल में चार्ट तथा ग्राफ के बारे में लिखो।
उत्तर : चार्टस एण्ड ग्राफ
चार्ट सूचनाओं को प्रभावी रूप से प्रदर्शित करते हैं। चार्ट एक शीट से चयनित क्षेत्र, से समाहित मानों को चित्र के रूप में प्रदर्शित करने की सुविधा प्रदान करते हैं। एक नया चार्ट वर्तमान वर्कशीट में एम्बेडेड किया जा सकता है या वर्कबुक में एक पृथक चार्जशीट के रूप में जोड़ा जा सकता है।
एम्बेडेड चार्ट एवं चार्ट शीट
एम्बेडेड चार्ट– एक एम्बेडेड चार्ट एक ग्राफिक है जो वर्कशीट पर उपस्थित रहता है, वर्कशीट डाटा के ठीक बगल में/इसे दूसरे स्थान पर ले जा सकते हैं, आकार बदल सकते हैं एवं हटा सकते हैं।
चार्ट शीट– चार्ट शीट वर्कशीट के समान होती है पर इसमें सेल नहीं होते हैं । यह वर्कबक में एक पृथक पृष्ठ होता है। चार्ट शीट का नाम परिवर्तित किया जा सकता है, दूसरे स्थान पर ले जा सकते हैं, प्रतिलिपि बना सकते हैं एवं हटा सकते हैं, जैसा आप एक वर्कशीट के साथ करते हैं।
विभिन्न तरह के चार्ट उपलब्ध हैं।
1. सेल के क्षेत्र का चयन करें जिसमें डाटा हो एवं जिनके लिए चार्ट बनाना है।
2. चार्ट विजार्ड टूलबार बटन पर क्लिक करें अथवा इन्सर्ट मेन्यू में चार्ट विकल्प पर क्लिक करें।
एक “चार्ट विजार्ड" डायलॉग प्रदर्शित होता है जो आपको एक चार्ट के निर्माण के प्रत्येक चरण में मार्गदर्शन करता है। चार्ट का निर्माण चार चरण में होता है ।
3. चार्ट विजार्ड में दिए गए निर्देशों का अनुसरण करें।
चार्ट विजार्ड के विभिन्न चरणों का वर्णन नीचे दिया गया है–
प्रत्येक चरण में चार्ट के पाँच बटन से अलग विकल्प होते हैं। ऑफिस असिस्टेंट, कैसल, बेक, नेक्स्ट तथा फिनिश बटन प्रदर्शित होते हैं।
चार्ट विजार्ड का प्रथम चरण उपलब्ध चार्ट के प्रकार एक चार्ट के प्रकार का चयन करने की सविधा देता है जिसमें दो टेब स्टैण्डर्ड एवं कस्टम होते हैं।
स्टैण्डर्ड टेब एक लिस्ट बॉक्स जिसमें स्टैण्डर्ड चार्ट टाइप समाहित होते हैं एवं प्रत्येक प्रकार के चार्ट के सब–टाइप का समूह चित्र के रूप में प्रदर्शित होता है। सबटाइप के नीचे एक बटन “प्रेस एण्ड होल्ड को व्यू सेम्पल” दिया गया है । यदि सेल पाइंटर एक डाटा क्षेत्र में उपस्थित है या डाटा क्षेत्र का चयन पूर्व में किया जा चुका है, इसके बाद इस बटन पर क्लिक करने से सब–टाइप के स्थान पर सैम्पल चार्ट प्रदर्शित होता है, जब तक इसे दबाकर रखा जाता है। जब इसे छोड़ा जाता है तो सब–टाइप चार्ट का चित्र पुनः प्रदर्शित होता है।
कस्टम टेब चार्ट लिस्ट बॉक्स में सूचीबद्ध चार्ट के प्रत्येक प्रकार के लिए कस्टमाइज चार्ट की एक सूची है। अगर सेल पाइंटर डाटा क्षेत्र में उपस्थित है या डाटा क्षेत्र का पूर्व में चयन किया जा चुका है तो चार्ट का एक नमूना प्रदर्शित होता है अन्यथा प्रारूपित पृष्ठ क्षेत्र का नमूना प्रदर्शित होता है।
आवश्यकतानुसार विकल्प का चयन करें एवं नेक्स्ट बटन पर क्लिक करके अगले चरण में जाएं।
चार्ट विजार्ड का द्वितीय चरण– एक डाटा क्षेत्र के चयन की सुविधा प्रदान करता है। द्वितीय चरण में भी दो टेब डाटा रेंज तथा सीरीज होते हैं।
डाटा रेंज– इसमें एक टेक्स्ट बॉक्स होता है जिसमें डाटा रेंज (क्षेत्र) प्रविष्ट की जाती है। अगर डाटा पहले से चयनित है तो यह क्षेत्र टेक्स्ट बॉक्स में दिखाई देता है। आप डाटा क्षेत्र को स्वीकार करके आगे बढ़ सकते हैं या परिवर्तित कर सकते हैं । अगर डाटा क्षेत्र का चयन नहीं किया गया है तो डाटा क्षेत्र को माउस पाइंटर द्वारा चयन करके या डाटा रेंज के रिफरेंस को टाइप करके प्रविष्ट कराया जा सकता है। फील्ड के डाटा कहाँ हैं यह संकेत देने के लिए दो रेडियो बटन भी प्रदान किए गए हैं, कॉलम में या रो में । सामान्य रूप से फील्ड के डाटा कॉलम में होते हैं।
सीरीज– चयनित डाटा क्षेत्र में कई फील्ड अथवा कॉलम हो सकते हैं। सीरीज टेब में इंन फील्ड का चयन या उन्हें डाटा क्षेत्र से हटाया जा सकता है।
अगले चरण में जाने हेतु नेक्स्ट बटन पर क्लिक करें।
चार्ट विजार्ड का तृतीय चरण– यह चरण चार्ट के विभिन्न वर्णन जैसे चार्ट या शीर्षक, एक्स तथा वाय के शीर्षक, ग्रिडलाइन, लीजेंड, डाटा लेबल एवं टेबल के लिए डाटा देने की सुविधा प्रदान करता है। आवश्यक वर्णन प्रदान करें।
अगले चरण में जाने के लिए नेक्स्ट बटन पर क्लिक करें।
चार्ट विजार्ड का चतुर्थ चरण– यहाँ वह शीट होती है जहाँ चार्ट प्रदर्शित करने के लिए कहा जाता है। दो विकल्प उपलब्ध चार्ट के प्रकार उपलब्ध चार्ट के प्रकार प्रदान किए जाते हैं । एक विकल्प चार्ट टाइप की एक नई शीट जोड़ता है एवं दूसरा चार्ट को डाटा क्षेत्र की शीट में प्रदर्शित करता है। ये विकल्प दो रेडियो बटन (ऑप्शन बटन) के रूप में प्रदान किये उपलब्ध चार्ट के प्रकार गये होते हैं। संबंधित रेडियो बटन पर क्लिक करके आवश्यक स्थान का चयन करें।
चार्ट निर्माण को पूर्ण करने हेतु फिनिश बटन पर क्लिक करें एवं एक्सेल चार्ट प्रदर्शित करता है।
चार्ट को रिसाइज/मूव/डिलीट करना
1. रीसाइज किए जाने वाले चार्ट पर क्लिक करके उसका चयन करें।
2. चार्ट के किनारे पर छोटे स्क्वेयर बॉक्स द्वारा चयन का संकेत दिया जाता है।
3. आकार परिवर्तित करने हेतु माउस पाइंटर द्वारा, परिवर्तित किए जाने वाली सामग्री के छोटे स्क्वेयर बॉक्स को क्लिक करें एवं दबाकर रखें जिससे माउस पाइंटर दोनों तरफ तीन के निशान में परिवर्तित हो जाता है।
4. माउस पाइंटर को आवश्यक दिशा की ओर खींचें। आवश्यक आकार तक खींचने के बाद माउस का बटन छोड़ दें।
1. मूव किए जाने वाले चार्ट को क्लिक करके उसका चयन करें।
2. माउस का बायाँ बटन दबाकर रखें।
3. चार्ट को खींचकर शीट में नए स्थान तक ले जाएं।
1. डिलीट किए जाने वाले चार्ट पर क्लिक करके उसका चयन करें।
2. की–बोर्ड से डिलीट कुंजी दबाएं।
उदा.– टेबल के लिए 3डी चार्ट का निर्माण
1. सेल ए7 से डी10 तक क्षेत्र का चयन करें।
2. इन्सर्ट मेन्यू पर क्लिक करें।
3. माउस पाइंटर को चार्ट विकल्प पर क्लिक करें।
4. एक्सेल एक डायलॉग बॉक्स प्रदर्शित करता है जिसका नाम चार्ट विजार्ड–स्टेप 1 ऑफ 4 होता है । स्टैण्डर्ड टेब पर क्लिक करें। चार्ट टाइप में से पाई चार्ट का चुनाव करें एवं दूसरा सब टाइप चयन करें । नेक्स्ट बटन पर क्लिक करें।
5. एक्सेल एक डायलॉग बॉक्स प्रदर्शित करता है जिसका नाम चार्ट विजार्ड–स्टेप 2 ऑफ 4 होता है । एक्सेल चयनित डाटा क्षेत्र को टेक्स्ट बॉक्स में प्रदर्शित करता है। चूंकि डाटा कॉलम में है अतः कॉलम रेडियो बटन का चयन करें एवं नेक्स्ट बटन पर क्लिक करें।
6. एक्सेल एक डायलॉग बॉक्स प्रदर्शित करता है जिसका नाम चार्ट विजाई–स्टेप 3 ऑफ 4 होता है । टाइटल के टेक्स्ट बॉक्स पर क्लिक करें। “शिवा एण्ड कम्पनी टी.वी. त्रैमासिक विक्रय रिपोर्ट" टाइप करें। लीजेण्ड टेब पर क्लिक करें। शो लीजेण्ड के चेक बॉक्स पर क्लिक करें। राइट रेडियो बटन पर क्लिक करें। डाटा लेबल पर क्लिक करें। शो लेबल पर क्लिक करें तथा परसेंट रेडियो पर क्लिक करें। नेक्स्ट बटन पर क्लिक करें।
7. एक्सेल एक डायलॉग बॉक्स प्रदर्शित करता है जिसका नाम चार्ट विजार्ड स्टेप 4 ऑफ 4 होता है । यहाँ हम उस स्थान को निर्धारित कर सकते हैं जहाँ चार्ट प्रदर्शित करना है। उस शीट का चयन करें जिसमें हम चार्ट को प्रदर्शित करना चाहते हैं । फिनिश बटन पर क्लिक करें। वही 3डी पाई चार्ट प्रदर्शित करेगा जैसा नीचे दिया गया है–
एमएस एक्सेल में चार्ट कैसे बनाएं? उनके प्रकार और प्रयोग
एमएस वर्ड में चार्ट बनाने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करें:
- सबसे पहले अपने एक्सेल डॉक्यूमेंट में Insert टैब पर क्लीक करें।
- अब रिबन के अंदर चार्ट वाले सेक्शन में Chart Type पर क्लीक करें जिसके बाद इसके अंदर चार्ट के टाइप वाले मेनू खुल जाएँगे। इनके अंदर किसी एक पर क्लीक करते ही आपके सामने तरह-तरह के चार्ट के प्रकार खुल जाएंगे।
- चार्ट को डिलीट करने के लिए उसपे माउस द्वारा राईट क्लीक करें और Delete या Cut पर क्लीक करें।
- अगर आप चार्ट का आकार बदलना चाहते हैं तो माउस के तीर को उसके किसी कोने या बॉर्डर पर स्थिर रखें और खीचें। इसके बाद आप जिस तरफ चाहें उधर से चार्ट को बड़ा या छोटा कर सकते हैं।
एमएस एक्सेल में चार्ट के प्रकार (types of carts in ms excel in hindi)
एमएस एक्सेल आपको कई तरह के चार्ट अपने डॉक्यूमेंट में प्रयोग करने की सुविधा देता है जिसमे से प्रमुख के बारे में हम आगे जानेंगे। हम ये भी समझेंगे कि उनका क्या प्रयोग है।
1. पाई चार्ट (pie chart)
पाई चार्ट का प्रयोग केवल एक डाटा सीरीज को दिखाने के लये करते हैं। अगर आप एक से ज्यादा डाटा सीरीज डालेंगे तो एमएस एक्सेल अपने-आप पहले वाले को पाई चार्ट के द्वारा दिखाएगा।
जैसा कि आप देख सकते हैं पाई चार्ट एक वृत्त या गोले के टुकड़ों के रूप में डाटा को दिखाता है। इसी तरह इसे 3D में भी बनाया जा सकता है।
2. कॉलम चार्ट (column chart)
कॉलम चार्ट का प्रयोग बहुत सामान्य है और अधिकतर डाटा की तुलना करने के लिए इसी चार्ट का प्रयोग करते हैं।
अगर आप एक से ज्यादा डाटा सीरीज की आपस में तुलना करना छह रहे हैं तो एमएस एक्सेल में कॉलम चार्ट इसी चीज को स्तम्भों के रूप में दिखाता है।
3. लाइन चार्ट (line chart)
लाइन चार्ट का प्रयोग आम तौर पर समय के साथ हुए बदलावों या एनी चीजों की तुलना में हुए बदलावों को दिखने के उपलब्ध चार्ट के प्रकार लिए करते हैं। यह ये दिखाता है कि कोई चीज का मान कब कितना था।
ये बांकी चार्ट की तरह रंगीन नही होता लेकिन ये एक लाइन में इतनी सारी चीजों को दिखा देता है जिसे अन्य चार्ट के मुकाबले दर्शाना मुश्किल है।
4. एरिया चार्ट (area chart)
एरिया चार्ट एक अनोखा चार्ट है जो विभिन्न्ज्यमितिया आकारों के क्षेत्रों के रूप में किसी डाटा को दिखाने में मदद करता है। एमएस एक्सेल में एरिया चार्ट बहुत सारे डाटा सीरीज को भी दिखा सकता है।
एरिया चार्ट सभी डाटा को लम्बाई, उंचाई या चौड़ाई के माप में बदल देता है और इसी तरीके से 3D में डाटा दिखाने में भी मददगार साबित होता है।
5. स्कैटर चार्ट (scatter chart)
ये बहुत सारे बिखड़े हुई बिन्दुओं की मदद से दो से अधिक डाटा सीरीज की आपस में तुलना करने की क्षमता रखता है।
इसमें ऋणात्मक डाटा को भी आसानी से दिखाया जा सकता है। इसके अलावा एमएस एक्सेल आपको कुछ और भी चार्ट के प्रयोग की सुविधा देता है जिसे की बार चार्ट, सरफेस चार्ट इत्यादि।
इस लेख से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।
By अनुपम कुमार सिंह
बीआईटी मेसरा, रांची से कंप्यूटर साइंस और टेक्लॉनजी में स्नातक। गाँधी कि कर्मभूमि चम्पारण से हूँ। समसामयिकी पर कड़ी नजर और इतिहास से ख़ास लगाव। भारत के राजनितिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक इतिहास में दिलचस्पी ।
Excel Chart Kya Hota Hai in Hindi I एक्सेल में चार्ट को कैसे बनाते है
एक्सेल चार्ट क्या होता है - What is Excel Chart in Hindi
Excel me Chart Kya Hota Hai in Hindi - माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल में चार्ट (Excel Chart Kaise Banate Hai) द्धारा डाटा का चित्रमय उपलब्ध चार्ट के प्रकार प्रदर्शन (Pictorial Presentation) किया जाता है. चार्ट की सहायता से आपकी ऑडियंस आपकी प्रेजेंटेशन में संख्याओं के पीछे छिपे हुए अर्थ को आसानी से समझ सकते है.
इसका अर्थ है की आप जो अपने श्रोताओं को अंकों या डाटा में तुलना करके या रुझान को दिखाना चाहते हो, वह Excel Chart की सहायता से बहोत ही आसान हो जाता है. चार्ट की मदद से आप किसी भी तुलना को चित्र के रूप में दिखा सकते हो.
साथियों आज हम इसी Excel Chart के बारे में मेरी इस पोस्ट में और ज्यादा जानेगे, पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े.
Excel Chart Kya Hai in Hindi |
चार्ट के मुख्य घटक - Main Components of the Chart
Excel Chart - एक्सेल में चार्ट को बनाने के लिए कुछ मुख्य घटक (Components) होते है. इन Components की सहायता से हम एक्सेल में चार्ट को बनाते है. एक्सेल चार्ट के मुख्य घटक निम्न प्रकार से है.
- Chart Title
- Data Points
- Data Series
- Legend
- Vertical Axis or Value Axis
- Horizontal Axis or Category Axis
- Data Labels
- Grid Lines
Excel Chart Components |
Chart Title - एक्सेल चार्ट में यह चार्ट का टाइटल विविरण प्रदर्शित करता है.
Data Points - चार्ट में यह हॉरिजॉन्टल बार (क्षैतिज बार), लाइन्स, कॉलम और अन्य डाटा मार्कर होते है.
Data Series - एक वर्कशीट में कुछ रो या कॉलम से सम्बन्धित डाटा पॉइंट को एक साथ डाटा सीरीज में ग्रुप किया जाता है.
Legend - चार्ट पर प्रत्येक डाटा सीरीज किस कलर में प्रदर्शित होगी, यह लीजेंड द्धारा निर्णय लिया जाता है. ज्यादा जटिल एक्सेल चार्ट के लिए ये एक महत्वपूर्ण घटक तत्व (Component Element) होता है.
Vertical Axis or Value Axis - वैल्यू एक्सिस संख्यात्मक पैमाना है, जो डाटा पॉइंट वैल्यू को दिखाता है. एक बार चार्ट (Bar Chart) में हॉरिजॉन्टल एक्सिस ही वैल्यू एक्सिस होती है.
Horizontal Axis or Category Axis - यह वह लाइन है जहाँ बहुत सी डाटा सीरीज व्यवस्थित की जाती है. यह एक्सेल चार्ट का हॉरिजॉन्टल भाग है. बार चार्ट वर्टीकल एक्सिस ही केटेगरी एक्सिस कहलाती है.
Data Labels - डाटा पॉइंट की वास्तविक वैल्यू, डाटा लेबल्स कहलाती है.
Grid Lines - प्लाट एरिया में दिखाई देने वाली हॉरिजॉन्टल लाइनग्रिड लाइन्स कहलाती है.
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चार्ट कितने प्रकार के होते है - Types of Excel Chart
दोस्तों, विभिन्न उद्देश्यों के लिए Excel Chart का प्रयोग किया जाता है. एक्सेल में विभिन्न प्रकार के चार्ट के खाके (Excel Chart T emplate ) उपलब्ध है और हमारे द्वारा बनाए जाते है. अनेको बार हमें हमारे डाटा को दीखते हुए चित्र या आकृति में प्रदर्शित करना होता है. जिसके लिए Excel Chart का उपयोग किया जाता है.
सबसे महत्वपूर्ण यह है की हमें हमारे डाटा या सुचना को विज़ुअल प्रदर्शन के लिए सही चार्ट के प्रकार का इस्तेमाल करना होता है. हम हमारी आवश्यकता अनुसार या कहे जैसी हमारे डाटा की मांग होगी वैसे Excel Chart का इस्तेमाल कर सकते है.
एक्सेल चार्ट के विभिन्न प्रकार (Types of Excel Chart) निम्नानुसार है.
साथियों अब मुझे लगता है कि आप अच्छे से समझ गए होंगे की Excel Chart Kya Hota Hai और एक्सेल चार्ट को कैसे बनाते है एवं यह कितने प्रकार के होते है (Types of Excel Chart in Hindi). मेरी पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेन्ट बॉक्स में कमेंट जरूर करे.
शिक्षण केंद्र
अधिक कारोबारी व्यापक रूप से चार्ट का उपयोग करते हैं। इसलिए, तकनीकी विश्लेषण की बुनियादी चीजों की अच्छी समझ महत्वपूर्ण है। पूर्व प्रदर्शन भविष्य के परिणामों की गारंटी नहीं है। तकनीकी विश्लेषण ट्रेडिंग के लिए मात्र एक टूल है, और यहाँ तक कि लक्षित विश्लेषण भी लाभ की गारंटी नहीं है।
लाइन चार्ट सरलतम प्रकार का चार्ट है। जैसा कि नीचे EUR/USD चार्ट में प्रदर्शित है, एकल लाइन प्रत्येक दिन के बंद भाव को दिखलाता है। तिथियाँ चार्ट के तल में और मूल्य बगल में प्रदर्शित होते हैं।
लाइन चार्ट की शक्ति इसकी सरलता के कारण है। यह किसी निश्चित समयावधि के लिए प्रतिभूति के मूल्य का सुव्यस्थित, समझने-में-आसान दृश्य प्रदान करता है।
बार चार्ट किसी प्रतिभूति का प्रत्येक समयावधि के लिए खुला, उच्च, निम्न और बंद भाव प्रदर्शित करता है। बार चार्ट सबसे लोकप्रिय प्रतिभूति चार्ट है।
जैसा कि नीचे बार चार्ट में वर्णित है, प्रत्येक लंबवत बार का शीर्ष उस प्रतिभूति का विशेष समयावधि में सबसे अधिक मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है और बार का तल उसके सबसे कम मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है। बार के दाएँ हिस्से में प्रदर्शित बंद 'टिक' उस समयावधि के दौरान उस प्रतिभूति के अंतिम मूल्य को चिह्नित करता है। यदि खुला भाव उपलब्ध हो, वे बार के बाएँ हिस्से में मौजूद टिक से बताए जाते हैं।
कैंडलस्टीक चार्ट आधुनिक बार चार्ट के समान स्वरूप में खुला, उच्च, निम्न और बंद भाव प्रदर्शित करता है, लेकिन इस रूप में जो खुला और बंद भाव के बीच संबंध को कम करता है। कैंडलस्टीक चार्ट मूल्यों को देखने का एक सरल नया तरीका है - उसमें कोई गणना शामिल नहीं है।
प्रत्येक कैंडलस्टीक एक अवधि (उदाहरणार्थ एक दिन) का प्रतिनिधित्व करता है। यह चित्र दिखाता है कि कैंडल को किस प्रकार पढ़ें:
कैंडलस्टीक अलग-अलग रंगों का हो सकता है (नीला/लाल, उजला/काला इत्यादि), लेकिन अभिप्राय एक ही है।
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चार्ट का अर्थ | चार्ट के प्रकार | चार्टो का प्रभावपूर्ण उपयोग | Charts in Hindi
चार्ट का अर्थ
चार्ट का अर्थ (Charts in Hindi)
चित्र या ग्राफो के रूप में जो कुछ अलग-अलग प्रदर्शित किया जा सकता है उन सभी को सुविधापूर्वक अलग-अलग या इक्ट्ठे रूप में प्रदर्शित करने का कार्य चाटों द्वारा अच्छी तरह किया जा सकता है। डेल के अनुसार, “चार्ट एक दृश्य सामग्री चिन्ह ” है जो विषय-वस्तु के सार, तुलना या किसी दूसरी क्रिया की व्याख्या करने में सहायता देता है” चार्ट की सहायता से संख्यात्मक और गुणात्मक दोनो ही प्रकार की सूचनाओं व तथ्यों को प्रदर्शित किया जा सकता है। कक्षा शिक्षण के प्रत्येक स्तर पर चाहे वह पूर्व ज्ञान परीक्षा या प्रस्तावना से सम्बन्धित हो या विषय वस्तु के क्रमबद्ध प्रस्तुतीकरण, पुनरावृति, अभ्यास अथवा गृहकार्य प्रदान करने से, चार्ट सभी स्तर पर अध्यापक को उसके कार्य में सहायता प्रदान करते है। यही कारण है कि सभी विषयों से सम्बन्धित पाठ्य सामग्री के शिक्षण-अधिगम कार्यो में वार्टो से पूरी सहायता लेने का प्रयास किया जाता है। तथ्यो या विचारो को एक क्रमबद्ध लड़ी में प्रस्तुत करने के लिए चार्ट अत्यन्त महत्वपूर्ण सिद्ध होते है। उदाहरण के लिए इतिहास शिक्षण में महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं को स्पष्ट किया जा सकता है।
चार्टी के प्रकार (Types of Chart )
चार्ट कई प्रकार के होते है अध्यापक पाठ के अनुसार चार्ट तैयार करवाकर शिक्षण उपागम के रूप में प्रयोग कर सकता है। कुछ चार्ट इस प्रकार है-
(1) समय चार्ट (Time Chart ) :- इसे समय सारणी भी कहते है। इनके प्रयोग से अधिकतर ऐतिहासिक तिथियों, घटनाओं, कालक्रमानुसार विभिन्न शासको व युद्धों का वर्णन क्रम के अनुसार प्रस्तुत किया जाता है।
(2) तालिका चार्ट (Table Chart ) :- इनमें कई प्रकार के खाने बनाकर विचारो, घटनाओं तथा विवरणो को क्रमानुसार व्यवस्थित किया जाता है। ऐतिहासिक घटनाओं का क्रम, शासको का क्रम, युद्धों आदि की सूची भी समयानुसार इन चार्टो द्वारा दी जाती है।
( 3 ) धारा चार्ट (Flow Chart ):- इसके द्वारा किसी वस्तु का क्रमिक विकास तथा राजे- महाराजाओं का उत्थान व पतन दर्शाया जाता है। कानून की रचना का चार्ट बनाया जाता है।
(4) चित्र सम्बन्धी चार्ट ( Picture Chart ) :- इसमें विभिन्न चित्रों को इक्ट्ठा करके दर्शाया जा सकता है, जैसे- यातायात के साधन, सिंचाई के साधन, डाक के साधन आदि।
(5) संगठन चार्ट (Organisation Chart ):- इसका प्रयोग सामाजिक अध्ययन में विशेषकर किया जाता है। विभिन्न शासन प्रबन्धो का केन्द्र राज्य, संसद, न्यायालय, कार्यपालिका, पंचायत आदि के संगठन रूप चार्ट पर दिखाया जाता है।
(6) वृक्षाकृति चार्ट (Tree Chart):- किसी भी वस्तु के क्रमिक विकास को इस चार्ट द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। वृक्ष का तना मुख्य रूप होता है, उसकी टहनियाँ उसके विकास को दर्शाती है। वनस्पति विज्ञान में पेड़-पौधों का विकास तथा जीव-विज्ञान में जीव जन्तुओं का क्रमिक विकास इसके अच्छे उदाहरण है। जिस प्रकार से तने से डालियाँ पत्तियाँ निकलकर विकास करती है, उसी प्रकार चार्ट का विकास होता है।
( 7 ) ग्राफ चार्ट ( Graph Chart ) :- ऐसे चार्ट अधिकतर भूगोल एंव सामाजिक अध्ययन में प्रयोग होते हैं इन चारों द्वारा आँकडों का प्रदर्शन किया जाता है जैसे वर्षा तथा तापक्रम, वर्षा तथा जनसंख्या आदि। ये पाँच प्रकार के होते है- क्षेत्रफल, पाई, चित्र, लाइन एंव लम्बा ग्राफ ।
चार्टो का प्रभावपूर्ण उपयोग ( Effective Use of Charts )
चार्टो का दृश्य साधन के रूप में अच्छी तरह प्रयोग करने के लिए निम्न बातों पर ध्यान दिया जाना चाहिए-
(i) चार्टो के द्वारा निश्चित शैक्षिक उद्देश्यो की प्राप्ति में सहायता मिलनी चाहिए।
(ii) यद्यपि विभिन्न प्रकार के चार्ट पुस्तकालय तथा बाजार में उपलब्ध हो सके परन्तु जहाँ तक संभव हो सके इनका निर्माण अध्यापक की देख-रेख में छात्रों द्वारा किया जाना चाहिये।
(iii) जिस विचार, तथ्य, सूचना अथवा प्रक्रिया को चार्ट द्वारा प्रदर्शित करना हो उसके ऊपर भली-भाँति विचार कर चार्ट की दृश्य सामग्री को इस प्रकार दिखाया जाना चाहिए कि उससे प्रस्तुत विषय को स्पष्ट एंव प्रभावपूर्ण ढंग से अभिव्यक्त किया जा सके।
(iv) विषय वस्तु, छात्रों स्तर, उपलब्ध शिक्षण-अधिगम परिस्थितियों आदि बातों को ध्यान में रखकर ही उपयुक्त प्रकार के चार्टो का चयन किया जाना चाहिये।
(v) एक चार्ट का केवल एक ही उद्देश्य होना चाहिये। एक ही चार्ट में बहुत सी बातों को शामिल कर लेने से उसकी स्पष्टता पर असर पड़ता है।
(vi) जिस उद्देश्य से चार्ट को प्रदर्शित किया जा रहा है उसी को स्पष्ट करने से सम्बन्धित आवश्यक सामग्री ही उसमें होनी चाहिए। अनावश्यक व्यर्थ की बातें नही।
(vii) चार्टो में दृश्य सामग्री की उत्तमता एंव प्रभावपूर्णता पर पूरा-पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए। इस दृष्टि से रंगो, अक्षरो, आकृतियों के आकर्षण तथा आकार आदि पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए।
(viii) कक्षा में जिस चार्ट की जिस समय आवश्यकता हो उसको उसी समय प्रदर्शित किया जाना चाहिये। चार्ट को इस तरह प्रदर्शित किया जाना चाहिये कि उसका सम्पूर्ण भाग विद्यार्थियों को अच्छी तरह दिखाई दे सके।
चाटों का प्रयोग कुशल अध्यापक द्वारा ही सम्भव है। अध्यापकों को उचित समय पर ही प्रदर्शन करना चाहिए। जैसे-जैसे विषय बढ़ता जाए तभी अध्यापक को एक-एक कागज हटाना चाहिए ताकि विद्यार्थियों की रूची बनी रहे। चार्ट का प्रयोग अन्य दृश्य-श्रव्य सामग्री की बजाय अधिक प्रभावशाली है।
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