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वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है

वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है

गेहूं के भाव 25 रुपए कम बीज टच 2400 रुपए बिका

गेहूं के भाव 25 रुपए कम हो गए। एफसीआई के ई टेंडर बिक्री से खुले बाजार में भाव कम होने लगे। मंडी नीलाम में बीज वाला गेहूं 1704, 2164, 2400 रुपए के भाव से बिका। यूआरडी बीज होने से 50 रुपए बोरी का अितरिक्त फायदा िमलने की खबर है। मंडी भी ऊंचे भाव के अनुबंध तलाश रहे हैं। पूरे एक माह गेहूं और चने का खुले रूप से बीज का व्यापार चलेगा। 1 बोरी 2 बोरी 10 से 25 बोरी गेहूं चने का बीज बिक रहा है। भरपूर पानी होने से किसान इस बार बोवनी भी अिधक कर रहे। खुले बाजार में गेहूं की अच्छी उपलब्धता से भाव कम हो गए। बाजार में सरकारी, गैर सरकारी गेहूं भारी मात्रा में आने लगेगा। ई टेंडर की बिक्री में इस बार अच्छे सेंटरों का गेहूं खरीदे जाने की प्लािनंग गल्ला व्यापारी कर रहे हैं।

अब 100 रुपए गिरेंगे : आटा मिल सहित रवा, मैदा का गेहूं पिछले माह में महंगा खरीदकर दीपावली का माल तैयार होकर पैक होने लगा। 2-4 दिनों में मार्केट में बिकने भी लगेगा। इस प्रकार की िस्थति बनने से आगामी दिनों में मिलर्स गेहूं खरीदने में रूिच ही नहीं िदखाएगा। आगे 100 रुपए भाव कम होने की चर्चा चल रही है।

सोयाबीन के भाव में तेजी नहीं : 4 दिन बाद खुली मंडी में सोयाबीन का व्यापार निराशाजनक बताया गया है। वायदा सट्‌टा दिनभर 50 से 25 रुपए प्लस मायनस कर मंडी नीलामी को खासा प्रभावित कर गया। मंडी नीलाम में और वायदा डिब्बा 100 रुपए नीचे गिर गया। पहली बार डिब्बे की तेजी वास्तविक मंडी नीलाम के व्यापार को प्रभािवत नहीं कर पाई। मंडी में बीज टच 4191 रुपए के अिधकतम भाव पर बिका जबकि इसके पहले दाम 4500 रुपए तक के हो गए थे। लंबा रिवर्स मानकर 2-4 कारोबारी तो सेंपल बाजार में चलाने लगे हैं। 2-3 माह तो स्टॉक रुकेगा लेकिन गेहूं के सीजन में लाभ दिखा तो धन के लिए स्टॉक बेचना भी पड़ सकता है। प्लांटों की वर्तमान भावों पर खरीदी में रूिच नहीं होने से ऊंचा नीचा करने वाले भी प्लांट को घाटे में गाड़ी लोड कर रहे हैं।

सोना-चांदी लक्ष्मी टच ज्वेलरी खूब बिकेगी : सराफा बाजार में जल्दी ही दीपावली की न्यू ज्वेलरी लक्ष्मी टच की बिक्री शुरू होने वाली है। वर्तमान दौर सोना-चांदी में भारी तेजी वाला बताया जरूर गया है लेकिन खरीदी तो बढ़ेगी लुक और फैशन के दौर में ज्वेलरी में भी बदलाव आने से ग्राहकी भी खूब रहने के आसार हैं। मप्र सराफा व्यापारी एसोसिएशन के नवनियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक जडि़या ने बताया दीपावली पर सोना खरीदने का रिवाज वर्षों से चला आ रहा है। बाजार में 27 हजार के भाव सोना केडबरी में बताए हैं। चांदी 37000 रुपए किलो के आसपास बिक रही है।

उज्जैन| गेहूं लोकवन 1550 से 2400, िमल 1550 से 1570, मालवराज 1629 से 1703, सोयाबीन 3750 से 4191,चना देशी 4790, चना डालर 6811 से 7147, चना विशाल 5401, उड़द 9500 रुपए। आलू 200 से 250 रुपए। प्याज नया 800 से 1300, पुराना 1400 रुपए, लहसुन 1500 से 6700 रुपए।

सोयाबीन की मंिडयों में आवक एवं भाव : उज्जैन 9300 िक्वंटल 4191 रुपए।, आगर 7000 िक्वंटल 4090 रुपए। शाजापुर 3600 िक्वंटल 3830 रुपए। तराना 3600 िक्वंटल 3900 रुपए। खाचरौद 1600 िक्वंटल वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है 3786 रुपए के भाव रहे।

लोहा बाजार : टेस्टेड सरिया 3600 रुपए प्रति िक्वंटल। खली के भाव : उज्जैन खली 1300 से 1340, कपास्या 2250 से 2300, खली खामगांव 2350 से 2400 रुपए। उज्जैन मावा : 160 रुपए किलो। शाजापुर| सोयाबीन 3500 से 3830, गेहूं 1561 से 1616, चना कांटा 3500 से 4400, चना मौसमी 3710 से 4455, चना डालर 3550 से 5869, मसूर 7100, उड़द 9850, मक्का 1271 रुपए। तराना| सोयाबीन 3650 से 3900, चना डालर 6200 से 7051, चना विशाल 4400 से 5100,गेहूं 1500 से 1773 रुपए। खाचरौद| सोयाबीन 3500 से 3786, गेहूं 1450 से 1795, चना 3650 से 5975, चना डालर 6275 रुपए। आगर| सोयाबीन 3550 से 4090, गेहूं 1450 से 1951, मक्का 1120 से 1400, चना कांटा 3700 से 4500, चना विशाल 3600 से 4800, चना डालर 3800 से 6300, धनिया 7300 से 10050 रुपए के भाव रहे।

Gold Rate Today: सोना खरीदना हुआ महंगा, चांदी की कीमत में भी आई तेजी

बिजनेस न्यूज डेस्क !! अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमती धातुओं की कीमतों में आई तेजी वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को सोना 294 रुपये की तेजी के साथ 53,275 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 52,981 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं चांदी भी 366 रुपये की तेजी के साथ 63,148 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना बढ़कर 1,780 डॉलर प्रति औंस और चांदी बढ़कर 22.14 डॉलर प्रति औंस हो गई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक विजय रजनी ने कहा कि कॉमेक्स पर सोने वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है की कीमतें तीन महीने के उच्च स्तर पर चल रही हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी बॉन्ड में निवेश की तुलना में अधिक रिटर्न के कारण बुलियन में निवेश प्रभावित हुआ है, जिससे इस साल कीमती धातु की कीमतों पर असर पड़ा वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है है।
वायदा कारोबार में कीमतें

वायदा कारोबार में मंगलवार को सोना 307 रुपये की तेजी के साथ 53,025 रुपये पर पहुंच गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अक्टूबर डिलीवरी के अनुबंध 307 रुपये या 0.58 प्रतिशत की तेजी के साथ 53,025 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहे थे. यह 7,332 लॉट के कारोबार का कारोबार करता है। आपको बता दें कि इस समय त्योहारों का सीजन चल रहा है और इसके बाद शादियों का सीजन भी शुरू हो जाएगा. शादियों में ज्वैलरी की सोने की डिमांड सबसे ज्यादा है। ऐसे में सोने की कीमतों में गिरावट की संभावना कम नजर आ रही है. कीमतों में वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है लगातार हो रही बढ़ोतरी की बात करें तो इसका कारण स्थानीय कम और अंतरराष्ट्रीय कारण ज्यादा है।

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने की खपत करने वाला देश है। चीन पहले नंबर पर है। डब्ल्यूजीसी के भारत संचालन के क्षेत्रीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोमसुंदरम पीआर ने रायटर को बताया कि उच्च मुद्रास्फीति से ग्रामीण मांग पर अंकुश लगने की संभावना है, जो पिछले साल के सीओवीआईडी-19 के नेतृत्व वाले लॉकडाउन के कारण हुए व्यवधानों से उबरने लगी थी। बता दें कि तीसरी तिमाही में सोने की मांग (ओटीसी को छोड़कर) 1,181 टन के स्तर पर पहुंच गई है। इस तरह सालाना आधार पर सोने की मांग में 28 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. बढ़ती मांग सोने की सालाना मांग कोविड से पहले के स्तर पर पहुंच गई है। सोने की मांग में यह वृद्धि उपभोक्ताओं और केंद्रीय बैंकों द्वारा संचालित थी।

डेली न्यूज़

सेबी ने ‘कमोडिटी ऑप्शन’ के लिये ट्रेडिंग वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है नियम निर्धारित किये

  • 14 Jun 2017
  • 3 min read

संदर्भ
हाल ही में भारतीय प्रतिभूति एवं वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है विनिमय बोर्ड (सेबी) ने ऑप्शन ट्रेडिंग के लिये कमोडिटी एक्सचेंजों को मंज़ूरी दी है। उल्लेखनीय है कि यह नियामक ढाँचा सेबी बोर्ड के कमोडिटी ऑप्शन को मंजूरी देने के लगभग दो महीने बाद आया है।

महत्त्वपूर्ण बिंदु

  • यह भी सुनिश्चित किया कि ऐसे अनुबंध केवल उन वस्तुओं पर पेश किये जा सकते हैं, जो वर्तमान में वायदा खंड में उच्च मात्रा में पंजीकृत हैं।
  • आरंभिक तौर पर प्रत्येक एक्सचेंज़ को केवल एक कमोडिटी पर ही इस तरह के ऑप्शन शुरू करने की अनुमति दी जाएगी।
  • सेबी ने कहा कि केवल उन फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट पर ही विकल्प लॉन्च किये जा सकते हैं, जो पिछले 12 महीनों के कुल कारोबार के मामले में शीर्ष पाँच अनुबंधों में से एक है।
  • ऑप्शन के लिये तभी कमोडिटी के फ्यूचर कांट्रेक्ट को चुना जा सकेगा, यदि पिछले एक साल के दौरान उसका दैनिक औसत टर्न-ओवर एग्री कमोडिटी के मामले में कम-से-कम-200 करोड़ रुपए और नॉन एग्री कमोडिटी के मामले में 1000 करोड़ रुपए हो।
  • मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज़ ऑफ इंडिया (MCX), कच्चा तेल, सोना, रजत, जस्ता और ताँबा जैसी वस्तुओं को ऑप्शन अनुबंध के लिये चुन सकता है।
  • इस प्रकार के ऑप्शनों से कमोडिटी बाज़ार की समग्र भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा तथा कमोडिटी बाज़ार को अधिक मज़बूत और कुशल बनाने में सहयोग करेगा।
  • वायदा और ऑप्शन के संयोजन से बाज़ार सहभागियों को वायदा की कीमतों को विकसित करने और ऑप्शनों के सरल जोखिम प्रबंधन का लाभ प्रदान करेगा।

सेबी

यह भारतीय प्रतिभूति बाज़ार की नियामक संस्था है, जिसकी स्थापना 1988 में हुई थी। सेबी अधिनियम, 1992 के माध्यम से 30 जनवरी 1992 को सेबी को वैधानिक शक्तियाँ प्रदान की गई थी।

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