धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत

बिटकॉइन की कीमत 5% बढ़कर 41,108 डॉलर हुई, अन्य करेंसी भी बढ़ी
बिटकॉइन की कीमत 4.60% बढ़कर 44,108 डॉलर पर पहुंच गई है। एथरियम की कीमत 105 डॉलर हो गई है। इसमें 8.20% की बढ़त हुई है। कार्डानो की कीमत 11.26% बढ़ कर 2.28 डॉलर पर पहुंच गई है। तेथर मामूली गिरावट के साथ 1 डॉलर पर कारोबार कर रही है।
बिनांस कॉइन की कीमत में 7% की तेजी है। यह करेंसी 378 डॉलर पर कारोबार कर रही है। एक्सआरपी 9% से ज्यादा बढ़ कर 1 डॉलर पर कारोबार कर रही है। सोलाना की कीमत 148 डॉलर है। इसमें 14% की तेजी है। पोलकाडाट की कीमत में 16% की तेजी है। यह 31.90 डॉलर पर कारोबार कर रही है। डागकॉइन की कीमत में 10% की तेजी है।
पिछले हफ्ते इनकी कीमतों में भारी गिरावट आई थी। बिटकॉइन की कीमत घट कर 31 हजार डॉलर पर धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत पहुंच गई थी। अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल बैंक ने कहा है कि वह जल्द ही डिजिटल करेंसी पर एक रिसर्च पेपर जारी करेगा। हालांकि जानकारों ने कहा है कि क्रिप्टो की करेंसी में अभी रिस्क दिख रहा है। इसलिए जब तक स्पष्ट संकेत न मिले, तब तक क्रिप्टो में निवेश में सावधानी बरतें। बिटकॉइन के लिए सपोर्ट लेवल 42,400 डॉलर का दिया गया है। क्रिप्टो के निवेशकों में बिटकॉइन ही सबसे लोकप्रिय करेंसी है।
इस साल की शुरुआत ने क्रिप्टो करेंसी के बाजार में जबरदस्त उफान देखा। इस साल क्रिप्टोकरेंसी ने अच्छी संख्या में निवेशक खींचे हैं। क्रिप्टो करेंसी की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव होता रहता है। बाजार ने शुरुआत में उन्हें तगड़ा रिटर्न दिया, लेकिन अप्रैल के अंत और मई के शुरुआती हफ्तों में बाजार जिस तरह धड़ाम हुआ, उससे बहुत से निवेशकों का निवेश साफ हो गया। बिटकॉइन की कीमत ऑल टाइम हाई 47.14 लाख के लेवल से गिरकर पिछले हफ्ते 22.8 लाख रुपए पर आ गई। हालांकि, इसके बाद बाजार में सुधार दिखा है, लेकिन अस्थिरता बनी हुई है।
Bitcoin फिर धड़ाम, भारी नुकसान से निवेशकों के बीच खलबली
क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन (BitCoin) में बुधवार को भारी गिरावट दर्ज की गई. इस गिरावट के बाद बिटकॉइन में दिसंबर के बाद यह पहली बार बड़ी गिरावट है, इसके धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत साथ ही बिटकॉइन की कीमत ग्लोबल मार्केट में 10 हजार डॉलर के नीचे आ गई.
- दिसंबर के बाद 10 हजार डॉलर के नीचे आई कीमत
- 18 दिसंबर को सर्वोच्च स्तर पर पहुंची थी बिटकॉइन
- 9,807.56 डॉलर का स्तर एक दिसंबर के बाद निम्नतम स्तर
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नई दिल्ली : क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन (BitCoin) में बुधवार को भारी गिरावट दर्ज की गई. इस गिरावट के बाद बिटकॉइन में दिसंबर के बाद यह पहली बार बड़ी गिरावट है, इसके साथ ही बिटकॉइन की कीमत ग्लोबल मार्केट में 10 हजार डॉलर के नीचे आ गई. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार बुधवार को कारोबार के दौरान यह डिजिटल करेंसी 9,807.56 डॉलर पर आ गई. यह एक दिसंबर के बाद का इसका निम्नतम स्तर है. 18 दिसंबर को यह अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा तथा जिसकी तुलना में बुधवार का स्तर करीब 50 प्रतिशत तक कम है.
24 घंटे में 15 प्रतिशत की गिरावट
आपको बता दें कि दुनियाभर में नियामक कार्रवाई में बढ़ने के डर से पिछले 24 घंटे में करीब 15 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है. इस धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत गिरावट के चलते पिछले 24 घंटों में 100 बिलियन डॉलर का नुकसान हो चुका है. इससे पहले बिटक्वॉइन 30 नवंबर को 10 हजार डॉलर के स्तर पर पहुंचा था. पिछले माह यह 19,343 डॉलर के स्तर पर था. लेकिन इसके बाद इसकी मूल्य में करीब 49 फीसदी की गिरावट आ चुकी है.
दक्षिण कोरिया के वित्त मंत्री किम डोंग येओन ने कहा कि एशियाई ट्रेडिंग की शुरुआत में बिटकॉइन की मूल्य में एक चौथाई की गिरावट दर्ज की गई. येओन ने बुधवार को कहा कि लक्जमबर्ग स्थित बिटस्टैम्प एक्सचेंज में बिक्वाइन 25 प्रतिशत गिरावट के साथ बंद हुआ और अभी भी क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग पर पाबंदी लगाने का विकल्प है.
गौरतलब है कि बिटक्वॉइन को भारत सहित दुनिया के कई देशों में मान्यता नहीं है. लेकिन लोगों के बीच यह तेजी से लोकप्रिय हो रही है. भारतीय रिजर्व बैंक भी कई बार चेतावनी दे चुका है कि यह मान्य नहीं है और इसका इस्तेमाल करने वाले नुकसान के खुद जिम्मेदार होंगे. वहीं वित्त मंत्रालय सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां आतंकी फंडिंग और हवाला गतिविधियों में इसके इस्तेमाल की आशंका जता चुकी हैं.
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (क्रिप्टो करेंसी) है. इसे एक ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से कोई भी खरीद सकता है. इसकी खरीद-फरोख्त से फायदा लेने के अलावा भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. फिलहाल, भारत में एक बिट क्वॉइन की कीमत करीब 65 हजार रुपए है.
बिटकॉइन से जुड़े रोचक तथ्य
- पूरे विश्व में कुल 1.5 करोड़ बिटकॉइन चलन में होने का अनुमान.
- इस गुप्त करेंसी पर सरकारी नियंत्रण नहीं होता. इसे छिपाकर इस्तेमाल किया जाता है.
- इसे रखने के लिए बिटकॉइन वॉलेट उपलब्ध होते हैं.
- बिटकॉइन को आधिकारिक मुद्रा से भी बदला जाता है. इसे न तो जब्त किया जा सकता है और न ही नष्ट.
- यह किसी देश की आधिकारिक मुद्रा नहीं है. ऐसे में इस पर किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगता है.
- बिटकॉइन में ट्रेड करने के लिए कई एक्सचेंज हैं, इनमें जेबपे, यूनो क्वॉइन और क्वॉइन सिक्योर एक्सचेंज शामिल है.
- अधिकांश एक्सचेंज के पास एंड्रॉयड और आईफोन ऐप्स हैं, जिनके जरिए बैंक अकाउंट से लिंक के बाद तुरन्त ट्रांसफर किया धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत जा सकता है.
- बिटकॉइन के लिए केवाइसी अनिवार्य है. बिटकॉइन निवेशकों के लिए पैन और अन्य डिटेल्स के साथ आईडी प्रमाणित कराना जरूरी है.
2009 में हुई थी बिटकॉइन की शुरुआत
2008 में पहली बार बिटकॉइन को लेकर एक लेख प्रकाशित हुआ था. हालांकि, इसकी शुरुआत 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप हुई. इसे अज्ञात कम्प्यूटर प्रोग्रामर या इनके समूह ने सातोशी नाकामोटो के नाम से बनाया.
बिटकॉइन, डॉजकॉइन, इथेरियम सब धड़ाम; जानें वजह, अब क्या करें निवेशक?
जानकारों के मुताबिक, यह एक हेल्दी करेक्शन हो सकता है और निवेश के लिए अच्छा मौका बन सकता है.
क्रिप्टो बाजार की हलचल ने एक बार फिर निवेशकों को हैरान कर दिया है. बुधवार को सभी क्रिप्टो करेंसी के भाव में बड़ी गिरावट को देखने को मिली. बिटकॉइन, इथेरियम टूटकर अपने कुछ महीनों के न्यूनतम स्तरों पर पहुंच गए हैं. हालांकि, मार्केट अब थोड़ा संभला है, निवेशकों का चिंतित होना स्वाभाविक है. आइए नजर डालते हैं गिरावट की वजहों पर और समझते हैं निवेशकों को क्या रणनीति अपनानी चाहिए.
रॉयटर्स के मुताबिक, बीते दिन एक समय पर क्रिप्टोकरेंसी बाजार का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर के करीब नीचे जा चुका था.
जनवरी के स्तर पर पहुंच गया था बिटकॉइन:
क्रिप्टो बाजार की बड़ी हलचल से बिटकॉइन अछूता नहीं रहा. बीते 24 घंटों में ही करीब 30% गिरकर बिटकॉइन एक समय 30,681 डॉलर तक पहुंच गया था. यह इस साल जनवरी के बाद का न्यूनतम स्तर है. बिटकॉइन के शिखर स्तर 64,800 डॉलर से तुलना करे तो यह करीब 55% की गिरावट है. बता दें कि फरवरी में जब टेस्ला द्वारा बिटकॉइन में निवेश की बात सामने आई थी, उस समय इसकी कीमत करीब 38,000 डॉलर थी. बिटकॉइन गिरकर इस स्तर से भी काफी नीचे पहुंच गया था.
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मस्क के ट्वीट ने दी थोड़ी राहत:
20 मई को सुबह 7 बजे तक, बिटकॉइन थोड़ा संभलते हुए 37,200 के करीब व्यापार कर रहा है. यह पिछले 24 घंटों में करीब 15% की कमजोरी है. बिटकॉइन की कीमत में इस मामूली रिकवरी की वजह एलन मस्क के ट्वीट को बताया जा रहा है. मस्क ने बुधवार की रात ‘टेस्ला एक पास है- और एक डायमंड इमोजी’ ट्वीट किया थी. इस ट्वीट के बाद बिटकॉइन में खरीदारी बढ़ी और यह करेंसी दिन के न्यूनतम से करीब 20% चढ़ी.
इथेरियम, बाइनेंस कॉइन का भी यही हाल:
बिटकॉइन के अलावा अन्य प्रचलित क्रिप्टो करेंसी जैसे इथेरियम, बाइनेंस कॉइन और डॉजकॉइन, इत्यादि भी बड़ी गिरावट के साथ व्यापार कर रहे हैं. इथेरियम अपने शिखर स्तर 4,362 डॉलर की तुलना में करीब 36% नीचे रहते हुए 2,850 डॉलर पर व्यापार कर रहा है. इसी तरह बाइनेंस कॉइन भी बीते 24 घंटों में करीब 30% टूटा है. Dogecoin का भाव 0.34 डॉलर है जो कि करेंसी के सर्वोच्च स्तर से करीब 55% की गिरावट है.
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इस गिरावट के पीछे कई वजहें:
क्रिप्टो बाजार में इस बड़ी बिकवाली के पीछे कई अहम फैक्टर हैं.
मार्केट में वर्तमान कमजोरी की सबसे बड़ी वजह चीन में क्रिप्टोकरेंसी धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत संबंधी नए प्रतिबंध हैं. चीन ने वित्तीय संस्थाओं और भुगतान कंपनियों के क्रिप्टो संबंधी सुविधा देने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. ऑर्डर में स्पेकुलेटिव क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर भी निवेशकों को चेताया गया है. इसके साथ ही इशारा किया गया है कि वर्चुअल करेंसी की अपनी कोई रियल वैल्यू नहीं होती. डर यह भी है कि अन्य देश भी चीन से सीख लेकर इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं.
टेस्ला ने हाल में बिटकॉइन को भुगतान के तौर स्वीकार करने का अपना फैसला वापस ले लिया था. टेस्ला ने बिटकॉइन के इको फ्रेंडली न होने को इसकी वजह बताया था. इसके बाद क्रिप्टो बाजार में बड़ी हलचल हुई थी. चर्चा यह भी थी टेस्ला ने अपनी क्रिप्टो होल्डिंग्स बेच दी है. हालांकि, इन अटकलों को खारिज किया गया था. क्रिप्टो बाजार में इस कारण बड़ी प्रॉफिट बुकिंग देखी गई थी.
बीते महीनों के क्रिप्टो बाजार में बेतहाशा तेजी ने इस मार्केट के ओवर वैल्यूएशन के संकेत दिए थे. ऐसे में नेगेटिव सेंटीमेंट के समय निवेशकों द्वारा बड़ी प्रॉफिट बुकिंग देखी जा रही है. क्रिप्टो मार्केट में इस वर्ष टेस्ला के निवेश समेत अनेक कारणों से रूचि बढ़ी, जिससे यह चढ़ा था.
टेक्निकल फैक्टर का भी इस बड़े सेल-ऑफ (बिक्री) में बड़ा योगदान रहा. बिटकॉइन ट्रेड के दौरान अपने 200 दिन के मूविंग एवरेज के नीचे आ गया था. इस टेक्निकल इंडिकेटर को काफी अहम माना जाता है.
क्रिप्टो बाजार के इस क्रैश का असर क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज coinbase के शेयर पर भी पड़ा. बाजार बंद होते समय यह शेयर करीब 6% नीचे रहा.
Cryptocurrency पर पाबंदी लगाने की खबरों के बीच Bitcoin में आई बड़ी गिरावट, जानें पूरा मामला
Crypto Price Crash: क्रिप्टोकरेंसी के लिए सरकार 29 नवंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने वाला विधेयक (New Cryptocurrency bill) संसद में पेश करेगी. बिल में सभी तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर पाबंदी लगाने की बात कही गई है. इस खबर के बाद क्रिप्टो बाजार धड़ाम हो गया. शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 समेत कुल 26 विधेयक पेश किए जाएंगे. लिस्ट में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा बिल 10वें नंबर पर है.
- News18Hindi
- Last Updated : November 24, 2021, 13:07 IST
नई दिल्ली . Cryptocurrency में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. बिटकॉइन (Bitcoin) सहित दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में 20 फीसदी से ज्यादा गिरावट देखने को मिल रही है. केंद्र सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी पर लगाम लगाने के लिए नए कानून (New Cryptocurrency bill) बनाने की खबरों के बीच ये उठापटक देखने को मिल रही है.
आज सुबह धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत 10 बजे तक बिटकॉइन में 17% से ज्यादा गिरावट देखी जा रही है. क्रिप्टोकरेंसी के लिए सरकार 29 नवंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने वाला विधेयक संसद में पेश करेगी. बिल में सभी तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी (Ban Private Cryptocurrencies) पर पाबंदी लगाने की बात कही गई है. इस खबर के बाद क्रिप्टो बाजार धड़ाम हो गया.
सरकार कुछ राहत भी दे सकती है
हालांकि क्रिप्टो करेंसी टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए सरकार कुछ ढील भी दे सकती है. ढील वाली कौन सी क्रिप्टोकरेंसी होंगी ये अभी साफ नहीं है. वहीं बिल की मदद से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को अपनी आधिकारिक डिजिटल करेंसी जारी करने के लिए सुविधाजनक फ्रेमवर्क मिलेगा.
क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा बिल 10वें नंबर पर
शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 समेत कुल 26 विधेयक पेश किए जाएंगे. लिस्ट में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा बिल 10वें नंबर पर है. भारत में क्रिप्टोकरेंसी के 1.5 से 2 करोड़ यूजर हैं. इस बिल के कानून बनने से ये सभी यूजर प्रभावित हो सकते हैं.
क्रिप्टो मार्केट पर गौर करें तो बुधवार (24 नवंबर) दोपहर तक तक बिटकॉइन (Bitcoin) में करीब 25 फीसदी, Ethereum में 23 फीसदी, Tether में करीब 23 फीसदी और यूएसडी कॉइन में करीब 23 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. भारत में बिटकॉइन की कीमत 25 फीसदी से ज्यादा गिरकर 34,99,468 रुपये, इथेरियम की कीमत 2,64,140 रुपये, टीथर की धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत कीमत करीब 63 रुपये, कारडानो की कीमत करीब 107 रुपये तक पहुंच गई.
शिकंजा कसने की तैयारी
जानकारी के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को देखते हुए केंद्र सरकार देश की अपनी क्रिप्टोकरेंसी लाने की तैयारी में जुटी हुई है, लेकिन भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन और कारोबार पर प्रतिबंध लगाने की योजना भी बनाई जा रही है. सभी क्रिप्टोकरेंसी पर पाबंदी लगाने के लिए सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में द क्रिप्टो करेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल 2021 लाएगी. सरकार इस बिल में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से सरकारी डिजिटल करेंसी चलाने के लिए फ्रेमवर्क का प्रावधान भी रखेगी. गौरतलब है कि वित्त मामलों की संसदीय समिति में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चर्चा हो चुकी है, जिसमें इस पर पाबंदी लगाने की जगह नियमन का सुझाव दिया गया था.
क्यों आ रहा कानून
बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जोखिम काफी ज्यादा है. इसके बावजूद लोग बड़े पैमाने पर इसमें निवेश कर रहे हैं. दरअसल, क्रिप्टोकरेंसी के बारे में पता नहीं होता है कि इन्हें कहां से शुरू किया गया और इनका संचालन कहां से हो रहा है. ऐसे में सरकार ने इन पर पाबंदी लगाने का फैसला किया, जो अच्छा कदम माना जा रहा है.
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क्रिप्टोकरेंसी में आई भारी गिरावटः बिटकॉइन, इथेरियम समेत जानें कौन-कौनसे टोकन हुए धड़ाम
पिछले 24 घंटे में क्रिप्टोकरेंसी के प्राइसेज में भारी गिरावट देखने को मिली है। मंगलवार को बिटकॉइन की वैल्यू में 5.96 फीसदी की गिरावट देखी गई है, जिसके बाद यह 16,12,002 रुपये पर कारोबार कर रहा है। बिटकॉइन का मार्केट कैपिटलाइजेशन 31.0 लाख करोड़ रुपये का है। इसके अलावा इथेरियम में भी 8.25 फीसदी की कमी देखी गई है। वर्तमान में इथेरियम 1,19,980 रुपये पर कारोबार कर रहा है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 14.7 लाख करोड़ रुपये का है।
BNB कॉइन 25,986 रुपये पर कारोबार धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत कर रहा है। कल की तुलना में BNB की वैल्यू में 6.78 फीसदी की गिरावट देखी गई है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 4.2 लाख करोड़ रुपये का है। आज रिपल XRP की कीमत 35.39 रुपये (9.01 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहा है। कार्डानो और डॉजकॉइन की कीमत क्रमशः 31.27 रुपये (6.78 फीसदी नीचे) और 8.21 रुपये (14.89 फीसदी नीचे) बनी हुई है।
सोलाना 2,144.4 रुपये (19.34 फीसदी नीचे), शीबा इनु कॉइन 0.000888 रुपये (10.14 फीसदी नीचे), पोल्का डॉट 534.87 रुपये (5.63 फीसदी नीचे) और पॉलीगॉन वर्तमान में 89.7 रुपये (10.40 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं। साप्ताहिक चार्ट के आधार पर सोलाना 21.77 फीसदी नीचे और पोल्का डॉट 3.51 फीसदी नीचे है। शीबा इनु पिछले सात दिनों में अपने मूल्य से 17.65 फीसदी नीचे और पॉलीगॉन 19.89 फीसदी ऊपर है।
टॉप गेनर टोकन लिस्ट में वीचेन, टॉनकॉइन, चेनलिंक और ट्रूUSD शामिल है। ये क्रमशः 2.19 रुपये (4.48 फीसदी ऊपर), 135.55 रुपये (3.79 फीसदी ऊपर), 675.58 रुपये (0.12 फीसदी ऊपर) और 82.05 रुपये (0.12 फीसदी ऊपर) पर कारोबार कर रहे हैं।
स्थिर कॉइन बिना अस्थिरता वाली क्रिप्टोकरेंसी हैं। यह इथेरियम के ही रूप की तरह हैं, लेकिन पारंपरिक मुद्रा की तरह उनका मूल्य स्थिर रहता है। इन टोकन का इस्तेमाल इथेरियम के लिए भी कर सकते हैं। लोकप्रिय टोकन में टेथर USD, USD कॉइन और बिनेंस USD क्रमशः 81.93 रुपये (0.27 फीसदी नीचे), 82 रुपये (0.20 फीसदी नीचे) और 81.97 रुपये (0.20 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं।
टॉप लूजर की लिस्ट में FTX टोकन, सोलाना, ऐप्टॉस और यूनिस्वैप शामिल हैं। ये क्रमशः 1,293.06 रुपये (28.92 फीसदी नीचे), 2,148.48 रुपये (19.21 फीसदी नीचे), 505.37 रुपये (15.46 फीसदी नीचे) और 526.13 रुपये (15.09 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं।
ट्रैफिक, लिक्विडिटी, ट्रेडिंग वॉल्यूम और ट्रेडिंग वॉल्यूम की वैधता में विश्वास के हिसाब से टॉप-3 क्रिप्टोकरेंसी स्पॉट एक्सचेंज में बायनेन्स, FTX और कॉइनबेस एक्सचेंज शामिल हैं। बायनेन्स और कॉइनबेस एक्सचेंज में 24 घंटे के अंदर क्रमशः 2.2 लाख करोड़ रुपये (86.74 फीसदी ऊपर) और लगभग 26,695 करोड़ रुपये (91.59 फीसदी ऊपर) वॉल्यूम पर देखा गया है। कॉइनबेस एक्सचेंज में लगभग 22,625 करोड़ रुपये (84.68 फीसदी ऊपर) वॉल्यूम पर देखा गया है।
DeFi उन शुल्कों को समाप्त करता है, जो बैंक और अन्य वित्तीय कंपनियां अपनी सेवाओं का उपयोग करने के लिए चार्ज करती हैं। इसमें लेन-देन के लिए डिजिटल वॉलेट का इस्तेमाल होता है। Dai, एवंलॉन्च, यूनिस्वैप, रैप्ड बिटकॉइन और चेनलिंक कुछ लोकप्रिय DeFi टोकन हैं। वे वर्तमान में क्रमशः 81.96 रुपये (0.02 फीसदी ऊपर), 1,341.65 रुपये (11.17 फीसदी नीचे), 523.20 रुपये (13.57 फीसदी नीचे), 16,13,740.45 रुपये (5.54 फीसदी नीचे) और 674.72 रुपये (0.धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत 39 फीसदी ऊपर) पर कारोबार कर रहे हैं।
NFT (नॉन फंजिबल टोकन) में फंगिबिलिटी एक अर्थशास्त्र शब्द है जो कुछ सामानों की अदला-बदली को दर्शाता है। यह भी ब्लॉकचेन की तरह तकनीक पर काम करते हैं। फ्लो, चिलीज, ऐपकॉइन, तेजोस और द सैंडबॉक्स जैसे कुछ प्रमुख NFT टोकन हैं। ये वर्तमान में क्रमशः 129.40 रुपये (10.36 फीसदी नीचे), 19.70 रुपये (11.86 फीसदी ऊपर), 348.58 रुपये (9.08 फीसदी नीचे), 104.35 रुपये (8.44 फीसदी नीचे) और 63.35 रुपये (9.36 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं।
मौजूदा समय में वैश्विक स्तर पर क्रिप्टो की मार्केट कैपिटलाइजेशन 79.6 लाख करोड़ रुपये है, जबकि पिछले 24 घंटों में कुल क्रिप्टो वॉल्यूम 9.4 लाख करोड़ रुपये है।