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क्या है बिटकॉइन सिटी

क्या है बिटकॉइन सिटी
अल साल्वाडोर ने अपने देश की इकोनॉमी में निवेश बढ़ाने के लिए क्रिप्टो करेंसी पर बड़ा दांव लगाने का ऐलान किया है. (Image- Reuters)

BitCoin City: अल साल्वाडोर में बनेगी दुनिया की पहली ‘बिटक्वाइन सिटी’, ज्वालामुखी से इस शहर को होगी पॉवर सप्लाई

BitCoin City: इस शहर को हवा में से देखने पर बिटक्वाइन का सिंबल दिखेगा. अल साल्वाडोर ने अपनी इस योजना को सिकंदर महान से जोड़ा है.

BitCoin City: अल साल्वाडोर में बनेगी दुनिया की पहली ‘बिटक्वाइन सिटी’, ज्वालामुखी से इस शहर को होगी पॉवर सप्लाई

अल साल्वाडोर ने अपने देश की इकोनॉमी में निवेश बढ़ाने के लिए क्रिप्टो करेंसी पर बड़ा दांव लगाने का ऐलान किया है. (Image- Reuters)

BitCoin City: मध्य अमेरिका के सबसे छोटे और सबसे सघन आबादी वाले देश अल साल्वाडोर (El Salvador) में दुनिया का सबसे पहला बिटक्वाइन शहर (Bitcoin City) बनाने की योजना है. इसे बिटक्वाइन पर आधारित बॉन्ड्स के जरिए फंड किया जाएगा. अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायिब बुकेले ने अपने देश की इकोनॉमी में निवेश बढ़ाने के लिए क्रिप्टो करेंसी पर बड़ा दांव लगाने का ऐलान किया है. बुकेले ने एक समारोह में अपने संबोधन में कहा कि यह शहर ला यूनियन (La Union) के ईस्टर्न रीजन में बनाया जाएगा और इसे ज्वालामुखी के जरिए जियोथर्मल पॉवर दिया जाएगा. इसके अलावा इस पर वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) के अलावा अन्य कोई टैक्स नहीं लगाया जाएगा. बुकेले ने कहा कि यहां निवेश करिए और भरपूर रिटर्न हासिल करिए. बता दें कि यह दुनिया का पहला देश था जिसने बिटक्वाइन को लीगल टेंडर घोषित किया था.

ऊपर से बिटक्वाइन जैसी दिखेगी BitCoin City

अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति बुकेले ने कहा कि जो वैट वसूला जाएगा, उसमें से आधे वैट को इस शहर के लिए खर्च किया जाएगा. इस आधे वैट को उन बॉन्ड्स में निवेश किया जाएगा जिसे शहर को बनाने के लिए निवेश किया जाना है. इसके अलावा जुटाए गए वैट के आधे हिस्से से कचरे को जुटाने इत्यादि पर खर्च किया जाएगा. बुकेले के आकलन के मुताबिक पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर करीब 3 लाख बिटक्वाइन की लागत आएगी.

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बुकेले ने अपनी बिटक्वाइन सिटी को अलेक्जेंडर द ग्रेट (सिकंदर महान) से जोड़ा जिसने कई शहर स्थापित किए थे. बुकेले के मुताबिक बिटक्वाइन सिटी सर्कुलर होगा और इसमें एक एयरपोर्टस आवासीय व कॉमर्शियल इलाके, सेंट्रल प्लाजा होंगे. यह शहर इस प्रकार से क्या है बिटकॉइन सिटी बसाया जाएगा कि इसे जब हवा में से देखेंगे तो बिटक्वाइन का सिंबल दिखेगा. अल साल्वाडोर ने कहा कि अगर दुनिया भर में बिटक्वाइन का प्रसार करना हो तो उन्हें कुछ एलेक्जेंडरीज बनाने होंगे.

शुरुआत में 7.4 हजार करोड़ के Volcano Bonds होंगे जारी

अल साल्वाडोर की योजना वर्ष 2022 तक शुरुआती बॉन्ड्स जारी करने की है. राष्ट्रपति बुकुले के मुताबिक इसे 60 दिनों के भीतर जारी किया जा सकता है. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी प्रोवाइडर ब्लॉकस्ट्रीम के मुख्य रणनीतिक अधिकारी सैमसन माऊ के मुताबिक पहले 10 साल की अवधि के वोल्कानो बॉन्ड (Volcano Bond) इश्यू होंगे जिनका मूल्य करीब 100 करोड़ डॉलर (7.4 हजार करोड़ रुपये) होगा और इस पर 6.5 फीसदी का कूपन होगा. इसके जरिए जुटाए गए आधे पैसे से मार्केट से बिटक्वाइन की खरीदारी की जाएगी.

माऊ के मुताबिक इन बॉन्ड्स की 5 साल की लॉक-इन अवधि होगी और इस पीरियड के बीतने के बाद अल साल्वाडोर कुछ बिटक्वाइन की बिक्री कर बॉन्ड्स की फंडिंग करेंगी ताकि निवेशकों को अतिरिक्त कूपन मिल सके. माऊ के मुताबिक अल साल्वाडोर दुनिया का वित्तीय केंद्र बनने वाला है. ये बॉन्ड बिटक्वाइन साइडचेन नेटवर्क ‘लिक्विड नेटवर्क’ पर इश्यू होंगे. अभी अल साल्वाडोर सरकार सिक्योरिटीज लॉ बनाने पर काम कर रही है.
(1 अमेरिकी डॉलर= 74.39 रुपये)

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दुनिया की पहली Bitcoin City! यहां नहीं भरना पड़ेगा इनकम टैक्‍स, राष्ट्रपति ने बताई शहर की खासियत

World First Bitcoin City: दुनियाभर में बिटक्‍वाइन की धूम मची हुई है. इस बीच एल सल्‍वाडोर ने ऐलान किया है कि वह दुनिया का पहले बिटक्‍वाइन शहर बसाने जा रहा है जो ज्‍वालामुखी की ऊर्जा से चलेगा. आइए जानते हैं इस खास शहर के बारे में.

  • एल सल्‍वाडोर में बनने जा रहा है दुनिया का पहला बिटक्‍वाइन शहर
  • एल सल्‍वाडोर के राष्‍ट्रपति नईब बुकेले ने किया ऐलान
  • इस शहर को ज्‍वालामुखी से ऊर्जा मिलेगी

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दुनिया की पहली Bitcoin City! यहां नहीं भरना पड़ेगा इनकम टैक्‍स, राष्ट्रपति ने बताई शहर की खासियत

नई दिल्ली: दुनिया बिटक्वाइन (Bitcoin) समेत अन्‍य क्रिप्‍टो करेंसी के लिए क्रेजी हो रही है. अगर आप भी बिटक्वाइन (Bitcoin City el Salvador) के दीवाने हैं तो आपके लिए शानदार खबर है. दक्षिण अमेरिकी देश एल सल्‍वाडोर के राष्‍ट्रपति नईब बुकेले ने यह घोषणा की है कि देश में दुनिया का पहला 'बिटक्वाइन शहर' बसाया जाएगा.

इस शहर (Bitcoin City) में कई खासियत होगी. इस शहर में किसी को इनकम टैक्स नहीं भरना होगा. शहर को एक ज्‍वालामुखी से ऊर्जा मिलेगी और क्रिप्‍टो करेंसी बान्‍ड यहां का 'सोर्स ऑफ इनकम' होगा. इस 'बिटक्वाइन शहर' में आवासीय और व्‍यवसायिक इलाके, सेवाएं, म्‍यूजियम, एयरपोर्ट, बंदरगाह, रेल और मनोरंजन जैसी हर सुविधा होगी.

राष्‍ट्रपति ने किया ऐलान!

राष्‍ट्रपति नईब बुकेले ने बिटक्वाइन और ब्‍लॉकचेन कान्‍फ्रेंस में यह घोषणा की है. आपको बता दें कि एल सल्‍वाडोर पिछले 2 दशक से अमेरिकी डॉलर को अपनी मुद्रा मानने वाला दुनिया का पहला ऐसा देश है जिसने बिटक्‍वाइन को एक मुद्रा के रूप में कानूनी मान्‍यता दी है. यानी यहां कानूनी रूप से बिटक्वाइन मुद्रा है. बुकेले ने बताया है कि इस बिटक्‍वॉइन शहर को और बिटक्‍वाइन माइनिंग को कोचागुआ ज्‍वालामुखी से एनर्जी मिलेगी.

कार्बन का उत्‍सर्जन जीरो

दरअसल, बिटक्‍वाइन माइनिंग के तहत कंप्‍यूटर की मदद से गणतीय चुनौतियों को सुलझा करके नए बिटक्‍वाइन का निर्माण किया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर ऊर्जा की आवश्यकता होती है. अल सल्‍वाडोर में कुछ ऊर्जा जिओथर्मल प्‍लांट से आती है. ये टेकापा ज्‍वालामुखी की मदद से ऊर्जा पैदा करता है. राष्‍ट्रपति ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि इस शहर में कार्बन का जीरो उत्‍सर्जन होगा. यानी यहां प्रदूषण नहीं होगा. यह पूरी तरह से पर्यावरणीय शहर होगा.

बिटक्‍वाइन शहर होगा शानदार

राष्ट्रपति ने कहा कि शहर को पहले टेकापा प्‍लांट से चलाया जाएगा फिर बाद में कोंचागुआ प्‍लांट को शुरू किया जाएगा. इस प्रॉजेक्‍ट को फंड करने के लिए एल सल्‍वाडोर 1 अरब डॉलर का बिटक्‍वाइन बॉन्‍ड साल 2022 में जारी करेगा. यानी इस शहर की शुरुआत ही बिटक्वाइन से होगी. ब्‍लॉकस्‍ट्रीम के मुख्‍य रणनीतिकार सैमसन मोउ ने राष्‍ट्रपति के साथ मंच पर यह घोषणा की कि आधा 'ज्‍वालमुखी बांड' बिटक्‍वाइन में इस्‍तेमाल किया जाएगा.

नहीं लगेगा इनकम टैक्‍स

मोउ ने मंच से यह बताया कि बाकी बचा आधा पैसा आधारभूत ढांचे के विकास पर खर्च किया जाएगा. उन्‍होंने बताया, 'एल सल्‍वाडोर दुनिया का वित्‍तीय केंद्र होने जा रहा है.' राष्‍ट्रपति ने कहा कि इस बिटक्‍वाइन शहर में रहने वाले लोगों को केवल वैट देना होगा. यानी यहां काभी भी कोई इनकम टैक्‍स नहीं लगेगा. यहां कैपिटल गेन टैक्‍स, प्रॉपर्टी टैक्‍स ,पेरोल टैक्‍स लगेगा ज़ीरो होगा. हालांकि इसका निर्माण कब शुरू होगा और कब यह बन कर तैयार होगा यह अभी तय नहीं हुआ है.

दुनिया का पहला बिटक्वाइन सिटी बनाने की तैयारी में ये देश

सेंट्रल अमेरिकी देश अल सल्वाडोर दुनिया का पहला 'बिटक्वाइन सिटी' बनाने की तैयारी में है। देश के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि इस सिटी में बिटक्वाइन बॉन्ड.

दुनिया का पहला बिटक्वाइन सिटी बनाने की तैयारी में ये देश

सेंट्रल अमेरिकी देश अल सल्वाडोर दुनिया का पहला 'बिटक्वाइन सिटी' बनाने की तैयारी में है। देश के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि इस सिटी में बिटक्वाइन बॉन्ड द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा। बुकेले ने उम्मीद जताई कि यह योजना देश की क्रिप्टोकरेंसी पर दांव को दोगुना कर देगा। एक कार्यक्रम में बोलते हुए अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने कहा, "हम 2022 में वित्त पोषण शुरू करेंगे, बॉन्ड 2022 में उपलब्ध होंगे।"

हाल ही में अल सल्वाडोर पहला ऐसा देश बना है जिसने बिटक्वाइन को आधिकारिक करेंसी की मान्यता दी है। बुकेले ने आगे कहा कि मूल्य वर्धित कर (वैट) को छोड़कर कोई टैक्स नहीं लगाया जाएगा। बुकेले की सरकार ने दावा किया था कि इस कदम से कई देशवासियों की पहली बार बैंक सेवाओं तक पहुंच बनेगी। वहीं, रेमिटेंस फंड पर भी बड़ी बचत होगी।

भारत में क्रिप्टो को लेकर मंथन: बता दें कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर मंथन हो रहा है। रिजर्व बैंक की ओर से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कई तरह की गंभीर चिंताएं जताई गई हैं। वहीं, सरकार भी कई तरह की चिंताएं जाहिर की जा सकती है। खबर ये भी है कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी से कमाई को टैक्स के दायरे में लाने पर विचार कर रही है। इसके लिए आयकर कानूनों में बदलाव पर विचार किया जा रहा है। इनमें से कुछ बदलाव अगले साल के बजट का हिस्सा हो सकते हैं।

फीचर आर्टिकल: बिटकॉइन को वैध मुद्रा का दर्जा मिलने के पूरे क्रिप्टो मार्केट के लिए क्या मायने हैं?

बिटकॉइन दुनिया की सबसे पहली डीसेंट्रलाइज्ड क्रिप्टोकरेंसी या कहें कि डिजिटल कॉइन है। इसका आविष्कार 2008 में हुआ लेकिन मुख्य इस्तेमाल 2010 से शुरू हुआ। पहले बिटकॉइन को संदेह की नजरों से देखा गया लेकिन अब ये दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बन चुकी है। दुनिया में हजारों कंपनियां लेनदेन के लिए बिटकॉइन को अपना चुकी हैं। अब मध्य अमेरिकी देश अल-साल्वाडोर में बिटकॉइन को वैध मुद्रा की मान्यता भी मिल गई है।

इतने कम समय में ही बिटकॉइन ने काफी लंबी दूरी तय कर ली है। इसकी वैधता का प्रभाव भारत और दूसरे देशों में भी महसूस हो रहा है। इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि BTC से INR गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला खोज शब्द है।

बिटकॉइन को वैध मुद्रा का दर्जा मिलने के क्या मायने हैं?
दुनिया के कुछ देशों में बिटकॉइन के उपयोग को वैधता मिली हुई है, लेकिन अपने अस्तित्व के महज 12 सालों में किसी देश में वैध मुद्रा का दर्जा मिलना इसकी लोकप्रियता का एक और उदाहरण है। पिछले साल, 7 सितंबर 2021 को अल-साल्वाडोर ने बिटकॉइन को वैध मुद्रा का दर्जा देकर प्रचलित फिएट यानी कागजी मुद्रा और डिजिटल करेंसी के बीच के भेद को खत्म कर दिया है। वैध मुद्रा बनने का क्या है बिटकॉइन सिटी अर्थ है कि इसे सरकार द्वारा टैक्स, सार्वजनिक या निजी शुल्कों और व्यापारिक लेनदेन के लिए स्वीकार किया जाएगा।

अल-साल्वाडोर ने बिटकॉइन को वैध मुद्रा माना
बिटकॉइन को वैध मुद्रा बनाने के बाद अल-साल्वाडोर की अर्थव्यवस्था में काफी बदलाव आए हैं। देश का 14% से ज्यादा व्यापार बिटकॉइन के जरिए होने लगा है। वहां के पर्यटन क्षेत्र में उत्साह का वातावरण है वहीं बिटकॉइन स्वीकार करने वाले संस्थान खुश हैं। अल-साल्वाडोर ने 1 अरब डॉलर मूल्य के बिटकॉइन बॉन्ड जारी किए हैं।इस फंड का उपयोग एक बिटकॉइन सिटी की स्थापना में किया जाएगा जहां पर जियोथर्मल एनर्जी का उपयोग करके डिजिटल एसेट की माइनिंग की जाएगी। बिटकॉइन और क्रिप्टो के प्रति जागरूकता लाने के लिए शैक्षणिक संस्थान शुरू हुए हैं।

अन्य देश और क्षेत्र भी बिटकॉइन को वैध मुद्रा बनाने की राह पर
अल-साल्वाडोर के नक्शे कदम पर चलते हुए कुछ अन्य देश और क्षेत्र भी बिटकॉइन को वैध मुद्रा का दर्जा देने की राह पर हैं। इनमें पुर्तगाल के ऑटोनॉमस रीजन होंडुरास और मदेरिया शामिल हैं। यहां प्रोस्पेरा के निवासियों को बिटकॉइन पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होगा और वे बिटकॉइन का उपयोग टैक्स और अन्य शुल्क का भुगतान करने में कर सकेंगे। इसके अलावा एक दक्षिण प्रशांत महासागर के देश टोंगा ने बिटकॉइन को कानूनी मुद्रा बनाने के अलावा भविष्य में नेशनल ट्रेजरीज को भी बिटकॉइन में क्या है बिटकॉइन सिटी ले जाने का चार चरणों वाला प्रस्ताव बनाया है। मैक्सिको की संसद में भी बिटकॉइन को वैध मुद्रा बनाने के प्रति दिलचस्पी दिखाई गई है।

बिटकॉइन के वैध मुद्रा बनने से क्रिप्टो मार्केट को क्या फायदे होंगे

  • चूंकि बिटकॉइन का पूरे क्रिप्टो मार्केट में 42% हिस्सेदारी के साथ दबदबा है इसलिए इससे क्रिप्टो मार्केट में मजबूती आएगी।
  • रीयल-टाइम भुगतान और व्यावसायिक लेनदेन के लिए बिटकॉइन के उपयोग में वृद्धि होगी।
  • अल-साल्वाडोर इसका उदाहरण है।
  • लोग बिटकॉइन के अलावा अन्य क्रिप्टो प्रोजेक्ट पर भी अब विचार करना शुरू करेंगे। क्योंकि हो सकता है कि बिटकॉइन के उपयोग से सारे वित्तीय समाधान न हो पाएं।
  • बिटकॉइन की इन उपलब्धियों की क्या है बिटकॉइन सिटी वजह से पॉलीगॉन जैसे क्रिप्टो भी भारत में लोकप्रिय होने लगे हैं और MATIC से INR जैसे खोज शब्द इस बात की पुष्टि करते है। यानी लोग सर्च करते हैं कि MATIC से INR में कैसे कन्वर्ट किया जाए।
  • अब अधिक से अधिक लोग केंद्रीय बैंकों की डिजिटल करेंसी (CBDC) को आजमाने पर भी विचार करेंगे। इससे बाजार में आम प्रचलित मुद्रा यानी फिएट करेंसी के साथ डिजिटल मुद्रा का भी सह-अस्तित्व कायम होगा।
  • क्रिप्टो माइनिंग के लिए अधिक से अधिक ग्रीन माइनिंग यानी पर्यावरण हितैषी साधनों को अपनाने पर जोर दिया जाएगा।

अभी तक केवल फिएट करेंसी यानी कागजी मुद्रा को ही मुद्रा समझा जाता था लेकिन अब कागजी और डिजिल मुद्रा के बीच का अंतर समाप्त हो रहा है। उपयोग को मान्यता मिलने के अलावा बिटकॉइन को तेजी से दुनिया के कई देशों में वैध मुद्रा के रूप में स्वीकार किया जा रहा है। यह पूरे क्रिप्टो मार्केट के लिए भविष्य का सुनहरा संकेत है।

'अल साल्वाडोर' देश बनने जा रहा दुनिया की पहली बिटकॉइन सिटी

Kavita Singh Rathore

अल साल्वाडोर, अमेरिका। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक ऐसी करेंसी है, जो ज्यादातर सुर्ख़ियों में बनी रहती है। इसको लेकर कई नियम निर्धारित किए गए हैं। क्योंकि, कई देशों में इसे इल्लीगल माना जाता है। क्रिप्टोकरेंसी में सबसे ज्यादा नाम जो सुना जाता है वो बिटकॉइन (Bitcoin) का है और बिटकॉइन आज कल बहुत ट्रैंड में चल रहा है आज कल आपने हर किसी को बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने की बात कहते सुना होगा। वहीं, अब 'अल साल्वाडोर' दुनिया की पहली बिटकॉइन सिटी बनने जा रही है।

दुनिया की पहली बिटकॉइन सिटी :

जहां, कई देशों में आह भी बिटकॉइन (क्रिप्टोकरेंसी) को इल्लीगल माना जाता है। वहीं, मध्य अमेरिका में स्थित एक देश अल साल्वाडोर दुनिया की पहली बिटकॉइन सिटी बनने की तैयारी में है। इस देश द्वारा तैयार की गई योजना में शुरू में बिटकॉइन-समर्थित बॉन्ड द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा। आपको सुनकर जरूर हैरानी हो रही होगी, लेकिन यह जान कर आश्चर्य भी होगा कि, इस बारे में जानकारी किसी खबरों से सामने है आई है बल्कि अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने खुद एक बयान साझा करते हुए दी है। इस बयान में उन्होंने कहा है कि,

"अल साल्वाडोर में निवेश को बढ़ावा देने और क्रिप्टो मुद्रा का उपयोग करने के लिए बिटकॉइन ने अपने निवेश को दोगुना कर दिया है। ला यूनियन के पूर्वी क्षेत्र में बनाए जाने वाले इस शहर को बिटकॉइन से एक नए विकास का आयाम मिलेगा, और इस पर मूल्य वर्धित कर (वैट) को छोड़कर कोई कर नहीं लगाया जाएगा। यहां निवेश करें और अपनी इच्छानुसार पैसे कमाएं। यह जगह पूरी तरह से इसके लिए समर्पित हैं।"

नायब बुकेले, अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति

बिटकॉइन को लेकर देश की योजना :

राष्ट्रपति द्वारा यह जानकारी देश में चल रहे एक सप्ताह के बिटकॉइन प्रचार के कार्यक्रम की समापन के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए दी गई। ख़बरों की मानें तो देश की योजना है कि, वह बिटकॉइन पर लगाए गए वैट का आधा हिस्सा शहर के निर्माण के लिए जारी किए गए बांडों को निधि देने के लिए इस्तेमाल करेगा जबकि, शेष हिस्सा कर संग्रह कचरा संग्रह जैसी सेवाओं के लिए इस्तेमाल करेगा। इसके साथ ही सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को बनाने पर लगभग 300,000 बिटकॉइन को खर्च किया जाएगा। हालांकि, अल साल्वाडोर बिटकॉइन सिटी बन भी सकता है क्योंकि, यहां सितंबर में ही बिटककॉइन को कानूनी रूप से मान्यता मिल गई थी और यह बिटकॉइन को मान्यता देने वाला दुनिया का पहला देश है।

संरचना की जानकारी :

राष्ट्रपति ने शहर की संरचना की जानकारी देते हुए यह बताया कि, 'शहर का एरियल व्यू बिटकॉइन जैसा दिखाई देगा। इसके अलावा इस शहर में कॉमर्शियल और आवासीय इमारतों के साथ एयरपोर्ट का निर्माण भी किया जाएगा। साल 2022 में अल साल्वाडोर में बिटकॉइन को लेकर प्रारंभिक बांड जारी करने की योजना बनाई गई है।'

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