बफेट संकेतक

बफेट संकेतक
मूल्य निवेश के क्षेत्र में मूल अवधारणाओं और परिभाषाएँ: वास्तविक मूल्य या आंतरिक मूल्य और अधिशेष की कीमत, या कि: सुरक्षा के मार्जिन हद या परिमाण की तुलना में कीमत इसका सही मूल्यांकन नहीं है लायक है.
समय का मूल्य और कीमत सुरक्षा के काफी शून्य मार्जिन है, और सुरक्षा या सुरक्षा मार्जिन की कोई गुंजाइश नहीं है जब overvalued जब नकारात्मक है जब परिभाषा के अनुसार, यह सुरक्षा या सुरक्षा मार्जिन के एक मार्जिन की उपस्थिति है, जब इसका सही मूल्यांकन नहीं, केवल जब सकारात्मक है. केवल वस्तु में विशेष रूप से दिलचस्पी इसका सही मूल्यांकन वैल्यू निवेशकों गंभीरता को कम करके आंका जा रहा है. सुरक्षा के मार्जिन घाटे से बचने के लिए इसकी गारंटी नहीं है, लेकिन नुकसान की संभावना की तुलना में अधिक लाभ के अवसर सुनिश्चित करने के लिए.
भी सुरक्षा मार्जिन के रूप में अनुवाद किया जा सकता है, बिक्री की वर्तमान बिक्री breakeven बिंदु के बीच अंतर की बफेट संकेतक तुलना में अधिक है जो breakeven बिंदु अधिक बिक्री है. यह मौजूदा बिक्री या बिक्री से संक्रमण breakeven बिंदु तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं के निशान, ज्यादा अंतर नहीं है. इस अंतर को मौजूदा वर्णन तक पहुंचने या आगे, व्यापार की हानि होती जाएगी बिक्री की संख्या कम होने की उम्मीद है. बड़ा अंतर है, कम होने की संभावना व्यापार, अधिक सुरक्षित व्यापार के संचालन का एक नुकसान की घटना.
मार्जिन मॉडल मुख्य रूप से इसके संचालन की सुरक्षा का व्यापार विश्लेषण के लिए प्रयोग किया जाता है.
"सुरक्षा के मार्जिन", सेठ Klarman 1991 में प्रकाशित दुनिया के शीर्ष दस क्लासिक निवेश फंड मैनेजर अब अधिक से अधिक $ 2000 को बेचने के लिए एक विदेशी देश में, प्रिंट से बाहर हो गया है.
सुरक्षा के मार्जिन के रूप में गणना की है जो दो रूपों, की निरपेक्ष और सापेक्ष प्रदर्शन किया जा सकता है:
सुरक्षा मार्जिन = मौजूदा बिक्री - Breakeven बिक्री
सुरक्षा / मौजूदा बिक्री की सुरक्षा अनुपात = मार्जिन का मार्जिन
क्योंकि बिक्री में केवल breakeven अंक या अधिक (यानी, सुरक्षा अनुभाग के मार्जिन) कंपनी के लिए लाभ प्रदान करने के लिए, तो निम्न सूत्र के अनुसार बिक्री और मुनाफे:
उत्पाद की प्रति यूनिट सुरक्षा मार्जिन योगदान मार्जिन × बिक्री लाभ = बिक्री
= सुरक्षा मार्जिन उत्पाद की बिक्री योगदान मार्जिन अनुपात ×
योगदान दर × सुरक्षा बफेट संकेतक अनुपात की बिक्री मार्जिन = मार्जिन
इसके अलावा, breakeven फाउंडेशन के लिए बात है, लेकिन यह भी एक और माध्यमिक सूचकांक, महत्वपूर्ण बिंदु तक पहुँच है कि नौकरी के लाभ और हानि की दर से मिलता है. सूत्र है:
ऑपरेटिंग breakeven बिंदु दर = बिक्री के breakeven बिंदु / काम की सामान्य मात्रा शुरू रीच
नौकरी नुकसान की दर से कम कंपनियों के संचालन दर बिंदु breakeven जाएगा. इसलिए, सूचकांक उत्पादन व्यवस्था के लिए कुछ मार्गदर्शक महत्व है.
सुरक्षा अधिक से अधिक राशि की सुरक्षा मार्जिन के मार्जिन की राशि या मूल्य, व्यापार की हानि की घटना की कम संभावना है, कंपनियों को और अधिक सुरक्षित हैं. यह इन संकेतकों पूर्ण संकेतक विभिन्न कंपनियों और विभिन्न उद्योगों के बीच तुलना करने के लिए आसान नहीं है स्पष्ट है कि.
इसी तरह, मार्जिन बड़ा मान, व्यापार की हानि की घटना की कम संभावना है, भी अधिक सुरक्षित व्यापार के कारोबार का विवरण. पश्चिमी कंपनियों के रूप में निम्नानुसार, अनुभव मापदंड के सुरक्षा स्तर का मूल्यांकन करने के लिए:
उद्यम सुरक्षा मानकों में अनुभव
मार्जिन 10% से 11% से 21% -20% -40% -30% 31% 41% या उससे अधिक
सुरक्षा के लिए खतरा यह सुरक्षित सुरक्षित सुरक्षित है उल्लेखनीय है कि
ग्राहम पहले प्रतिभूतियों विश्लेषण के "आंतरिक मूल्य" की अवधारणा का प्रस्ताव: "प्रतिभूति विश्लेषकों हमेशा प्रतिभूति बाजार की कीमत के बीच के अंतर का आंतरिक मूल्य के बारे में चिंतित लग रहे हैं, हालांकि, हम स्वीकार करना होगा, आंतरिक मूल्य है. उदाहरण के लिए, संपत्ति, आय, लाभांश, निश्चित संभावनाओं - - आधारित एक मूल्य के रूप में, यह कारकों हस्तक्षेप की जा रही छेड़छाड़ से अलग और मनोवैज्ञानिक है सामान्य में काबू करने के लिए एक बहुत ही मुश्किल की अवधारणा, तथ्य यह है कि आंतरिक मूल्य का एक प्रकार का उल्लेख बाजार मूल्य. "
ग्राहम उपाय ऋण प्रतिभूतियों में सुरक्षा शेयरों में निवेश का मार्जिन की गणना.
बांड सुरक्षा के मार्जिन है, ब्याज की तुलना में अधिक से अधिक पांच गुना अधिक रखने के लिए एक पंक्ति में पिछले कुछ वर्षों में कंपनी पूर्व कर लाभ देय कंपनी भविष्य की कमाई में गिरावट आई है, भले ही लागत, सुरक्षा के एक मार्जिन के गठन पर देय ब्याज की लागत का अधिक लाभदायक हिस्सा है, लेकिन यह भी रक्षा कर सकते हैं बांड निवेशकों सुरक्षा, अभी भी सक्षम ऋण.
ग्राहम संशोधन के बाद, सुरक्षा अवधारणा का मार्जिन भी इक्विटी निवेश पर बांड के लिए आवेदन किया जा सकता है कि विश्वास रखता है. सामान्य परिस्थितियों में, सुरक्षा के मार्जिन काफी बांड ब्याज दरों की उम्मीद भविष्य मुनाफे से अधिक निवेश के साधारण शेयरों है. बांड दर तो शेयर निवेशक 5 प्रतिशत अंक की सुरक्षा मार्जिन होता है, 4% है, जबकि उदाहरण के लिए, निवेश उपज का मौजूदा शेयर कीमत से विभाजित प्रति शेयर आय पर आधारित, 9% थी.
बफेट के शेयरों की गणना और ग्राहम विभिन्न संरक्षक, तो सुरक्षा मानकों के मार्जिन को मापने के लिए आंतरिक मूल्य पद्धति अलग हैं.
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टॉप 7 बेस्ट फ्री शेयर मार्केट स्टॉक चार्टिंग सॉफ्टवेयर व स्क्रीनर
- Post author: धन महोत्सव
- Post category: स्टॉक मार्केट
- Reading time: 3 mins read
स्टॉक मार्केट में निवेश करने और अपने पोर्टफोलियो का विश्लेषण करने के लिए बेस्ट स्टॉक चार्टिंग सॉफ्टवेयर काफी हेल्पफुल होते हैं।
स्टॉक चार्ट एक मूल्य चार्ट होता है जो एक समय सीमा में प्लॉट किए गए स्टॉक की कीमत व फ्लकचुएशन को दर्शाता है।
उपयोगकर्ता की जरूरतों के आधार पर समय सीमा प्रति घंटा, दैनिक, साप्ताहिक, मासिक, त्रैमासिक या वार्षिक हो सकती है।
टॉप 7 बेस्ट फ्री शेयर मार्केट स्टॉक चार्टिंग सॉफ्टवेयर व स्क्रीनर
नए और कम अनुभव वाले निवेशकों के लिए शेयर मार्किट में स्टॉक चार्टिंग सॉफ्टवेयर हमेशा तकनीकी विश्लेषण को आसान बनाते है। क्या आपको पता है, शेयर बाजार में निवेशकों के विभिन्न प्रकार होते हैं।
इनके माध्यम से, कोई भी शेयर बाजार के रुझानों को समझ सकता है, विभिन्न संकेतों के माध्यम से निवेश का सर्वोत्तम निर्णय ले सकता है और उन्नत विश्लेषण के आधार पर अपने पोर्टफोलियो में सर्वश्रेष्ठ स्टॉक शामिल कर सकता है।
स्टॉक रोवर (Stock Rover)
स्टॉक रोवर सबसे अच्छा स्टॉक स्क्रीनर है जो बाजार में मुफ्त में उपलब्ध है जो आपको 10,000 स्टॉक और 43,000 म्यूचुअल फंड और ईटीएफ के लिए स्कैनिंग प्रदान करता है।
यह बुनियादी तकनीकी संकेतकों के साथ शेयर मार्केट की बुनियादी बातों पर अधिक ध्यान केंद्रित करता है जिससे बफेट संकेतक आप बाजार का विश्लेषण कर सकते हैं और अच्छे स्टॉक्स को पिक कर सकते हैं।
ट्रेडिंग व्यू (Trading View)
ट्रेडिंग व्यू शेयर मार्केट स्टॉक चार्ट में एक सबसे अच्छा सॉफ्टवेर है। आप लगभग सभी शेयर बाजार को कवर करते हुए विशाल बाजार डेटा तक पहुंच सकते हैं।
इसमें स्टॉक, ईटीएफ, फ्यूचर्स, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड और क्रिप्टो आदि शामिल हैं और आप इनकी बेस्ट सेवाओं का बफेट संकेतक आनंद ले सकते हैं।
स्टॉकचार्ट्स (Stockcharts)
अधिकांश उन्नत व्यापारी और निवेशक सर्वश्रेष्ठ ट्रेडिंग विश्लेषण और सुविधाओं के लिए स्टॉक चार्ट पसंद करते हैं जो आपको विस्तृत और सटीक निवेश संकेतक प्रदान करते हैं।
स्टॉक बफेट संकेतक चार्ट्स प्वाइंट एक बेहतरीन पेशकश है जो निवेशको के लिए बिल्कुल मुफ्त है। एक बेहतरीन स्टॉक चार्ट प्रेजेंटेशन के साथ अट्रैक्टिव लुक प्रदान करता है।
रॉबिन हुड (RobinHood)
रॉबिन हुड स्टॉक विश्लेषण करने और रीयल टाइम डेटा देखने के लिए एक उत्कृष्ट चार्टिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करता है।
आप बिना किसी साइन-अप के स्टॉक चार्ट्स और रीयल-टाइम कोट्स और चार्ट्स को निःशुल्क एक्सेस कर सकते हैं और इनकी बेहतरीन सर्विस का फ्री में फायदा उठा सकते हैं।
रॉयटर्स (Reuters)
यदि आप चार्टिंग के साथ-साथ समाचारों को देखना पसंद करते हैं, तो रॉयटर्स सबसे अच्छे विकल्पों में से एक हो सकता है।
रॉयटर्स सभी बुनियादी स्टॉक चार्ट और संकेतकों के साथ लेटेस्ट स्टॉक ट्रेडिंग अपडेट व रिपोर्ट प्रदान करता है जो इसके यूजर्स के लिए सही समय पर सही इन्वेस्टमेंट डिसीजन लेने में सहायक होते है।
सीएनएन मनी (CNN Money)
यह सबसे अच्छा मुफ्त और सशुल्क स्टॉक चार्टिंग प्लेटफॉर्म है जो आपको सर्वोत्तम निवेश निर्णय लेने और सर्वोत्तम सुविधाओं के आधार पर विभिन्न शेयरों का विश्लेषण करने की अनुमति देता है।
यह अपने उपयोगकर्ताओं को रीयल-टाइम स्क्रीनिंग, सर्वोत्तम विज़ुअलाइज़ेशन और इंटरैक्टिव सुविधा प्रदान करता है और अपने उपयोगकर्ताओं को निवेश करने के लिए मार्गदर्शन भी प्रदान करता है।
फिनविज (Finviz)
फिनविज बहुत सारे बेहतरीन स्टॉक स्क्रीनर्स, हीटमैप्स, विज़ुअलाइज़ेशन और इंटरेक्टिव चार्टिंग फैसिलिटी प्रदान करता हैं, लेकिन आप उन्हें मुफ्त में एक्सेस नहीं कर सकते।
इसकी बेहतरीन सर्विस और रियल टाइम डाटा एनालिसिस फैसिलिटी के आधार पर आप स्टॉक मार्केट का विश्लेषण करके एक सही इन्वेस्टमेंट डिसीजन ले सकते हैं और अपने पोर्टफोलियो की कमाई को बढ़ा सकते हैं।
हमने आपको विभिन्न बेस्ट फ्री शेयर मार्केट में काम आने वाले सॉफ्टवेयर व स्क्रीनर के बारे में जानकारी दी। ये सभी आपके एक बेस्ट निवेश निर्णय और स्टॉक्स का विश्लेषण करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
आप इनके बारे में भी जानें –
हमने 7 बेस्ट फ्री चार्टिंग सॉफ्टवेयर व स्क्रीनर बताए है फिर भी, चुनाव निश्चित रूप से आपकी निवेश और वित्तीय आवश्यकताओं व लक्ष्यों पर निर्भर करता है।
आप जिस प्रकार के निवेशक हैं, वह भी सही स्टॉक चार्टिंग सॉफ्टवेयर चुनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसीलिए बेस्ट स्टॉक विश्लेषण सॉफ्टवेयर व स्क्रीनर को चुनना बहुत ही महत्वपूर्ण है।
Singapore Nifty futures (Page 211)
आपने देखा होगा कि दो-ढाई बजे निफ्टी में अचानक तेज़ मोड़ आता है। दरअसल यह बड़े निवेशकों, खासकर संस्थाओं का खेल है। वे निफ्टी के चुनिंदा दो-तीन शेयर बड़ी मात्रा में खरीदते/बेचते हैं। निफ्टी खटाक से दिशा बदलता है। वे उसी समय कॉल व पुट ऑप्शन के सौदे करते हैं। बहुतों का स्टॉप-लॉस ट्रिगर हो जाता है। पर संस्थाएं थोड़ी ही देर में जमकर कमा लेती हैं। बाज़ार में चलती हैं ऐसी कारस्तानियां। अब ट्रेडिंग गुरु की…और और भी
चार्ट बाज़ार का आईना है, हमारा नहीं
कभी-कभी नहीं, अक्सर हम इधर-उधर की चंद सूचनाओं के चलते या मन से किसी शेयर के बारे में धारणा बना लेते हैं कि वो बढ़ेगा/घटेगा। फिर उसके भावों का चार्ट देखते हैं। कोई न कोई आकृति, कोई न कोई इंडीकेटर हमारी पुष्टि करता दिख जाता है। दांव लगा बैठते हैं। शेयर हमारे माफिक चला तो खुश, नहीं तो सारा दोष किस्मत का। सरासर गलत तरीका। जो है, उसे देखिए। अपनी धारणा मत थोपिए। अब रुख बाज़ार का…और और भी
ना चले जिंदा बाज़ार पोस्टमोर्टम से
टेक्निकल एनालिसिस मूलतः पोस्टमोर्टम है। उसके सारे संकेतक पुराने भावों को लेकर चलते हैं। इसलिए जो केवल उनके आधार पर आगे का दांव चलते हैं, वे जीत या हार के पलड़े में किसी अनाड़ी की तरह झूलते हैं। सबसे बड़ी बात है धन का प्रवाह। सभी लोग अच्छे शेयरों को खरीदने को लालायित रहते हैं, जबकि गिरते शेयरों को मौका पाते ही बेच डालते हैं। कम रिस्क के लिए इस मानसिकता को पकड़ना ज़रूरी है। अब आगे…और और भी
निवेशक हैं दुखी, सधा ट्रेडर सदा खुश
सूचकांकों के पैमाने पर देखें तो हमारा शेयर बाज़ार फिर ऐतिहासिक ऊंचाई पर है। सेंसेक्स दिसंबर 2007 और नवंबर 2010 में कमोबेश इन्हीं स्तरों पर था। इसका मतलब यह हुआ कि दिसंबर 2007 में जिसने सेंसेक्स में पैसे लगाए होंगे, आज करीब छह साल बाद उसका रिटर्न शून्य है। 10% मुद्रास्फीति के असर को जोड़ दें तो उसके 100 रुपए आज असल में घटकर 56.45 रुपए रह गए हैं। निवेशक दुखी, ट्रेडर खुश। अब आगाज़ आज का…और और भी
बाज़ार के आईने में झलकता है मन
शेयर बाज़ार में हमारा हर कदम हमारे व्यक्तित्व की झलक दिखाता है। सो, यह हमारी अपनी ज़िम्मेदारी है कि सौदे करने के दौरान हम खुद को मन से खुश रखें। अगर तनाव में रहे, किसी वजह से परेशान रहे तो उसका सीधा असर हमारे फैसलों पर पड़ेगा जिससे हमारी ट्रेडिंग प्रभावित हो सकती है। यहां तो मामला वही है कि सावधानी हटी, दुर्घटना घटी। इसलिए मस्त रहे, तभी कमा सकते हैं। अब रुख शुक्र के बाज़ार का…और और भी
संकट कटा, तालियां बजाई बाज़ार ने
दुनिया के सबसे प्रसिद्ध निवेश वॉरेन बफेट ने कल ही अमेरिका बफेट संकेतक में ऋण सीमा पर मची जिस तनातनी को जनसंहार का राजनीतिक हथियार कहा था, उसका संकट अब टल चुका है। अमेरिकी नेता सारी दुनिया को संकट में डालने का जोखिम उठा भी नहीं सकते थे। इसलिए संसद के दोनों सदनों सीनेट व प्रतिनिधि सभा ने ऋण सीमा को बढ़ाने का प्रस्ताव पास कर दिया। राष्ट्रपति ओबामा ने इस पर मोहर भी लगा दी है। अब आगे…और और भी
टिप तो वेटर लेते हैं, सच्चे ट्रेडर नहीं
शनिवार को एक शख्स से मिला जिनका अंदाज़ देखकर दिल गदगद हो गया। साथ गए सज्जन के मुंह से जैसे ही ‘टिप’ शब्द निकला, भाई पलटकर बोला, “टिप वेटर लेते हैं और मैं कोई वेटर नहीं हूं।” वाकई वेटर की मानसिकता से ट्रेडिंग में कामयाबी नहीं मिल सकती। किसी भी सलाह को जब तक आप अपने सिस्टम पर अलग-अलग टाइमफ्रेम में परख नहीं लेते, तब तक उस पर ट्रेडिंग करना गलत है। अब परखें मंगल की दशा-दिशा…और और भी
भरमाओ मत, समझो थोड़े में ज्यादा
जिस तरह हमारे शरीर की सीमाएं हैं, उसी तरह हमारे दिमाग की भी सीमाएं हैं। मानव मस्तिष्क को पांच से ज्यादा वेरिएबल्स दे दो तो वह फ्रीज़ हो जाता है, कन्फ्यूज़ होकर काम ही करना बंद कर देता है। इसलिए बाज़ार का विश्लेषण करते वक्त पांच से ज्यादा संकेतकों या अलग डाटा का इस्तेमाल हमें भ्रमित कर सकता है। हमें चार्ट से बाज़ार में सक्रिय लोगों की सक्रियता समझनी है। अब करते हैं आगाज़ इस हफ्ते का…और और भी
ताकि ट्रेडिंग का रिस्क हो न्यूनतम
गिरता स्टॉक थोड़ा उठ जाए तो क्या! बढ़ता स्टॉक थोड़ा गिर जाए तो क्या!! नियम कहता है कि साल-छह महीने से बढ़ते शेयर को शॉर्ट न करें और साल-छह महीने से गिरते शेयर में लांग पोजिशन न पकड़ें। ऐसा नहीं कि गिरते शेयर थोड़े दिन बढ़ नहीं सकते या बढ़ते शेयर कुछ दिन गिर नहीं सकते। लेकिन अपट्रेंडिंग स्टॉक्स में लांग और डाउनट्रेंडिंग स्टॉक्स में शॉर्ट करना ट्रेडिंग में रिस्क को घटाने की रणनीति है। अब आगे…और और भी
दावे गए तेल लेने, कमाते हो कितना
ट्रेडिंग के न जाने कितने इंडीकेटर, कितनी विधियां। टेक्निकल एनालिसिस से लेकर फिबोनाकी और इलियट वेव तक। यहां से 62% ऊपर, वहां से 38% नीचे। सीखने जाओ तो माथा घूम जाए। सभी अपने तरीके को सर्वश्रेष्ठ बताते हैं। लेकिन वे अंदर से क्या मानते हैं इसका पता चलेगा इससे बफेट संकेतक कि वे यह सब करते हुए कमाते कितना हैं जिसे वे छिपा जाते हैं। सिस्टम वही ठीक जो कराए कमाई, बाकी बकवास। अब रुख गुरु के बाज़ार का…और और भी
निवेश – तथास्तु
शेयर बाज़ार में आप इंडेक्स फंड के ईटीएफ या म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीमों के ज़रिए परोक्ष रूप से निवेश कर सकते हैं। लेकिन सीधे निवेश करना है तो संभावनामय कंपनियां चुननी पड़ती हैं, पता करना पड़ता है कि कंपनी का भविष्य क्या हो सकता है। और, आप जानते ही हैं कि कोई भी, यहां तक कि कंपनी का प्रवर्तक भी कंपनी के बारे में सटीक भविष्यवाणी नहीं कर सकता। लेकिन बिना भविष्य का अंदाज़ा लगाए किसी […]
पेड सेवा
क्या आप जानते हैं?
जर्मन मूल की ग्लोबल ई-पेमेंट कंपनी वायरकार्ड ने बैंकिंग और इसके नजदीकी धंधों में अपने हाथ-पैर पूरी दुनिया में फैला रखे थे। फिर भी उसका कद ऐसा नहीं है कि इसी 25 जून को उसके दिवाला बोल देने से दुनिया के वित्तीय ढांचे पर 2008 जैसा खतरा मंडराने लगे। अलबत्ता, जिस तरह इस मामले में …
अपनों से अपनी बात
भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और आगे भी बढ़ेगी। लेकिन कहा जा रहा है कि इसका लाभ आम आदमी को पूरा नहीं मिलता। अमीर-गरीब की खाईं बढ़ रही है। बाज़ार को आंख मूंदकर गालियां दी जा रही हैं। लेकिन बाज़ार सचेत लोगों के लिए आय और दौलत के सृजन ही नहीं, वितरण का काम भी …
भारत में सेवाएं शुरू होने से पहले तैयार है रियलमी का 5जी फोन
भारत में रियलमी के सीईओ माधव सेठ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि 5जी फोन के लांच होने का समय अभी स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की योजना 5जी को 2020 तक स्थापित करने की है। ऑपरेटर के लिए अगले महीने से तीन महीने का ट्रायल भी रखा गया है। उन्होंने कहा कि अगर ऑपरेटर ट्रायल की समय-सीमा को बढ़ाना चाहते हैं तो इसे एक वर्ष तक बढ़ाया भी जा सकता है।
उन्होंने कहा कि भारत में मौजूद सभी प्रमुख ऑपरेटर रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया इस 5जी ट्रायल के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कंपनी की बिक्री के बारे में बताया कि रियलमी-3 भारत में हाल ही में लांच हुआ है और इसने मार्च महीने में सबसे अधिक 1.70 लाख फोन ऑनलाइन बेच दिए।
आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में सेठ ने बताया कि उनकी कंपनी का लक्ष्य 2019 खत्म होने से पहले कम से कम 1.5 करोड़ मोबाइल बेचने का है। वर्तमान में कंपनी का मार्केट शेयर सात प्रतिशत है।
By पंकज सिंह चौहान
पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।
इकॉनमी को बूस्ट देने सरकार लाएगी दूसरा राहत पैकेज? IMF ने बफेट संकेतक कहा अभी गुंजाइश है
IMF के एक अधिकारी का कहना है कि कोरोना के कारण भारत की इकॉनमी पर बहुत बुरा असर हुआ है। इकॉनमी को गति देने के लिए अभी दूसरे राहत पैकेज की गुंजाइश है। उसने इस वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा 12.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
हाइलाइट्स
- IMF का अनुमान, इस वित्त वर्ष फिस्कल डेफिसिट 12 फीसदी तक
- इकॉनमी को सपॉर्ट के लिए नियर टर्म में और राहत पैकेज संभव
- मॉनिटरी फंड का मानना है कि सरकार के पास अभी भी स्पेस बाकी है
- सरकार 20 लाख करोड़ का आत्मनिर्भर राहत पैकेज ला चुकी है
SME को और मदद की गुंजाइश
IMF के राजकोषीय मामलों के विभाग के निदेशक विटोर गैसपर ने कहा कि मौजूदा सपोर्टिव मेजर (खासकर गरीब लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने की व्यवस्था) का सफल तरीके से क्रियान्वयन काफी महत्वपूर्ण है।उन्होंने कहा, 'भारत में कोविड-19 महामारी के कारण अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए हुए खासकर वंचित परिवारों और SME को निकट भविष्य में और राजकोषीय मदद देने की गुंजाइश है।'
अर्थव्यवस्था में संकुचन 4.5 फीसदी तक संभव
गैसपर ने कहा कि भारत पर कोविड-19 का आर्थिक प्रभाव काफी बड़ा और व्यापक है। उच्च आवृत्ति वाले संकेतक बताते हैं कि आर्थिक गतिविधियों में तीव्र गिरावट आयी है। यह औद्योगिक उत्पादन, व्यापार धारणा (परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स), वाहनों की बिक्री और व्यपार से प्रतिबिंबित बफेट संकेतक होता है। जून में जारी विश्व आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट के अनुसार 2020-21 में आर्थिक वृद्धि घटकर शून्य से नीचे - 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है।अप्रैल के विश्व आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट के मुकाबले जून की रिपोर्ट में वृद्धि में अधिक गिरावट का अनुमान का कारण भारत में लगातार कोविड-19 के बढ़ते मामले हैं।
राजकोषीय घाटा जीडीपी का 12 फीसदी तक पहुंच सकता है
उन्होंने कहा कि भारत सरकार का राजकोषीय घाटा 2020-21 में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का 12.1 प्रतिशत पहुंच जाने का अनुमान है। इसका मुख्य कारण कारण कर राजस्व में कमी के साथ बाजार मूल्य पर आधारित जीडीपी वृद्धि में गिरावट का प्रभाव है। साथ ही अन्य वृहत आर्थिक तत्वों को अधिक अनिश्चितता बने रहने की आशंका है। गैसपर ने कहा, 'इन सब चीजों और आर्थिक गतिविधियों में गिरावट को देखते हुए चालू वित्त वर्ष में भारत का सार्वजनिक कर्ज जीडीपी अनुपात के रूप में करीब 84 प्रतिशत तक पहुंच जाने का अनुमान है।'