विशेषज्ञ बोले

स्मार्ट निवेश

स्मार्ट निवेश
पिछले साल अक्टूबर से दिसंबर तक जोड़े गए 510,000 ग्राहकों में से 72 प्रतिशत ने पहले कभी शेयरों में कारोबार नहीं किया था

एआईआईबी को नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट प्रौद्योगिकियों में बढ़ाना चाहिए निवेश: सीतारमण

नयी दिल्ली, 18 नवंबर (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक (एआईआईबी) को नवीकरणीय ऊर्जा और स्मार्ट प्रौद्योगिकी में निवेश बढ़ाना चाहिए, इसके साथ ही उन्होंने इस बहुपक्षीय एजेंसी से भारत में क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित करने का भी अनुरोध किया।

एआईआईबी के अध्यक्ष जिन लिकन ने वित्त मंत्री से यहां मुलाकात की। उन्होंने बैंक से संबंधित कई प्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा की।

वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एआईआईबी के भारत में बढ़ते पोर्टफोलियो की सराहना की और सुझाव दिया कि एजेंसी को भारत के अहम प्राथमिकता वाले क्षेत्रों मसलन नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा प्रभावशीलता और जलवायु संबंधी स्मार्ट प्रौद्योगिकियों में निवेश बढ़ाना चाहिए और इस ओर निजी वित्त आकर्षित करना चाहिए।’’

भारत एआईआईबी का संस्थापक सदस्य है। इस बहुपक्षीय बैंक में भारत के अधिकार में 7.74 इक्विटी हैं, जबकि चीन की 29.9 फीसदी।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत एआईआईबी का सबसे बड़ा ग्राहक है, इसके मद्देनजर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दोहराया कि एआईआईबी को भारत में क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित करने पर विचार करना चाहिए, जिससे परियोजना अधिकारियों तक पहुंच और संवाद सुगमता से हो सके।’’

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

स्मार्ट निवेश

सुव्यवस्थित नगर विकास बगैर नियोजन संभव नहीं है । संचालनालय नगर तथा ग्राम निवेश, नगर नियोजन के माध्यम से स्वच्छ एवं स्वस्थ्य पर्यावरणीय विकास तथा उपयुक्त अधोसंरचना उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है ।

एआईआईबी को नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट प्रौद्योगिकियों में बढ़ाना चाहिए निवेश: सीतारमण

नयी दिल्ली, 18 नवंबर (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक (एआईआईबी) को नवीकरणीय ऊर्जा और स्मार्ट प्रौद्योगिकी में निवेश बढ़ाना चाहिए, इसके साथ ही उन्होंने इस बहुपक्षीय एजेंसी से भारत में क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित करने का भी अनुरोध किया।

एआईआईबी के अध्यक्ष जिन लिकन ने वित्त मंत्री से यहां मुलाकात की। उन्होंने बैंक से संबंधित कई प्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा की।

वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एआईआईबी के भारत में बढ़ते पोर्टफोलियो की सराहना की और सुझाव दिया कि एजेंसी को भारत के अहम प्राथमिकता वाले क्षेत्रों मसलन नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा प्रभावशीलता और जलवायु संबंधी स्मार्ट प्रौद्योगिकियों में निवेश बढ़ाना चाहिए और इस ओर निजी वित्त आकर्षित करना चाहिए।’’

भारत एआईआईबी का संस्थापक सदस्य है। इस बहुपक्षीय बैंक में भारत के अधिकार में 7.74 इक्विटी हैं, जबकि चीन की 29.9 फीसदी।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत एआईआईबी का सबसे बड़ा ग्राहक है, इसके मद्देनजर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दोहराया कि एआईआईबी को भारत में क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित करने पर विचार करना चाहिए, जिससे परियोजना अधिकारियों तक पहुंच और संवाद सुगमता से हो सके।’’

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

‘स्मार्ट निवेशक’ बनते जा रहे हैं ज्यादा से ज्यादा भारतीय युवा और यह भारत के लिए सकारात्मक खबर है

बचत से ज्यादा निवेश की ओर आकर्षित हो रही है आज की युवा पीढ़ी!

युवा निवेश

खुदरा निवेशकों ने इस साल भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के नकद बाजार में 86,000 करोड़ रुपये लगाए

पिछले साल अक्टूबर से दिसंबर तक जोड़े गए 510,000 ग्राहकों में से 72 प्रतिशत ने पहले कभी शेयरों में कारोबार नहीं किया था

निवेश उछाल ने टियर II और टियर III शहरों के निवेशकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है

कुछ दिनों पहले मैंने अपने ऑफिस में एक सर्वे किया था, जिसमें यह पता लगाने का प्रयास था कि कितने लोग स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं। परिणाम आश्चर्यजनक था और 95 प्रतिशत युवाओं ने अपने फोन के जरिए स्टॉक मार्केट में निवेश कर रखा था। अधिकतर युवा Zerodha से लेकर Upstocks, Grows, Paytm Money तथा Kotak Securities जैसे मोबाइल ऐप के जरिए मार्केट की गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए रखते हैं। बीते दिन सोमवार को हुए वैश्विक बिकवाली के बीच घरेलू इक्विटी बाजार को भारी गिरावट का सामना करना पड़ा। सोमवार के कारोबारी सत्र में BSE बेंचमार्क सेंसेक्स 1,393.04 अंक गिरकर 55,618.70 के निचले स्तर पर आ गया। बीते शुक्रवार को सेंसेक्स 889.40 अंक या 1.54 फीसदी की गिरावट के साथ 57,011.74 पर बंद हुआ था। इसके बावजूद युवाओं का विश्वास मार्केट में निवेश पर बना हुआ है।

बचत से निवेश की ओर बढ़ता आज का युवा

पिछले एक दो वर्षों में भारत के युवाओं द्वारा स्टॉक मार्केट में निवेश बढ़ा है और लगातार बढ़ रहा है। युवा अपने पैसों को निवेश करने के लिए उत्सुक दिख रहे हैं और यह भारत के लिए अच्छी खबर है। इसका अर्थ यह हुआ कि भारत अब बचत से निवेश की ओर बढ़ रहा है। बचत मुद्रा का अमूल्यन करता है और निवेश राष्ट्रहित में सम्पदा निर्मित करता है। हाल के निवेश उछाल ने टियर II और टियर III शहरों के निवेशकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है। एंजेल ब्रोकिंग के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल अक्टूबर से दिसंबर के बीच जुड़े आधे से अधिक नए ग्राहक छोटे शहरों और कस्बों से थे।

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के अनुसार, इक्विटी निवेश में इन जगहों के निवेशक की संख्या में फरवरी 2020 से फरवरी 2021 तक 16 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। सिक्योरिटीज के लिए दो राष्ट्रीय डिपॉजिटरी, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज के स्मार्ट निवेश डेटा से पता चलता है कि भारत में घरेलू व्यक्तियों के पास सक्रिय डीमैट खातों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वित्तीय वर्ष 2019 में सक्रिय डीमैट खातों में 3.8 मिलियन की वृद्धि हुई, जबकि वित्तीय वर्ष 2021 में इसमें 14.1 मिलियन की वृद्धि हुई। आंकड़ों में यह वृद्धि महामारी के आगमन और Zerodha, अपस्टॉक्स, 5पैसा और पेटीएम मनी जैसे अत्याधुनिक ऐप-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के उद्भव के साथ मेल खाती है।

सक्रिय निवेशक खातों की बढ़ती संख्या

आंकड़े बताते हैं कि सक्रिय निवेशक खातों में वर्ष 2020 के दौरान रिकॉर्ड 10.4 मिलियन की वृद्धि हुई। वर्ष 1987 में स्थापित एक प्रतिभूति फर्म एंजेल ब्रोकिंग ने बताया कि पिछले साल अक्टूबर से दिसंबर तक जोड़े गए 510,000 ग्राहकों में से 72 प्रतिशत ने पहले कभी शेयरों में कारोबार नहीं किया था। इसका अर्थ यह हुआ कि अधिक से अधिक नए लोग निवेश की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

भारत की सबसे बड़ी ऑनलाइन ब्रोकरेज कंपनी Zerodha के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नितिन कामथ का अनुमान है कि उनका प्लेटफॉर्म औसतन एक दिन में 1 से 1.2 करोड़ ऑर्डर संभालता है। उनका स्पष्ट कहना है कि इन निवेशकों में से अधिकतर 30 साल से कम उम्र के पहली बार निवेशक हैं, जो अपने मोबाइल फोन से दर्जनों ट्रेडों को तेज गति से निष्पादित करते हैं। देखा जाए तो भारत का बेंचमार्क S&P BSE सेंसेक्स इंडेक्स इस वर्ष के पहले 10 महीनों में 20 फीसदी से अधिक बढ़ा था, लेकिन यह अक्टूबर में अब तक के उच्चतम स्तर से लगभग 8 फीसदी गिरा है।

कोरोना के नए संस्करण के वैश्विक प्रसार के बारे में चिंताओं के बीच शेयरों में भी उतार-चढ़ाव रहा है। Paytm के IPO से कई लोगों को नुकसान हो चुका है। बीते दिन सोमवार को शेयर मार्केट में आए भूचाल से हुए नुकसान को भी नजरंदाज नहीं किया जा सकता। अधिक अनिश्चित बाजार दृष्टिकोण का मतलब है कि छोटे निवेशकों को मंदी में काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, बचत जमा जैसे पारंपरिक निवेश पर रिटर्न कम रहता है, जिससे भारत के मिलेनियल्स शेयरों में पैसा डालने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं। इसके बावजूद युवाओं का लगातार निवेश की ओर जाना दिखाता है कि देश के युवा अब बचत नहीं निवेश कर रिस्क लेना चाह रहे हैं।

वियतनाम से लेकर दक्षिण कोरिया तक ज्यादा से ज्यादा स्मार्ट निवेश स्मार्ट निवेश लोग शेयर बाजारों में पैसा लगा रहे हैं, लेकिन भारत जिस गति से नए निवेशक जोड़ रहा है वह अभूतपूर्व है। NSE के अध्ययन से पता चलता है कि कोविड-19 लॉकडाउन के बाद से खुदरा निवेशक भारत के शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं और विविध पोर्टफोलियो में अधिक से अधिक पैसा लगा रहे हैं।

एक वर्ष में बढ़ा लगभग 35,000 करोड़ रुपये का निवेश

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार खुदरा निवेशकों ने इस साल भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के नकद बाजार में 86,000 करोड़ रुपये लगाए, जबकि वर्ष 2020 में यह 51,200 करोड़ था। अपने बाजार नियामक के अनुसार वर्ष 2020 की शुरुआत में भारत हर महीने 400,000 निवेशक खाते जोड़ रहा था। वर्ष 2021 में यह संख्या बढ़कर लगभग 2.6 मिलियन हो गई, जो न्यूजीलैंड की आबादी का लगभग आधा है। सेंसेक्स में गिरावट के बावजूद, ब्रोकरेज के लिए नवंबर सबसे अच्छे महीनों में से एक था। Zerodha ने पिछले महीने लगभग 400,000 नए निवेशक खाते खोलें, जबकि एंजेल वन और 5पैसा डॉट कॉम जैसे ऐप ने भी इसी तरह के आंकड़े को छुआ।

ऑनलाइन निवेश प्लेटफॉर्म ग्रो द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि भविष्य की जरूरतों के लिए धन सृजन करना युवा भारतीयों के सर्वेक्षण की सर्वोच्च प्राथमिकता है। धन सृजन के लिए निवेश आवश्यक है। सर्वेक्षण में यह स्पष्ट है कि आज के युवाओं में सीखने की उच्च भूख है और वे उपलब्ध निवेश विकल्पों के बारे में बहुत शिक्षित हैं। ग्रो के सर्वेक्षण के अनुसार 79.3 फीसदी उत्तरदाताओं ने महामारी के दौरान एक साल से भी कम समय पहले अपनी निवेश यात्रा शुरू की थी। सर्वेक्षण में यह कहा गया है कि कम निवेश का मुख्य कारण वित्तीय ज्ञान की कमी थी। सर्वेक्षण से यह पता चला है कि कम जोखिम लेने की क्षमता भी निवेश निर्णय लेने की चुनौतियों में से एक है। लेकिन उज्ज्वल पक्ष यह है कि वे निवेश की बारीकियों को समझने और भविष्य में एक सुविचारित निवेश करने के लिए तैयार हैं। आंकड़े यही साबित करते हैं।

भारत के लिए कैसे है यह अच्छी खबर?

खुदरा निवेशकों के उदय का संबंध सावधि जमा (FD) और सोना जैसे पारंपरिक निवेश विकल्पों से शेयर बाजारों द्वारा प्रदान किए जा सकने वाले रिटर्न के आकर्षक होने से भी है। इससे देश को फायदा यह होगा कि अधिक निवेश बढ़ने से देश के विदेशी मुद्रा भंडार में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। यही नहीं, जिस कंपनी में निवेश हो रहा है उस कंपनी की Market Capitalization में भी भारी वृद्धि होगी और अगर पूंजी बढ़ेगी तो मार्केट में मौद्रिक तरलता आएगी।

इसका असर यह होगा कि मुद्रास्फीति में गिरावट आएगी और महंगाई घटेगी। साथ ही बढ़ते निवशकों की संख्या से व्यापारिक असंतुलन कम होगा और देश के भी राजकोषीय घाटा में कमी आएगी। अंत में हम जीते या हारें, लेकिन मौजूदा समय में आर्थिक जागरूकता एक नए स्तर पर पहुंच चुकी है। आज के हमारे युवा, राष्ट्र का नया आर्थिक सिद्धान्त लिख रहे हैं, जो हमें बचत से निवेश और संपदा संचयन की ओर ले जाता है।

Investment Tips: सिर्फ पांच कदमों से बनें वेरी स्मार्ट इन्वेस्टर, मार्केट गिरने पर भी नहीं होगा नुकसान

Investment Tips: स्मार्ट निवेशक वहां निवेश नहीं करते जहां हर कोई निवेश कर रहा है.

Investment Tips: स्मार्ट निवेशक वहां निवेश नहीं करते जहां हर कोई निवेश कर रहा है.

Investment Tips: बहुत ही स्मार्ट निवेशक (smart investor) बनने के लिए तकनीक का लाभ उठाना सीखें. यह कैसे संभव है, बता रहे हैं एजेंल ब्रोकिंग के चीफ ग्रोथ ऑफिसर प्रभाकर तिवारी.

  • News18Hindi
  • Last Updated : November 23, 2021, 05:34 IST

नई दिल्ली. फाइनेंस मैनेजमेंट से लेकर किराने का सामान ऑर्डर करने तक और सोशल होने और नेटवर्किंग तक, यह सब एक बटन के क्लिक से संभव है. इसकी वजह है स्मार्टफोन से लेकर स्मार्ट होम्‍स, स्मार्ट टीवी आदि.
यह बदलाव सिर्फ तकनीक पर बेस्ड है. क्या आप जानते हैं कि इसी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए आप एक एक स्मार्ट निवेशक (स्मार्ट निवेश Very Smart Investor) बन सकते हैं? एजेंल ब्रोकिंग के चीफ ग्रोथ ऑफिसर प्रभाकर तिवारी (Prabhakar Tiwari, Chief Growth Officer, Angel One Ltd ) न्यूज18 के पाठकों के ऐसे ही पांच कदम बता रहे हैं जिनसे आप भी स्मार्ट निवेशक बन सकते हैं. इससे आप बेहतर रिटर्न के साथ अपना जोखिम कम कर सकते हैं. सबसे पहले समझते हैं स्मार्ट निवेशक कौन होते हैं…
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क्या है स्मार्ट निवेशक
जब निवेशकों की बात आती है तो स्मार्ट शब्द को उसी तरह नहीं देखा जाता है. एक स्मार्ट निवेशक की समझ अन्य स्मार्ट चीजों से काफी अलग होती है. एक स्मार्ट निवेशक वह नहीं है जो रातों-रात ढेर सारा पैसा कमाना जानता है. इसके बजाय, स्मार्ट निवेशक वो है जो उपलब्ध संसाधनों को लगातार निवेश करने के लिए उपयोग कर सकता है, एक विविध पोर्टफोलियो रखता है और समय के साथ धन का निर्माण करता है. इसी समय, स्मार्ट निवेशक वहां निवेश नहीं करते जहां हर कोई निवेश कर रहा है; बल्कि, वे अपना पैसा कहीं भी लगाने से पहले अच्छी तरह से शोध करते हैं. तो यह है एक स्मार्ट निवेशक. अब जानिए वह पांच कदम जिनसे आप भी एक स्मार्ट निवेशक बन सकते हैं.
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First Step: स्टॉक ब्रोकिंग ऐप डाउनलोड करें
सबसे पहले अपने स्मार्टफोन में स्टॉक ब्रोकिंग ऐप डाउनलोड करें. यदि आप एक नए निवेशक हैं, तो आप ऐप पर तुरंत खाता खोलने के साथ अपनी निवेश यात्रा शुरू कर सकते हैं और न्यूनतम ब्रोकरेज शुल्क जैसी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं. निवेश और व्यापार के लिए मोबाइल ऐप का उपयोग करने से चलते-फिरते बाजार पर नज़र रखने का फायदा मिलता है.
Second Step: जोखिम को कम करने और रिटर्न को अधिकतम करने का उपाय
खाता खोलने के बाद, आप अपना पहला निवेश करने के लिए नियम-आधारित निवेश इंजन जैसे डिजिटल समाधान तलाश सकते हैं. नियम-आधारित निवेश इंजन किसी भी मानवीय पूर्वाग्रह से रहित नियमों के एक सेट के आधार पर शेयरों की सिफारिश करता है. यह जोखिम को कम करने और रिटर्न को अधिकतम करने में मदद करता है.
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Third Step: थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म्‍स का उपयोग करें
एक बेहद स्मार्ट निवेशक बनने की दिशा में तीसरा कदम विभिन्न थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म्‍स का उपयोग करना है. ये अलग-अलग प्रकार के पोर्टफोलियो बनाने और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निवेश करने के लिए डिजिटल ब्रोकर्स के ब्रोकिंग ऐप के साथ एकीकृत होंगे. आधुनिक निवेश उत्पाद आपको कम लागत वाला, लंबी अवधि का पोर्टफोलियो बनाने में सक्षम बनाते हैं. यह इक्विटी में निवेश करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है.
Forth Step: स्टॉकब्रोकिंग एप्स के अलर्ट का रखें ध्यान
स्टॉकब्रोकिंग एप्स उपयोग करने का एक और फायदा है बाजार स्मार्ट निवेश पर लगातार अलर्ट रहना. रोजमर्रा के कामों के साथ बाजार पर नज़र रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन ऐप द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण विकास के अलर्ट आपको सूचित निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं. यदि विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग किया जाता है, तो अलर्ट आपको अपडेट रखते हुए लाभ अर्जित करने में आपकी सहायता कर सकते हैं.
Fifth Step: डिजिटल ब्रोकर्स का गाइड की तरह करें इस्तेमाल
डिजिटल ब्रोकर्स निवेश शिक्षा मंच भी प्रदान करते हैं. ये वित्तीय बाजारों के लिए एक व्यापक गाइड की तरह हैं. बिगिनर्स से लेकर निवेशकों तक, कोई भी इन प्लेटफॉर्म्‍स से जुड़ सकता है और पूंजी बाजार के माध्यम से अपना रास्ता सीख सकता है. बाजार के कामकाज से लेकर कारोबार की बुनियादी बातों और व्यापारिक रणनीतियों तक सब कुछ सीख सकते हैं.

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