क्रिप्टो स्पेस में निवेशक कैसे पैसा कमा रहे हैं

Cryptocurrency: 100,000 डॉलर तक पहुंच सकता है बिटकॉइन? 2022 में क्रिप्टोकरेंसी के बारे में क्या कहते हैं विश्लेषक
कुछ मार्केट विशेषज्ञों ने अपनी-अपनी राय दी है कि इस नए साल यानी 2022 में क्रिप्टोकरेंसी का क्या रुख हो सकता है
हॉन्गकॉन्ग में सुबह 9:52 बजे बिटकॉइन 0.2% के उछाल के साथ लगभग 46,100 डॉलर पर कारोबार कर रहा था। यहां कुछ मार्केट विशेषज्ञों ने अपनी-अपनी राय दी है कि इस नए साल यानी 2022 में क्रिप्टोकरेंसी का क्या रुख हो सकता है और इस साल खासकर अमेरिका के संट्रेल बैंकिंग सिस्टम फेडरल रिजर्व की नीतियों का डिजिटल करेंसी पर क्या और कैसा असर पड़ सकता है।
Bloomberg की एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिप्टो लेंडर नेक्सो के मैनेजिंग पार्टनर एंटोनी ट्रेंचेव ने एक ईमेल में कहा, "2022 में बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी पर सबसे ज्यादा असर केंद्रीय बैंक की नीति के चलते पड़ेगा। उन्होंने कहा, "लोन सस्ता रहेगा क्योंकि इसका क्रिप्टो पर बड़ा असर होगा। फेड रिजर्व की इतनी क्षमता नहीं है कि वह शेयर बाजार में 10-20% गिरावट का खतरा मोल ले सके। इसके साथ ही बॉन्ड मार्केट पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता है।
Polygon: भारत में बनी क्रिप्टोकरेंसी दुनिया की शीर्ष 20 डिजिटल करेंसी में शामिल, जानिए इसके बारे में
क्रिप्टोकरेंसी वास्तव में एक डिजिटल करेंसी है जिसके जरिए आजकल बेहतरीन रिटर्न कमाने में मदद मिल रही है। दुनिया भर में बहुत सी क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं जिनमें ट्रेडिंग चल रही है। इनमें बिटकॉइन, डॉगकॉइन, इथेरियम, चिया जैसी क्रिप्टोकरेंसी शामिल है। अगर आप बहुत उत्साही क्रिप्टोकरेंसी निवेशक हैं तो आपको अपनी कुल निवेश पोर्टफोलियो का एक फीसदी से ज्यादा क्रिप्टो में निवेश करने की जरूरत नहीं है।
Polygon: भारत में बनी क्रिप्टोकरेंसी दुनिया की शीर्ष 20 डिजिटल करेंसी में शामिल, जानिए इसके बारे में
पॉलीगॉन के संदीप नैनवाल
तीन भारतीयों द्वारा मिलकर बनाई गई क्रिप्टोकरेंसी पॉलीगॉन (polygon) पिछले हफ्ते मार्केट कैप के लिहाज से 10 अरब डॉलर को पार कर गई है। इस समय इसका मार्केट केपिटलाइजेशन 13 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। इसके साथ ही पॉलीगॉन ने दुनिया के शीर्ष 20 क्रिप्टोकरेंसी की सूची में जगह बना ली है। दुनिया भर की क्रिप्टोकरेंसी पर नजर रखने वाली संस्था coinmarketcap.com के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। दुनिया भर में इन दिनों क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने में लोगों की रुचि बढ़ रही है, हालांकि कई कारणों से क्रिप्टो करेंसी के भाव में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
मेटिक बना पॉलीगॉन
पॉलीगॉन को पहले मैटिक नेटवर्क के नाम से जाना जाता था। इस साल फरवरी से अब तक इसका मार्केट कैप 10 गुना बढ़ चुका है। इसके ब्लॉकचेन का गेमिंग प्लेयर्स, नॉन फंजिबल टोकंस और डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस में प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है। इसी साल मार्च में नैस्डेक (Nasdac) में लिस्टेड कॉइनबेस ने अपने यूजर को पॉलीगॉन कॉइन में ट्रेड करने की इजाजत दे दी थी।
बाजार की मांग के साथ बदलाव
पॉलीगॉन के सह संस्थापक संदीप नैनवाल ने कहा, "पिछले कुछ समय में पॉलीगॉन की ग्रोथ में काफी तेजी रही है। किसी भी क्रिप्टोकरंसी के साथ स्पेकुलेशन जुड़ा होता है और इसके साथ भी यह सच है कि हमने अपना विजन और कामकाज का स्कोप बढ़ाया है। रियल वर्ल्ड एप्लीकेशन और ग्राहकों की दिलचस्पी बढ़ने की वजह से पॉलीकॉन का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। पॉलीगॉन के अन्य संस्थापकों में जयंती कानानी और अनुराग अर्जुन शामिल हैं।
पॉलीगॉन से पावरहाउस
इस साल जनवरी से मई के बीच में पॉलीगॉन पर बनने वाले एप्लीकेशन की संख्या 8 गुना बढ़कर 400 तक पहुंच गई है। पॉलीगॉन इथेरियम ब्लाकचैन पर आधारित क्रिप्टोकरंसी है। ट्विटर के संस्थापक जैक डोर्सी भी ऐसा एक एप्लीकेशन यूज कर रहे हैं। वह भी एनएफटी की तर्ज पर इस तरह के एप्लीकेशन की मदद से मिंटिंग में जुटे हैं। नैनवाल ने कहा, "हम चाहते हैं कि भारत दुनिया में ब्लॉकचेन का पावर हाउस बने।" उनका लक्ष्य दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो प्रोजेक्ट बनाना है। बिटकॉइन और इथेरियम के बाद वे पॉलीगॉन को देखना चाहते हैं।
बिटकॉइन से मुकाबला
अगर अमेरिकी यूरोप और चीन की ब्लॉकचेन तकनीक की बात करें तो भारत का यह ब्लॉकचेन स्टार्टअप अभी नवजात अवस्था में है। पश्चिमी देशों की दमदार मौजूदगी वाले स्पेस में भारत के इस कामकाज को नोटिस करने में वक्त लग सकता है। वेस्टर्न प्रोजेक्ट अभी काफी प्रीमियम पर चल रहे हैं। अटेंशन पाने के लिए भारत की कंपनी को 5 गुना अधिक काम करना पड़ सकता है। साल 2019 में पहली बार पॉलीगॉन का टोकन बांटा गया था।
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‘फ्लिपिंग’ क्या है? विस्तार से जानिए
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क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल संपत्ति है जो एक्सचेंज के माध्यम के रूप में काम करती है। क्रिप्टोकरेंसी के साथ , एक सिक्के का व्यक्तिगत स्वामित्व एक लेज़र में संग्रहीत किया जाता है। कई क्रिप्टोकरेंसी हैं जो बाजार में उपलब्ध हैं। जिसमे बिटकॉइन और एथेरियम सबसे आम क्रिप्टोकरेंसी में से हैं। आमतौर पर , एथेरियम की तुलना में बिटकॉइन का किराया बाजार में उच्च दर पर होता है। हालांकि , काल्पनिक स्थिति जहां एथेरियम का कुल मार्केट कैप बिटकॉइन की कुल मार्केट कैप से अधिक होगा , उसे “ फ्लिपिंग ” कहा जाता है। इस लेख में , हम बिटकॉइन , एथेरियम और फ़्लिपिंग अर्थ पर विस्तार से एक नज़र डालेंगे।
फ्लिपिंग क्या है?
फ़्लिपिंग शब्द वर्ष 2017 में आया था। फ़्लिपिंग अनिवार्य रूप से उस संभावित क्षण को संदर्भित करता है जब एथेरियम बिटकॉइन से ऊपर होगा और दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बन जाएगा। अब तक , बिटकॉइन आविष्कार किया जाने वाला पहला क्रिप्टोकरेंसी था। शुरुआत से लेकर अब तक इसका सबसे बड़ा मार्केट कैप रहा है। हालांकि , 2018 की शुरुआत में , इसने एक हिट लिया और कुछ बाजार संकेतो से कम हो गया। इसने कई निवेशकों में इस विचार को जन्म दिया कि फ़्लिपिंग हो सकती है। कई लोग फ़्लिपिंग की उम्मीद क्यों कर रहे थे, इसका एक मुख्य कारण यह है कि एथेरियम को अधिक लचीला माना जाता है और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट लिखने की संभावना सहित कई अन्य फायदे भी हैं। इससे पहले कि हम फ़्लिपिंग में गहराई तक जाएं , आइए हम बिटकॉइन और एथेरियम पर एक नज़र डालें।
बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन जनवरी 2009 में Satoshi Nakamoto द्वारा बनाया गया था। ब्लॉकचेन तकनीक के कारण , संस्थापक का नाम और पहचान अभी भी एक रहस्य बना हुआ है। अनिवार्य रूप से , बिटकॉइन एक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी है जो एक सार्वजनिक खाता बही पर संतुलित होती है। लेन – देन शुल्क बहुत कम है और यह सरकार द्वारा जारी की गई अन्य मुद्राओं के विपरीत एक विकेन्द्रीकृत प्राधिकरण द्वारा संचालित किया जाता है। यह पीयर – टू – पीयर तकनीक का उपयोग करने वाली पहली कुछ डिजिटल मुद्राओं में से एक है। यह तकनीक तत्काल भुगतान की सुविधा प्रदान करने में मदद करती है।
आमतौर पर , खनिकों को नए बिटकॉइन जारी किए जाते हैं। इन नए बिटकॉइन की एक निश्चित दर है लेकिन समय – समय पर मूल्य में कमी आ रही है। कुल मिलाकर , 21 मिलियन बिटकॉइन हैं जिनका खनन किया जा सकता है। वर्तमान में , 18 मिलियन बिटकॉइन हैं जो 3 बिलियन बिटकॉइन का खनन किया जाना बाकी है। बिटकॉइन माइनिंग मूल रूप से वह प्रक्रिया है जिसमें बिटकॉइन का खनन किया जाता है और फिर प्रचलन में जारी किया जाता है। खनन प्रक्रिया बिटकॉइन नेटवर्क में लेनदेन रिकॉर्ड को सत्यापित करने के साथ – साथ जोड़ती है। खनन के बाद , खनिकों को बिटकॉइन के साथ पुरस्कृत किया जाएगा। हालांकि इनाम को हर 210,000 ब्लॉक में आधा कर दिया जाता है। 2009 में , ब्लॉक इनाम 50 नए बिटकॉइन थे।
Ethereum क्या है
Ethereum को पहली बार वर्ष 2013 में एक प्रोग्रामर Vitalik Buterin द्वारा बाजार में लाया गया था। यह एक विकेन्द्रीकृत क्रिप्टोकुरेंसी है जिसमें स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट की कार्यक्षमता है। इसे दूसरा सबसे बड़ा बाजार पूंजीकरण माना जाता है क्योंकि बिटकॉइन पहले स्थान पर है। Ethereum का उपयोग किसी तृतीय – पक्ष के हस्तक्षेप के बिना वैश्विक स्तर पर मूल्य भेजने के साथ – साथ प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है। इथेरियम बिटकॉइन से प्रेरणा लेता है। ये दोनों क्रिप्टोकरेंसी हैं और वे दोनों ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करते हैं। जबकि बिटकॉइन मूल्य को संग्रहीत करता है , एथेरियम सेवाओं और अनुप्रयोगों को विकेंद्रीकृत करता है।
वर्तमान समय में बिचौलिये हर जगह हैं। उदाहरण के लिए , Gmail संदेश भेजने में मदद करता है और बैंकिंग एप्लिकेशन हमें अन्य लोगों को पैसे भेजने में मदद करता है। इसका अनिवार्य रूप से अर्थ यह होगा कि हमारी व्यक्तिगत जानकारी के साथ – साथ हमारा वित्तीय डेटा अन्य लोगों के उपकरणों पर संग्रहीत किया जाता है। कई लोगों के अनुसार डेटा को कहीं और स्टोर करना समस्याग्रस्त हो सकता है। संवेदनशील और महत्वपूर्ण जानकारी को कहीं और संग्रहीत करने से बचने के लिए विकेंद्रीकरण आवश्यक है। ऐसा करने का मतलब होगा कि उपयोगकर्ताओं के पास प्रत्यक्ष नियंत्रण कम है और यह सेंसरशिप के लिए कई दरवाजे भी खोलता है। ऐसे मामलों में , मध्यस्थ उपयोगकर्ताओं को किसी भी कार्रवाई से रोक सकता है।
फ़्लिपिंग के बारे में सब कुछ
नवंबर 2019 में , कुछ हद तक फ़्लिपिंग हुई । ERC -20 के लिए दर्ज किए गए लेनदेन की संख्या एथेरियम के लिए लेनदेन की संख्या से अधिक थी। यह इस बात का प्रमाण है कि ईथर और एथेरियम ब्लॉकचेन दोनों तेजी से आगे बढ़ रहे हैं जब यह क्रिप्टो मूल्यांकन के साथ – साथ इस ब्लॉकचेन पर विकसित किए गए अन्य अनुप्रयोगों की बात आती है। 2020 और 2021 दोनों में , Ethereum ने कई निवेशकों के हित को हथियाने के लिए साबित किया था । वर्तमान में , ईथर की कीमतों की कीमतों में तेजी ने कई लोगों का ध्यान आकर्षित किया है और इसके परिणामस्वरूप कई एथेरियम ब्लॉकचेन में स्थानांतरित हो गए हैं।
ईथर और एथेरियम को ब्लॉकचेन कार्यान्वयन का अगला चरण होने की उम्मीद है। कुछ मूलभूत वस्तुएं हैं जिन्हें आपको समझना होगा कि फ़्लिपिंग होने के लिए बाज़ार को भी आकलन करना होगा। आइए हम इस पर एक नजर डालते हैं।
1. एप्लिकेशन बनाम ट्रांजेक्शन
क्रिप्टोकरेंसी के बारे में एक महत्वपूर्ण पहलू पर विचार किया जाना है कि उनका उपयोग लेनदेन में किया जा सकता है या नहीं। यह एक तर्क रहा है जिसने पिछले वर्षों में कई लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। यदि उनका उपयोग क्रिप्टो स्पेस में निवेशक कैसे पैसा कमा रहे हैं लेनदेन के लिए नहीं किया जा सकता है , तो वे सट्टा निवेश के समान ही अच्छे हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में कराधान उपचार यह रहेगा कि सभी क्रिप्टोकरेंसी को संपत्ति के रूप में माना जाएगा। इस तरह के विचारों के उच्च निहितार्थ हैं। प्रत्येक क्रिप्टो लेनदेन संभावित रूप से एक निश्चित मात्रा में कर दायित्व वहन कर सकता है। बिटकॉइन में निवेशकों के लिए यह बहुत अच्छी खबर नहीं है। हालांकि , Ethereum अपूरणीय टोकन और विकेन्द्रीकृत वित्त के साथ एक ठोस आधार साबित हुआ है।
क्रिप्टोकरेंसी के कई नए पुनरावृत्तियाँ हैं जिनमें ऐसे गुणों की कमी है जो क्रिप्टो को निवेशकों के लिए अधिक दिलचस्प बनाते हैं। हालांकि , बाजार का विस्तार जारी है। यह साबित करता है कि क्रिप्टो परिसंपत्तियों की की संख्या लगातार बढ़ रही है जिसे निवेश विकल्प माना जा सकता है। इसलिए , फ़्लिपिंग संभवतः हो सकती है और जैसे-जैसे बाजार बढ़ता और विकसित होता है, नई क्रिप्टोकरेंसी पुराने लोगों को अपने कब्जे में ले सकती है।
Ethereum और बिटकॉइन की तुलना करते समय विचार किया जाने वाला एक और महत्वपूर्ण कारक बाज़ार में उनका मूल्य है। क्रिप्टो स्पेस लगातार आधार पर मूल्य अस्थिरता का अनुभव करता है और यह अस्थिरता क्रिप्टो बाजार पर ट्रेड करने वाली हर मुद्रा तक फैली हुई है। इस परिसंपत्ति की अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए , एक क्रिप्टोकरेंसी के लिए मार्केट कैप और वैल्यू में दूसरे पर कब्जा करना संभव है।
अंतिम विचार
क्रिप्टोकरेंसी पिछले कुछ वर्षों में एक लोकप्रिय निवेश विकल्प रही है। जबकि बिटकॉइन में पिछले कुछ वर्षों में एथेरियम की तुलना में एक बड़ा मार्केट कैप रहा है , लेकिन एथेरियम के जल्द ही इसके अधिग्रहण की संभावना है। यह फ़्लिपिंग जल्द ही होने की उम्मीद है और कई निवेशकों के बीच एक उत्तेजित बहस हुई है।
FD, पेंशन स्कीम, म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार की बजाय इन 6 जगहों पर लगाएं पैसा, होंगे मालामाल
Investment Planning: "क्रैश एंड बर्न" यानी जल्दी के चक्कर में ठोकर खाना एक सच्चाई है, इसलिए सावधानी से चलना और ऐसे निवे . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : May 18, 2021, 15:21 IST
नई दिल्ली. जब बचत करने की बात आती है तो हममें से कई लोग बुनियादी तरीके पसंद करते हैं, जैसे कि बैंक डिपॉजिट (FD), पेंशन स्कीम (Pension Scheme), इंश्योरेंस या म्यूचुअल फंड (Mutual Fund). बता दें कि साल 2020 हम सबके लिए एक अलग अनुभव था जिसने निवेशकों को अपने पैसे को जोखिम से बचाने के उपायों के साथ स्टेबल रिटर्न हासिल करना सिखाया. जिस तरह से ब्याज दरों में गिरावट और फाइनेंशियल एसेट के वैल्यूएशन तेज़ी से बदल रहे हैं, आप जरूर कैपिटल मार्केट के उतार-चढ़ावों से सुरक्षित निवेश खोज रहे होंगे. इस तरह के विकल्पों के बारे में विचार करते समय ज़रूरी है कि आप किसी भी स्कैम या जल्दी अमीर बनाने वाली स्कीम से बचें. "क्रैश एंड बर्न" यानी जल्दी के चक्कर में ठोकर खाना एक सच्चाई है, इसलिए सावधानी से चलना और ऐसे निवेश ढूंढना जरूरी है जो समय के साथ-साथ स्थिर रिटर्न देते हों.
आइए जानते हैं कहां लगाएं पैसे?
1. कोई बिजनेस खरीदना
जब निवेश की बात आती है, तो सबसे पुराने और जांचे-परखे विकल्पों में से एक है सीधे किसी भी बिज़नेस को खरीदना. ज़्यादातर अमीर लोगों ने भी बिजनेस करके ही पैसा बनाया. जब आप किसी बने-बनाए बिज़नेस को खरीदते हैं तो आप शुरुआती सेटअप करने के झंझट से बच जाते हैं और जब आपको कमाई करता हुआ तैयार बिज़नेस मिलता है तो आप कैश फ्लो सुधारने पर फोकस कर सकते हैं.
कोरोना महामारी के बाद क्रिप्टो स्पेस में निवेशक कैसे पैसा कमा रहे हैं से, बिज़नेस बेचने वाली वेबसाइटों पर कई डील/बिज़नेस ऑफर्स लिस्ट हुए हैं. इनमें से ज़्यादातर ऑफर, बाज़ार में मौजूद अनिश्चितता की वजह से हैं, लेकिन एक समझदार निवेशक अवसर को पहचान कर, सस्ते वैल्यूएशन पर बिज़नेस खरीद कर लंबी अवधि में अच्छा मुनाफ़ा कमा सकता है. SMERGERS, BizBuySell और BusinessForSale जैसे ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म, बिज़नेस खरीदारों को उनकी आवश्यकताओं से मेल खाने वाले बेहतरीन अवसरों को खोजने और उन्हें शॉर्टलिस्ट करने में मदद करते हैं. सबसे सटीक बिज़नेस को खोजने और खरीदने के लिए, आप उसके डेटा की पहले जांच-पड़ताल कर सकते हैं.
2. पी2पी प्लेटफाॅर्म की मदद लेना
फाइनेंसियल मार्केट (Financial Market) की अपनी मुश्किलें हैं. बड़े बिज़नेस की तुलना में छोटे बिजनेस के लिए लोन पाने में ज़्यादा मुश्किलें आती हैं. एक लंबी और जटिल आवेदन प्रक्रिया, आवेदन कई बार अस्वीकार होना कुछ ऐसे अनुभव हैं जिनकी वजह से छोटे बिज़नेस शुरू करने वाले लोग, बैंक लोन लेने के पुराने तरीकों से बचते हैं.आजकल कई क्रिप्टो स्पेस में निवेशक कैसे पैसा कमा रहे हैं पी2पी प्लेटफ़ॉर्म मौजूद हैं जिनकी मदद से आप बिज़नेस के लिए, बैंकों के बजाय पीयर-टू-पीयर (पी2पी) लेंडर्स से धन जुटा सकते हैं. आम तौर पर, इस प्रकार के लोन छोटी अवधि, कुछ क्रिप्टो स्पेस में निवेशक कैसे पैसा कमा रहे हैं महीनों या कुछ वर्षों के लिए दिए जाते हैं, जिस दौरान इन्हें चुकाया जाता है और किसी खास व्यापारिक ज़रूरत के लिए इस्तेमाल किया जाता है. रिसर्च में पाया गया है कि आने वाले वर्षों में, पी2पी लेंडिंग में 10 गुना की बढ़त देखी जा सकती है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में, Fund box जैसी वेबसाइटें और और फंडिंग सोसाइटीज़ चल रही हैं, जबकि भारत में लाइसेंस प्राप्त प्लेटफ़ॉर्म जैसे कि Rupee Circle, Faircent उपलब्ध हैं.
3. कोई फ्रेंचाइजी लेना
फ्रैंचाइजिंग निवेश (Investment in franchise) करने का एक लोकप्रिय ज़रिया बनता जा रहा है क्योंकि निवेशक इसके ज़रिए, नया व्यापार शुरू करने की तुलना में कम जोखिम पर व्यापार की दुनिया में कदम रख सकते हैं. एक फ्रैंचाइज़ी व्यवसाय में एक जाना-माना और जांचे-परखे रेवेन्यु मॉडल वाला एक स्थापित ब्रांडनेम होगा. इसके अलावा, फ्रैंचाइज़ी पार्टनर मार्केटिंग, ट्रेनिंग, हायरिंग और ऑपरेशनल गाइडलाइंस के मामले में फ्रेंचाइज़र से मदद ले सकता है. यह फॉर्मेट खास तौर पर उन कामकाजी पेशेवरों के लिए सुविधाजनक है जो अपने मासिक वेतन के अलावा, अतिरिक्त बिज़नेस आय कमाना चाहते हैं. इन उद्देश्यों को पूरा करने वाले ब्रांडों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए आप Franchise Direct, SMERGERS, Franchise India जैसे प्लेटफ़ॉर्मों का इस्तेमाल कर सकते हैं.
4. को-ओनरशिप वाली CRE में निवेश करना
ज़्यादातर रिटेल निवेशकों को लगता है कि सिर्फ़ रेज़ीडेंशियल प्रॉपर्टी ही बढ़िया रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट हैं. जहां एक ओर अपार्टमेंट और प्लॉट निवेश के सबसे लोकप्रिय तरीके थे. वहीं, दूसरी ओर पिछले दशक में, निवेश के विकल्प के रूप में इसने अपनी चमक खो दी है और कोविड-19 की शुरुआत के बाद से हालात और भी बिगड़ गए हैं. हालांकि, कमर्शियल रियल एस्टेट (सीआरई) हमेशा से एचएनआई और संस्थानों के बीच एक लोकप्रिय एसेट क्लास रहा है. ये प्रॉपर्टी, न केवल इक्विटी की तरह साल-दर-साल मुनाफा देती हैं, बल्कि ऋण की तरह ही निश्चित मासिक किराया भी देती हैं जो मैनेजमेंट के खर्चे को हटाकर भी 7-10 प्रतिशत की बढ़त के रूप में मिलता है. नए ज़माने के को-ओनरशिप वाले प्लेटफ़ॉर्म जैसे PropShare, Strata आदि निवेशकों के ग्रुप को साथ जोड़ते हैं जो कम से कम 25 लाख रुपये के टिकट साइज़ के साथ निवेश करके प्रीमियम ऑफिस और कमर्शियल प्रॉपर्टी जैसी स्पेस खरीद सकते हैं. भारत ने अब आरईआईटी शुरू किए हैं, जो अनिवार्य रूप से सीआरई प्रॉपटीज़ की पब्लिकली ट्रेडेड यूनिट्स हैं, जहां कोई भी 50,000 रुपये जितने कम के टिकट साइज़ का भी निवेश कर सकता है.
5. स्टार्टअप में निवेश करना
स्टार्टअप बिजनेस (Startups) करने का एक नया तरीका हैं जिसमें विचार, जुनून, एक्सीक्यूशन और लचीलापन बिज़नेस को आगे बढ़ाता है. इसके लिए, निवेशकों से शुरुआती कैपिटल जुटाई जाती है, लेकिन समय के साथ ही, इनमें अरबों डॉलर की कंपनी बनने की क्षमता भी होती है. एक आंकड़ों के अनुसार 98 प्रतिशत स्टार्टअप फेल हो जाते हैं. निवेशकों को किसी भी स्टार्टअप में अपना पूरा निवेश खोने के लिए तैयार रहना चाहिए. इसी के साथ, स्टार्टअप में पैसा लगाने वाले कई निवेशक अपने निवेश पर 30x-40x गुना कमाई भी करते हैं. 500 से ज़्यादा स्टार्ट-अप बहुत सफल रहे हैं जिनमें अमेरिका, चीन, ब्रिटेन और भारत के स्टार्टअप आगे हैं. मान्यताप्राप्त निवेशक, हाई ग्रोथ पोटेंशियल वाले और पेटेंट या मज़बूत कस्टमर बेस जैसी कम्पटीटिव क्षमता वाले स्टार्ट-अप खोजने और उनमें निवेश करने के लिए AngelList, Lets Venture, Tracxn इत्यादि जैसे प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करते हैं.
6. क्रिप्टोकरेंसी खरीदना
यह एक विवादास्पद स्पेस है जहां जोखिम और मुनाफे का अजब खेल है. एक तरफ एलन मस्क जैसे विश्वास करने वाले क्रिप्टो स्पेस में निवेशक कैसे पैसा कमा रहे हैं लोग हैं जो मानते हैं कि क्रिप्टो का भविष्य उज्ज्वल है और उन्होंने रियल वर्ल्ड प्रॉडक्ट्स के लिए क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पेमेंट स्वीकार करना शुरू कर दिया है. दूसरी तरफ सरकार की वकालत करने वाले कई दिग्गज उद्योगपति हैं जो इसे एक स्कैम मानते हैं और इसे अपराध की हद तक गलत मानते हैं, लेकिन एक निवेशक के रूप में इसमें निवेश करके कई लोग अमीर बन चुके हैं. आप Coinbase, Binance जैसे ऐप्स देखें और साथ ही, भारत में बने ऐप जैसे कि CoinSwitch Kuber, CoinDCX, WazirX ऐसे ऐप हैं, जिनके ज़रिए आप छोटी क्रिप्टो स्पेस में निवेशक कैसे पैसा कमा रहे हैं मात्रा में निवेश कर सकते हैं. जो लोग अलग से क्रिप्टो वॉलेट नहीं खोलना चाहते उन लोगों के लिए भी BTTC और EBIT जैसे ETF मौजूद हैं .
(नोट- ये लेख SMERGERS क्रिप्टो स्पेस में निवेशक कैसे पैसा कमा रहे हैं के संस्थापक विशाल देवनाथ के विचारों पर आधारित है)
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