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एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम

एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम

Expert Column समाचार

बीते करीब छह महीने से भारतीय बाजारों का व्यवहार वैश्विक बाजारों से अलग रहा है। खासतौर पर अमेरिकी बाजारों की तुलना में। अमेरिकी बाजारों से तुलना इसलिए भी सही हैं क्योंकि हमारे ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय फंड्स अमेरिका पर फोकस करते .

हाल में अंतरराष्ट्रीय व्यापार को भारतीय मुद्रा यानी रुपये में करने के लिए सरकार ने विदेश व्यापार नीति में बदलाव किया है। अब सभी तरह के पेमेंट एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम बिलिंग और आयात-निर्यात में लेन-देन का निपटारा रुपये में हो सकता है। रुपये के अंत.

पिछली सदी के अंतिम दशक तक विश्व व्यवस्था की दिशा और दशा को तय करने में रक्षा और विदेश नीति की महत्वपूर्ण भूमिका होती थी। परंतु धीरे-धीरे यह परिदृश्य बदलता गया और इसमें आर्थिकी का योगदान भी महत्वपूर्ण होता गया।

अगर आप एक मोबाइल फोन खरीदना चाहते हैं या एक जोड़ी जूते लेना चाहते हैं या एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम एक कार तो अपना फोन निकालिए और आपको उसका सही-सही खर्च तुरंत पता चल जाएगा। मगर यही चीज आप अस्पताल के एपिसोड के साथ नहीं कर सकते।

Mutual Fund में SIP या दूसरे तरीकों से निवेश का मतलब यही है कि बुरे वक्त में निवेश जारी रखा जा सके। स्मार्ट इन्वेस्टर इस बात का अनुमान नहीं लगाते कि मार्केट किस दिशा में जा रहे हैं। वो निवेश का सही जरिया तलाश लेते हैं।

Investment and Saving किसी ने एक बार कहा था कि निराशावादी स्मार्ट लगते हैं और आशावादी पैसे बनाते हैं। क्या आप जानते हैं कि निराशावादी स्मार्ट क्यों लगते हैं क्योंकि उनकी बातें तथ्यों रुझानों आंकड़ों अनुमानों से लदी-फंदी होती .

सीआइसी के अनुसार देश के शहरी क्षेत्रों में ईएमआइ चुकाने वाले आमतौर पर 18 से 35 साल के नौजवान हैं। इन नौजवानों का देश की आर्थिकी को आगे बढ़ाने में व्यापक योगदान है। ऐसे में इन लोगों द्वारा लिए गए लोन पर मासिक किस्तों को बढ़ाते.

आर्थिक विकास में बैंकों का व्यापक योगदान एक बार फिर सामने आया है। परंतु भारत में बैंकों में पांच लाख रुपये तक की जमा राशि ही सरकार द्वारा गारंटीड होती है इससे अधिक रकम का सुरक्षा कवच नहीं है।

Stock Market Investment: क्या कहानियों पर भरोसा करके निवेश करते हैं आप? समझ लें वैल्यू इन्वेस्टिंग के कायदे

एक निवेश के चुनाव का पूरा आकलन और विश्लेषण होने के बाद आपको ये सोचना ही होगा कि जो लागत आप अदा कर रहे हैं वो आगे जा कर मुनाफे में बदलेगी या नहीं। निवेश के दाम पर ही फोकस बनाए रखना वैल्यू इन्वेस्टिंग है।

विश्व आर्थिक मंच के अनुसार दुनिया में लगभग 100 देशों में सरकारी नियंत्रण वाली डिजिटल करेंसी लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। चीन ने 2023 में ऐसा करने की घोषणा कर रखी है। यूरोप के 27 देशों में डिजिटल करेंसी लाने की योजना पर .

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की घोषणा के अनुसार देश में जल्द ही ई-रुपया लांच किया जा सकता है। ई-रुपी की चर्चा ने इस बीच तब जोर पकड़ा जब भारतीय रिजर्व बैंक ने ऐसे संकेत दिए हैं कि वह डिजिटल रुपये के निर्माण-संचालन में ब्लाकचेन.

विडंबना है कि अमीर की आय ज्यादा तेजी से बढ़ रही है और गरीब की आय तुलनात्मक रूप से कम तेजी से बढ़ रही है? इनका जवाब है पब्लिक पालिसी अर्थात लोक नीतियों का खामियों से युक्त होना।

पिछले कुछ समय से अमेरिकी डालर की तुलना में रुपये की कीमत गिरती जा रही है। वैसे इस गिरावट को रोकने के लिए आरबीआइ द्वारा हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। कई संबंधित कारणों से हाल के दिनों में लोगों की क्रय शक्ति कम हुई है।

ऐसे इन्वेस्टर जो मार्केट की स्थितियों को नजरअंदाज कर रिस्क वाली शैली ही हमेशा अपनाए रहते हैं वो शायद ही कभी अच्छा कर पाते हैं। अगर आप तब तक इंतजार करते हैं जब उनकी जरूरत होगी तब बहुत देर हो जाएगी।

आपका वित्तीय सलाहकार उस डाक्टर की तरह होता है जो कई टेस्ट और स्कैन करता है और ऐसी कई बीमारियां ढूंढ-ढूंढ के निकाल देता है जिन्हें अच्छे-खासे इलाज की जरूरत होती है। आपको ऐसा वित्तीय सलाहकार नहीं मिलेगा जो आपसे कहे कि आपके निवे.

RBI News आपको अपने कार्ड के डिटेल की जगह यूनिक कोड सेव करना होगा। एक तरह से देखा जाए तो कार्ड टोकनाइजेशन पासवर्ड मैनेजर की तरह का कार्य करेगा जो आनलाइन लेन-देन के दौरान यूनिक कोड जेनरेट करेगा।

एक्सिस बैंक के एमडी और सीईओ अमिताभ चौधरी ने बैंकिंग सेक्टर के समक्ष नई तकनीक से पैदा होने वाली चुनौतियों ब्याज दरों की स्थिति और आर्थिक विकास के भावी स्वरूप पर दैनिक जागरण के विशेष संवाददाता जयप्रकाश रंजन से विस्तार में बात क.

शेयर बाजार में नुकसानदायक है 'महंगा खरीदो और सस्ता बेचो' की रणनीति, मुनाफा चाहिए तो हरगिज न करें ये गलतियां

जब आप किसी बिजनेस को ऊंचे मुनाफे के साथ खत्म करते हैं तो सफलता का अहसास बड़ा लुभावना होता है। एक बड़ी जीत की तरह। इस रवैये का एक शैतान जुड़वां भाई भी है और वो है पिटे हुए निवेश को ढोते रहना।

देश के समक्ष आए भुगतान संकट को देखते हुए 1991 में उदारीकरण और आर्थिक सुधारों से नहीं हो पाया पूरा उद्धार

1991 में देश भुगतान के संकट से गुजर रहा था। उस समय सरकार ने उदारीकरण और आर्थिक सुधारों के नाम पर कई कदम उठाए। यदि आज विश्लेषण करें तो उस समय के सुधार बहुत व्यापक नहीं थे। घरेलू मोर्चे पर सुधार के विशेष प्रयास नहीं किए गए।

Stock Investment सफलता हमेशा फेलियर (विफलता) से शुरू होती है। आमतौर पर आपको किसी अनुमान से भी शुरुआत करनी पड़ती है। पिछले दो वर्षों के दौरान कुछ घटनाओं जैसे- चीनी वायरस यूक्रेन युद्ध ताइवान संकट और यूरोप का आर्थिक संकट ने हर .

व्यापार में विविधता लाने गांवों में स्टोर्स खोलकर व्यवसाय कर सकेंगी सहकारी समितियां

- आत्मनिर्भर बनने के लिए बहु सेवा केंद्रों का रूप लेंगी सहकारी समितियां, माली हालत में होगा सुधार
- केंद्र सरकार की आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत होगा अंतरण
- उपभोक्ता सेवा केंद्र सहित कृषि संबंधित अन्य व्यवसाय कर सकेंगी सहकारी समितियां

Updated: August 03, 2020 10:19:22 pm

पत्रिका एक्सक्लूसिव
गुरुदत्त राजवैद्य, हरदा। करोड़ों के घाटे में दबी प्राथमिक कृषि ऋण संस्थाएं (पैक्स) का अंतरण बहु सेवा केंद्रों के रूप में किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा इनकी आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए यह कदम आत्मनिर्भर भारत योजना के विस्तार के तहत किया जाएगा। यानि अब सहकारी समितियां गांवों में स्टोर्स, ग्रामीण मार्ट, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स आदि खोलकर व्यापार में विविधता ला सकेंगी। इससे उनकी माली हालत (आर्थिक स्थिति) में सुधार होगा। सहकारिता विभाग द्वारा इस दिशा में कार्रवाई शुरू की गई है। विभाग की ओर से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित होशंगाबाद-हरदा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी व नोडल अधिकारी को इस दिशा में कार्रवाई के लिए लिखा गया है। फिलहाल दो प्रारूप में सहकारी समितियों की जानकारी मांगी जा रही है। उल्लेखनीय एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम है कि प्राथमिक कृषि ऋण संस्थाएं (पैक्स) आधार स्तरीय सहकारी संस्थाएं हैं, जो किसानों की प्राथमिक ऋण आवश्यकताओं को पूरा करती हैं। पैक्स को बहु सेवा केंद्रों में परिवर्तित करने की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है, ताकि वे अपने व्यापार में विविधता ला सके और एक छत के नीचे अपने सदस्यों की आवश्यकताएं पूरी कर सकें।
कोविड 19 के प्रभाव से बदलाव की जरुरत
कोविड 19 के प्रभाव के बाद श्रमिकों की शहरों से गांव वापसी से पैक्स को बहु सेवा केंद्रों के रूप में बदलने की जरुरत बढ़ी है। इससे कृषि क्षेत्र में ग्रामीण युवकों के लिए रोजगार के अवसर जुटाए जा सकेंगे।
तीन वर्षों के लिए होगा परिवर्तन
विभाग की मंशा है कि अच्छे कार्य कर रही संस्थाओं को वर्ष 2020-21 से आगे तीन वर्षों की अवधि के दौरान बहु सेवा केंद्रों के रूप में परिवर्तित किया एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम जाएगा। राज्य सहकारी बैंक के माध्यम से 3 प्रतिशत की दर से विशेष दीर्घावधि पुनर्वित्त सहायता प्रदान की जाएगी।
तीन विकल्प बताना होंगे समितियों को
योजना के तहत आठ प्रकार के व्यवसाय शुरू करने का प्रावधान रखा गया है। व्यापार में बदलाव के लिए सहकारी समितियों को तीन विकल्प बताना होंगे। समितियों की कार्यक्षमता के अनुसार निर्धारण होगा कि वे कौनसा व्यापार करेंगी।
व्यापार में विविधता के लिए यह गतिविधियां हैं शामिल
- कृषि भंडारण केंद्र : सॉर्टिंग या ग्रेडिंग इकाई के साथ नए वैज्ञानिक गोदाम या साइलो निर्माण।
- शीत भंडार गृह की स्थापना : कोल्ड चेन, लॉजिस्टिक्स सुविधा, मिल्क कलेक्शन और चीलिंग केंद्र, पैक हाउस।
- कृषि सेवा केंद्र : सदस्यों द्वारा किराए पर लेने-देने के लिए उच्च प्रौद्योगिकी कृषि उपकरण जैसे पावर टिलर, लैंड लेवेलर, रोटरी स्लाइसर, मूवर्स, सीड ड्रिलर, मल्टी क्रॉप प्लांटर, स्प्रैयर, कम्बाइन हार्वेस्टर आदि।
- कृषि प्रसंस्करण केंद्र : सॉर्टिंग, गे्रडिंग यूनिट, वैक्सिंग या पॉलिशिंग यूनिट, प्री कूलिंग चेंबर, पैकिंग सुविधा, पॉल्ट्री ड्रेसिंग यूनिट्स आदि।
- कृषि सूचना केंद्र : मृदा और जल परीक्षण प्रयोगशाला, कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञों के पैनल से सेवा उपलब्ध कराना। ज्ञान प्रसार केंद्र, किसानों को प्रशिक्षण देना। ये सेवाएं किसानों को लागत पर दी जाएंगी।
- कृषि यातायात और विपणन सुविधा : उत्पादों की प्राप्ति, एकत्रीकरण और प्रसंस्करण के बाद प्रत्यक्ष मार्केट लिंकेज, ग्रामीण मार्ट की स्थापना, वे-ब्रिज, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, ई-मार्केटिंग प्लेटफार्म सहित सप्लाई चेन, मार्केटिंग सुविधा, ट्रांसपोर्ट वाहनों की खरीद।
- उपभोक्ता स्टोर : ग्रामीण क्षेत्रों से उपभोक्ता वस्तुओं की उचित कीमत पर नियमित आपूर्ति। पैक्स एक ही स्थान से इनकी खरीदी-बिक्री कर सकेंगी। आवश्यक लाइसेंस हो तो संस्थाएं पेट्रोल पंप या एलपीजी एजेंसी भी चला सकेंगी।
- आवश्यकता अनुसार पूर्ति : संबंधित क्षेत्रों में उत्पादित उपज की वेल्यू चेन आवश्यकता को पूरा करने के लिए कोई अन्य पोस्ट हावेस्ट प्रबंधन इन्फ्रास्ट्रक्चर।
अभी करोड़ों के घाटे में हैं सहकारी समितियां
ज्ञात हो कि सहकारी समितियां हर साल समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना सहित अन्य उपज की खरीदी करती हैं। इस पर उन्हें खर्च के अलावा कमीशन मिलता है। वहीं दूसरी ओर समितियां किसानों को ऋण उपलब्ध कराती हैं। इस व्यवसाय को करने पर जिले की 52 समितियां फिलहाल करोड़ों के घाटे में बताई जाती हैं। समर्थन मूल्य खरीदी के दौरान उपज की घटत और निर्धारित सीमा से ज्यादा खर्च होने के कारण समितियां करीब 40 करोड़ के घाटे में हैं। इतनी ही राशि ऋणांतर की बताई जा रही है। यानि समिति को किसान सदस्यों से ऋण राशि लेने और सहकारी बैंक को देने में इतना अंतर है। हालत यह है कि बीज उत्पादक समितियों के साथ ही राज्य विपणन संघ को खाद आपूर्ति का करोड़ों का भुगतान नहीं हो पाता। एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम विपणन संघ से नकद में खाद खरीदी के बाद इसे नकदी ही बेचा जा रहा है।
इनका कहना है
प्राथमिक कृषि ऋण संस्थाएं (पैक्स) की आर्थिक स्थिति सुधारने और ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए आत्मनिर्भर भारत के तहत कार्य किया जा रहा है। शुरुआत में बैंक के माध्यम से सहकारी समितियों की जानकारी जुटाई जा रही हैं, ताकि यह तय करने में आसानी हो कि कौनसी पैक्स क्या व्यवसाय कर सकती हैं। उनसे विकल्प के रूप में तीन प्रकार के व्यवसाय पूछे जा रहे हैं।
- अखिलेश चौहान, सहायक आयुक्त, सहकारिता विभाग, हरदा।

राशिफल 21 सितंबर: वृश्चिक समेत इन राशि वालों के लिए आज का दिन जोखिम भरा, ये लोग पास रखें लाल वस्तु

Today Horoscope 21 September 2022 : ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल का आकंलन किया जाता है। 21 सितंबर को बुधवार है। बुधवार का दिन कुछ राशि वालों के लिए शुभ तो कुछ राशि वालों के लिए सामान्य रहेगा।

राशिफल 21 सितंबर: वृश्चिक समेत इन राशि वालों के लिए आज का दिन जोखिम भरा, ये लोग पास रखें लाल वस्तु

Today Horoscope: ग्रहों की स्थिति-राहु मेष राशि में हैं। मंगल वृषभ राशि में हैं। शुक्र सिंह राशि में हैं। शुक्र और वक्री बुध कन्‍या राशि में हैं। केतु तुला राशि में हैं। वक्री शनि मकर राशि में हैं। वक्री गुरु मीन राशि में गोचर में चल रहे हैं।

मेष-स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान देने की जरूरत है। व्‍यवसायिक सफलता मिलती दिख एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम रही है। भाइयों-मित्रों का भरपूर साथ मिल रहा है। प्रेम-संतान थोड़ा मध्‍यम है। व्‍यापार बहुत सही है। भगवान गणेश की अराधना करते रहें।

वृषभ-निवेश से बचें। धन में बढ़ोत्‍तरी हो रही है। उसे संचित करें। निवेश न करें। धनहानि की आशंका है। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम-संतान मध्‍यम है। व्‍यापार लगभग ठीक है। हरी वस्‍तु पास रखें।

मिथुन-सकारात्‍मक ऊर्जा का संचार होगा। आत्‍मविश्‍वास बढ़ा रहेगा। स्‍वास्‍थ्‍य पहले से अच्‍छा, प्रेम-संतान की स्थिति अच्‍छी, व्‍यापार भी अच्‍छा दिख रहा है। भगवान गणेश की अराधना करते रहें।

कर्क-मनोबल बढ़ा हुआ है। थोड़ा चिंताकारी सृष्टि का भी सृजन हो रहा है। स्‍वास्‍थ्‍य में निर्जीव अनुभव करेंगे। फिर भी आत्‍मविश्‍वास बहुत अच्‍छा रहेगा। व्‍यापार, प्रेम, संतान की स्थिति भी बहुत अच्‍छी होगी। हरी वस्‍तु का दान करें। शुभ होगा।

सिंह-रुका हुआ धन वापस मिलेगा। आय के नवीन स्रोत बनेंगे। कुछ अच्‍छे समाचार की प्राप्ति भी होगी। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम-संतान की स्थिति भी अच्‍छी है। शुभ समय है। हरी वस्‍तु का दान करें।

कन्‍या-नौकरी-चाकरी की स्थिति अच्‍छी है। उच्‍चाधिकारियों का आशीर्वाद मिलेगा। राजनीतिक लाभ मिलेगा। कोर्ट-कचहरी में विजय मिलेगी। स्‍वास्‍थ्‍य, प्रेम, व्‍यापार बहुत अच्‍छा है। हरी वस्‍तु पास रखें।

तुला-भाग्‍य साथ दे रहा है। परिस्थितियां प्रतिकूल थीं जो अब अनुकूल हो चुकी हैं। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा, प्रेम-संतान पर थोड़ा ध्‍यान दें। व्‍यापार लगभग ठीक है। गणेश जी की अराधना करते रहें।

वृश्चिक-एक दिन और जोखिम का है। व्‍यापार ठीक चलेगा। वाहन धीरे चलाएं। बचकर पार करें। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम संतान की स्थिति मध्‍यम है। गणेश जी की दूर्वा घास चढ़ाना शुभ होगा।

धनु-जीवनसाथी का सानिध्‍य मिलेगा। रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। जीवन आनंददायक गुजरेगा। नौकरी-चाकरी की स्थिति अच्‍छी रहेगी। व्‍यापार में भी बढ़ोत्‍तरी होगी। स्‍वास्‍थ्‍य, प्रेम, व्‍यापार अद्भुत है। हरी वस्‍तु का दान करें।

मकर-थोड़ा डिस्‍टर्बिंग रहेगा लेकिन कोई कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा। अंतत: जीत आपकी होगी। स्‍वास्‍थ्‍य, प्रेम, व्‍यापार बहुत अच्‍छा है। मां काली की अराधना करते रहें।

कुंभ-लिखने-पढ़ने में समय व्‍यतीत करें। अध्‍ययन शुभ होगा आपके लिए। लेखनी से काम करने वालों के लिए शुभ समय है। भावनात्‍मक चीजें परेशान करेंगी। भावुक मन से निर्णय अच्‍छा नहीं होगा। स्‍वास्‍थ्‍य, प्रेम, व्‍यापार मध्‍यम दिख रहा है। भगवान गणेश की अराधना करें।

मीन-कलह से बचें। भौतिक सुख संपदा में वृद्ध‍ि होगी लेकिन घरेलू सुख बाधित रहेगा। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम रहेगा। रक्‍तचाप अनियमित हो सकता है। प्रेम, व्‍यापार की स्थिति अच्‍छी होगी। लाल वस्‍तु पास रखें।

व्यापार युद्ध से देश को बड़ा व्यापारिक, विनिर्माण केंद्र बनने में मिल सकती है मदद: जेटली

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि वर्तमान में जारी वैश्विक व्यापार युद्ध 'आरंभ में अस्थिरता' जरूर पैदा कर सकता है, लेकिन यह भारत के लिए कई अवसरों के द्वार खोलेगा.

Published: September 28, 2018 3:45 PM IST

व्यापार युद्ध से देश को बड़ा व्यापारिक, विनिर्माण केंद्र बनने में मिल सकती है मदद: जेटली

नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि वर्तमान में जारी वैश्विक व्यापार युद्ध ‘आरंभ में अस्थिरता’ जरूर पैदा कर सकता है, लेकिन यह भारत के लिए कई अवसरों के द्वार खोलेगा. इससे देश को एक बड़ा विनिर्माण और व्यापारिक केंद्र बनाने में मदद मिल सकती है.

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जेटली ने व्यापारियों से आग्रह किया कि उन्हें साफ-सुथरी और नैतिक व्यापारिक गतिविधियों को अपनाना चाहिए. उन्हें अपने हिस्से का कर चुकाना चाहिए क्योंकि शोधन अक्षमता एवं संहिता (आईबीसी) ने रातों-रात छूमंतर हो जाने वाले व्यापारियों की दुकान पर ताला लगा दिया है. पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि कुछ वैश्विक घटनाएं भारत पर ‘विपरीत प्रभाव’ डालती हैं, लेकिन यही देश के सामने तेजी से आगे बढ़ने के कई रास्ते भी खोलेगी.

व्यापार युद्ध ने शुरुआत में अस्थिरता पैदा की

वीडियो कांफ्रेंस एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम के माध्यम से अपने संबोधन में जेटली ने कहा कि व्यापार युद्ध ने शुरुआत में अस्थिरता पैदा की, लेकिन उन्होंने कई नए बाजारों को खोला. यह भारत के सामने एक बड़ा व्यापारिक और विनिर्माण केंद्र बनने का रास्ता खोलेगा. इसलिए हमें स्थिति को बहुत नजदीक से देखना होता है. पता नहीं कि चुनौती कब मौका बन जाए. विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका और चीन के बीच चल रहे मौजूदा व्यापार युद्ध से भारत में बनने वाली मशीनों, इलेक्ट्रिक उपकरणों, वाहनों एवं कलपुर्जों, रसायन, प्लास्टिक एवं रबर उत्पादों को अमेरिकी बाजार में नयी पहचान मिल सकती है.

कच्चे तेल की बढ़ती कीमते अर्थव्यवस्था के सामने बड़ी चुनौती

जेटली ने कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को भी अर्थव्यवस्था के सामने एक बड़ी चुनौती बताया, क्योंकि कच्चे तेल के लिए भारत लगभग पूरी तरह आयात पर निर्भर है और अपनी जरूरत का 81% आयात करता है. भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आयातक है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमतें बढ़ने से घरेलू स्तर पर ईंधन भी महंगा हुआ है. उल्लेखनीय है कि पिछले पांच सप्ताह में मानक ब्रेंट कच्चे तेल का दाम 71 डॉलर से बढ़कर 80 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है. वित्त मंत्री ने कहा कि इन चुनौतियों के बने रहने के बावजूद, मुझे दृढ़ विश्वास है कि आने वाले दिन और साल वृद्धि के लिहाज से भारत के लिए बेहतर अवसर लाएंगे. (इनपुट एजेंसी)

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धनवान बनने के पांच लक्षण

क्या आप सुंदर समुद्र के किनारे घर लेने के लिए सोच रहे हैं या फिर किसी शानदार जगह वैकेशन बिताना चाहते हैं? धनवान बनना यह अधिकांश लोगों का सपना होता है, लेकिन अनेक लोग इसके लिए दूर का स्वप्न बनकर रह जाते हैं, लेकिन कई लोगों ने वित्त के बारे में कई महत्त्वपूर्ण आदत रखते हैं । जो धनवान बनने के लिए एक अक्सीर इलाज जैसा साबित हुआ है। मात्र धन प्राप्त करने की आदत ही महत्वपूर्ण नहीं है, लेकिन आप प्राप्त की हुई रकम का उपयोग किस तरह करते हैं यह महत्वपूर्ण है। पैसा खर्च करने की आदत में फेरबदल करो और कुछ भूलों को सुधारकर आप धनवान बनने की राह पर आते हैं । आप इस राह पर चल रहे हो कि नहीं इसे जानने के लिए पांच लक्षण हैं यदि आप में यह है तो आप एक दिन धनवान बनोगे इसमें कोई शंका नहीं है।

(1) तात्कालिक सुख की लालच से दूर रहें

`मुझे यह अभी ही चाहिए’ ऐसी लालच को आप रोक सकते हो तो संपत्ति के सर्जन में आने वाला एक बड़ा अवरोध आप कर गए हैं ।

धीरज और धैर्य से आगे बढ़ने की सफलता की सीढ़ी हांसिल कर सकते हैं, ऐसा हमारे बुजुर्ग कहते आए हैं । यह सिद्धांत संपत्ति एकत्र करने में भी लागू होता है।

मन में उत्पन्न इच्छा तत्काल पूरी करने की जिद अल्पावधि में महंगी साबित हो सकती है और जो नियंत्रण में न ली जा सके वह दीर्घावधि में बड़ी कठिनाई पैदा कर सकती है। सफलता की सीढ़ी पर थोड़ा आगे बढ़ें या अधिक उत्साह में आकर पास में आई हुई रकम का उपयोग करने की प्रवृत्ति और धनवान बनने के दिशा में आगे बढ़ने से रोक सकता है।

आप को मिले हुए धन का व्यय करने के बदले उसका उपयोग अथवा निवेश उचित स्थान पर करें जिससे कठिनाई के समय अथवा दीर्घावधि में हाथ में बड़ी रकम आ सकती है।

(2) मनचाही प्रवृत्ति में पूरी ताकत से जूट जाओ

आपके काम के स्थान पर अपने सभी शक्तिओं का उपयोग करो और अधिक समय का उपयोग करोगे तो सुनिश्चित रूप से आपको अच्छा परिणाम ही मिलेगा जो भी काम करो उसके पीछे आपके सभी ताकत का उपयोग करो। आप जो भी काम कर रहे हैं उसमें विफल होंगे कि गलती होगी, ऐसी सभी चिंता करने के बजाय पूरी निष्ठा और लगन से काम करो, दिल से किया हुआ काम कभी व्यर्थ नहीं जाता। आज नहीं तो कल फल अवश्य ही मिलता है।

(3) जीवन स्तर में फेरबदल

क्या पैसा खर्च करते समय आप अनुशासन का पालन करते हो? खर्च के मामले में अनुशासन यानि की आप खरीदी करने जाते हैं तब पहले कौन सी वस्तु खरीदते हैं? जिसकी आपको जरूरत है या वह वस्तु जो आपको चाहिए? जहां तक आप इस दो प्रकार की खरीदी के बीच का भेद नहीं जानोगे अथवा दोनों के बीच संतुलन बनाने में विफल रहोगे वहां तक आप धनवान बनने के मार्ग में आगे नहीं बढ़ सकते। वास्तव में श्रीमंत अपनी संपत्ति का प्रदर्शन करना नहीं चाहते। फेसबुक के प्रणेता मार्कजकरवर्ग की पोशक की पसंदगी या विश्व विख्यात निवेशक वारेनवफेट सादे घर में रहते हैं या कई धनकुबेर अतिशय सादगीभरा जीवन जीते हैं । श्रीमंत होने का दिखावा करने के पीछे खर्च करने के बदले रकम का उचित नियमन करो। गलत और अधिक खर्च करने की पद्धति आपके वित्तीय आयोजन तथा संपत्ति में वृद्धि करने की आपकी योजना पर पानी फेर देगा। हमेशा बाहर खाना बंद करो तथा जितनी सरलता से जीवन जी सको उतना जिओ।

आप अपना खर्च और बचत का बजट पहले से तैयार कर उसे अलग रखते हैं? धनवान बनने की शुरू में धन को विभिन्न उद्देश्य और जरूरत के बीच उचित तरह से वितरण करने से होता है। बजट बनाना यह वित्तीय आयोजन करने का प्रथम सीढ़ी है। बजट बनने से बचत और खर्च पर नजर रखी जा सकती है। पूरे महीने में अनुमानत: कितना खर्च होगा और कितनी बचत होगी इसका एक सही अनुमान लगाओ जो आपके बजट में न हो, ऐसे गैर जरूरी खर्च को सहजता से टाल सकते हैं । सख्त बजट खर्च पर नियंत्रण ला सकता है तथा आपको बचत करने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है।

(5) निवेश करना न भूलें

अमीर हैं यह शक्ति की, एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम नसीब या हक जताने की बात नहीं है। अमीर बनना सरल है, लेकिन उसे बरकरार रखना कठिन है। कोई व्यक्ति अमीर किस लिए नहीं है इसका जवाब अधिकांश मामलों में एक ही होता है व्यक्ति निवेश नहीं करता है। अनेक लोगों के लिए निवेश के लिए अधिक रकम की जरूरत होती है, लेकिन ऐसा नहीं है। धन के भावी का आयोजन नहीं किया है तो करोड़पति से रोडपति बनने में समय नहीं लगता। जिसका हमनें अनेक उदाहरण देखा है। भविष्य को सुरक्षित करने के लिए छोटी उम्र से ही निवेश करने की शुरुआत कर दो। अनेक लोगों का कहना है कि इतनी रकम क्या निवेश करूं? लेकिन ऐसा दृष्टिकोण भूलभरा है। पुरानी कहावत है कि बूंद-बूंद से सरोवर भरता है? बस यही याद करके थोड़ा-थोड़ा निवेश करते रहें। एसआईपी और सेफ एसेट क्लास में निवेश सुरक्षित और आकर्षक फल देता है।

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